Anupama को दूसरी शादी के लिए कहेगा अनुज, एक्सीडेंट का शिकार होगें दोनों!

स्टार प्लस के टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ (Anupama) की कहानी जल्द नया मोड़ लेने वाली है, जिसका हाल ही में प्रोमो रिलीज किया गया था. दरअसल, अनुज के साथ रिश्ते में उठे सवाल के चलते अनुपमा घर छोड़ने के लिए तैयार है. लेकिन इससे पहले ही सीरियल में कुछ ऐसा होने वाला है, जिससे दर्शकों को झटका लगने वाला है. आइए आपको बताते हैं क्या होगा सीरियल में आने वाला ट्विस्ट…

बापूजी देते हैं अनुपमा का साथ

अब तक आपने देखा कि अनुज, काव्या को नौकरी से निकाल देता है, जिसके कारण वह घर जाकर हंगामा करती है और वनराज, अनुपमा पर गुस्सा करते हुए नजर आता है. लेकिन वनराज को करारा जवाब देते हुए कान में से रुई निकालते हुए कहती है कि वह रोज रोज गुस्सा करने की बजाय उसे वौइस नोट भेजा करे ताकि न उसका बीपी बढ़े औऱ न ही घर में रोज रोज ड्रामा हो. वहीं बापूजी, अनुपमा का इसमें साथ देते नजर आते हैं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Ayisha (@love.u.anupma)

ये भी पढ़ें- Bigg Boss 15: टास्क में हुआ कुछ ऐसा, तेजस्वी ही हालत देख करण हुए बेहाल किया ये काम!

 

View this post on Instagram

 

A post shared by anupmaa❤️ (@anupamaa_ma)

 अनुज संग जाएगी अनुपमा

 

View this post on Instagram

 

A post shared by anupmaa (@anupama_ka_anuj)

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुपमा (Anupama) पूरे परिवार को शहर से बाहर मीटिंग के लिए जाने की बात बताएगी, जिसे सुनकर बा और वनराज गुस्से में नजर आएंगे. लेकिन बापूजी अनुपमा का साथ देते हुए कहेंगे कि वह इन बातों को दिल पर ना ले क्योंकि अब ये रोज की बात होगी. दूसरी तरफ वनराज, अनुपमा को अहमदाबाद के दूर मीटिंग के लिए जाने से रोकेगा और कहेगा कि वो जा रही है तो लौटकर घर वापस न आए. लेकिन वनराज की बातों को नजरअंदाज करते हुए अनुपमा दीवार कूदकर अनुज से मिलेगी और उसके साथ चली जाएगी.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by @meltcreations

अनुपमा-अनुज का होगा एक्सीडेंट

 

View this post on Instagram

 

A post shared by indianserials18 (@indianserials118)

दूसरी तरफ आप देखेंगे कि अनुज और अनुपमा मंदिर में बैठकर बाते करेंगे. इस दौरान जहां अनुपमा, अनुज से शादी का सवाल करेगी तो वहीं अनुज उससे दोबारा शादी करने की बात कहेगा, जिससे अनुपमा शौक्ड हो जाएगी. इस दौरान अनुज और अनुपमा का तेज बारिश में एक्सीडेंट हो जाएगा. वहीं पूरा परिवार अनुपमा के घर न लौटने से परेशान होगा.

ये भी पढ़ें- Anupama को ताले में बंद करेगा वनराज!अनुज की खातिर हर दीवार को पार करेगी अनु

Bigg Boss 15: टास्क में हुआ कुछ ऐसा, तेजस्वी ही हालत देख करण हुए बेहाल किया ये काम!

टीवी के पौपुलर रियलिटी शो बिग बौस 15 (Bigg Boss 15)में प्यार पनपता नजर आ रहा है. ईशान – माईशा के अलावा बीते एपिसोड में करण कुंद्रा (Karan Kundrra) ने अकासा सिंह (Akasa Singh) को तेजस्वी सिंह(Tejaswi Prakash) के लिए अपने प्यार के बारे में बताया है. लेकिन अपकमिंग एपिसोड में कुछ ऐसा देखने को मिलने वाला है, जिसे देखकर सभी घरवाले जहां हैरान होंगे तो वहीं करण कुंद्रा की सांसे थम जाएंगे. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

तेजस्वी की होगी तबीयत खराब

 

View this post on Instagram

 

A post shared by jannat Akhtar (@tejasswicutipie)

दरअसल, शो में नौमिनेशन के बाद कैप्टनसी टास्क होगा, जिसमें घरवाले टीम में बाटें जाएंगे. टीम ए में अकासा, अफसाना, उमर, जय, ईशान और विशाल होंगे तो दूसरी टीम में तेजस्वी, माईशा, सिम्बा, प्रतीक और राजीव होंगे.  वहीं करण कुंद्रा और शमिता शेट्टी इस टास्क का संचालन करते नजर आएंगे. टास्क में सभी घरवालों को सहनशक्ति दिखानी होगी, जिसके चलते टीम ए को हराने के लिए टीम बी पूरी कोशिश करते नजर आएंगे.इसी दौरान तेजस्वी उमर को अपनी जगह से हटाने के लिए तबीयत खराब होने का नाटक करेगी, जिसके चलते करण कुंद्रा घबरा जाते हैं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Bristi mallick (@bristi_mallick)

ये भी पढ़ें- Anupama को ताले में बंद करेगा वनराज!अनुज की खातिर हर दीवार को पार करेगी अनु

तेजस्वी की करेगा मदद

 

View this post on Instagram

 

A post shared by mimi (@tejran_gem)

तबीयत खराब होते देख करण फिर तेजू को अपनी गोद में उठाकर मेडिकल रूम ले जाता है. लेकिन तेजस्वी ने बताती है कि मैं ठीक हूं तो फिर तेजू को गोद में लेकर सोफे में ही बैठ गया और तेजा ने करण को गले लगा लेती है. वहीं इस दौरान तेजस्वी ने काफी शार्ट ड्रेस पहनी थी तो करण ने उसे ऊप्स मोमेंट से बचाने के लिए उसकी गोद में पिलो भी रख दिया. तेजस्वी और करण का ये स्वीट मोमेंट देखकर फैंस काफी खुश हैं. इसी के चलते एक बार फिर सोशलमीडिया पर #tejran वायरल हो रहा है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by tejran💫 (@tejran_zone)

बता दें, हाल ही में करण कुंद्रा ने अपनी फिलिग्स को लेकर अकासा सिंह को बताया था कि वह तेजस्वी को पसंद करने लगे हैं. वहीं अकासा उनके इस प्यार को आगे बढ़ाने की कोशिश करती नजर आ रही है. लेकिन तेजस्वी इस पूरी बात से बेखबर हैं.

ये भी पढ़ें- दिशा परमार से लेकर चारू आसोपा तक, इन 7 हसीनाओं के Karva Chauth Look ने जीता फैंस का दिल

रिश्ते को बना लें सोने जैसा खरा

पतिपत्नी के बीच मतभेद होना बहुत ही स्वाभाविक सी बात है, क्योंकि दोनों अलगअलग सोच, धारणाओं और परिवारों के होते हैं. एक में धैर्य है तो दूसरे को बहुत जल्दी क्रोध आ जाता है और एक मिलनसार है तो दूसरा रिजर्व रहता है. ऐसे में लोहे और पानी की तरह उन के मतभेदों का औक्सीडाइज्ड होना बहुत आम बात है. लोहे और पानी के मिलने का अर्थ ही है जंग लगना. नतीजा रिश्ते में बहुत जल्दी कड़वाहट का जंग लग जाता है.

ऐसा न हो इस के लिए जानिए कुछ उपाय:

हो सोने जैसा ठोस

अगर हम अपने रिश्ते को सोने जैसा बना लें और सोने की खूबियों को अपने जीवन में ढाल लें, तो मतभेद रूपी जंग कभी भी वैवाहिक जीवन में लगने ही न पाए. सोने की सब से बड़ी खूबी यह होती है कि वह ठोस होता है, इसलिए उस में कभी जंग नहीं लगता और न ही उस के टूटने का खतरा रहता है. अपने वैवाहिक रिश्ते को भी आपसी समझ, प्यार और विश्वास की नींव पर खड़ा करते हुए इतना ठोस बना लें कि वह भी सोने की तरह मजबूत हो जाए.

आपसी विश्वास, सम्मान और साथी के साथ संवाद स्थापित कर आसानी से रिश्ते में आए खोखलेपन को दूर किया जा सकता है. सोना न तो अंदर से खोखला होता है न ही इतना कमजोर कि उसे हाथ में लो तो वह टूट जाए या उस में दरार आ जाए. आप का साथी, जो कह रहा है उसे मन लगा कर सुनें और यह जताएं कि आप को उस की परवाह है. बेशक आप को उस की बात ठीक न लगती हो, पर उस समय उस की बात काटे बिना सुन लें और बाद में अपनी तरह से उस से बात कर लें. ऐसा होने से मतभेद होने से बच जाएंगे और आप के रिश्ते की नींव भी खोखली नहीं होगी. सोने जैसी ठोस जब नींव होगी, तो जीवन में आने वाले किसी भी तूफान के सामने न तो आप का रिश्ता हिलेगा न टूटेगा. सच तो यह है कि आप का रिश्ता सोने की तरह हर दिन मजबूत होता जाएगा.

ये भी पढ़ें- Diwali Special: अनूठे उपहार बढ़ाएं पति- पत्नी और परिवार में प्यार

हो प्यार की चमक

सोने का ठोस होना ही नहीं, उस की चमक भी सब को अपनी ओर आकर्षित करती है. पास से ही नहीं दूर से भी देखने पर सोने की चमक वैसी ही लगती है और उसे पाने की चाह महिला हो या पुरुष दोनों में बराबर रूप से बलवती हो उठती है. वैवाहिक रिश्ते में केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि वैचारिक व संवेदनशील रूप से भी यह चमक बरकरार रहनी चाहिए. सोने जैसा चमकीलापन पाने के लिए पतिपत्नी में प्यार और समर्पण की भावना समान रूप से होनी चाहिए. सोने की चमक पानी है तो वह सिर्फ प्यार से ही पाई जा सकती है और केवल प्यार होना ही काफी नहीं है, उसे जताने में भी पीछे न रहें. वैसे ही जैसे सोने का आभूषण जब आप पहनती हैं तो उसे बारबार दिखाने का प्रयास करती हैं और लोगों को उस के बारे में बढ़चढ़ कर बताती हैं. तो फिर आप अपने साथी को प्यार करती हैं, तो उसे बढ़चढ़ कर कहने में हिचकिचाहट क्यों? तभी तो चमकेगा आप का रिश्ता सोने की तरह.

जैसा चाहो ढाल लो

सोना महिलाओं की खूबसूरती में अगर चार चांद लगाता है, तो उस की दूसरी सब से बड़ी खासीयत है उस का पिघल कर किसी भी रूप में ढल जाना. ठोस होने के बावजूद सोना पिघल जाता है और फिर हम जैसा चाहते हैं वैसा उसे आकार देते हैं. अगर आप विवाह के बाद सोने की ही तरह स्वयं को पति के परिवार वालों या पति के अनुरूप ढाल लेती हैं, तो रिश्ता सदा सदाबहार रहता है और उस में जंग लगता ही नहीं. अपने को ढाल लेने का मतलब अपनी खुशियों या इच्छाओं की कुरबानी देना या अपना अस्तित्व खो देना नहीं होता, बल्कि इस का मतलब तो दूसरों की खुशियों और इच्छाओं का मान करना होता है. एक पहल अगर आप करती हैं तो यकीन मानिए दूसरे भी पीछे नहीं रहते. विवाह होने के बाद आप केवल पत्नी ही नहीं बनती हैं, वरन आप को बहुत सारे रिश्तों में अपने को ढालना होता है. अहंकार और इस भावना से खुद को दूर रखते हुए कि साथी की बात मानना झुकना होता है, उस के अनुरूप एक बार ढल जाएं. फिर देखें वह कैसे आप के आगे बिछ जाता है.

उपहार दें

सोना एक ऐसी चीज है जिसे उपहार में मिलना हर कोई पसंद करता है. उस के सामने अन्य चीजें फीकी पड़ जाती हैं. आज जब हम सोने की कीमत पर नजर डालते हैं तो पता चलता है कि वह निरंतर महंगा होता जा रहा है. फिर भी न तो विभिन्न मौकों पर सोना खरीदने वालों में कमी आई है और न ही उसे गिफ्ट में देना बंद हुआ है. वजह साफ है कि सोना शानोशौकत का प्रतीक है और व्यक्ति की हैसियत, उस के रहनसहन को समाज में उजागर करता है. आप जितना सोना पहन कर कहीं जाती हैं, उस से आप की हैसियत का भी अंदाजा लगाया जाता है.

सोने की ही तरह अपने रिश्ते में भी एक शानोशौकत को बरकरार रखें. अपने वैवाहिक जीवन की छोटीछोटी बातों का आनंद लें और साथी को गिफ्ट देना न भूलें. अपने घर की सज्जा और अपनी जीवनशैली पर ध्यान दें और पूरी मेहनत करें ताकि सोने की तरह आप के जीवन में भी शानोशौकत बनी रहे.

प्रशंसा करें

सोने के गहने हों या उस से बनी कोई नक्काशी या उस से किया कपड़ों पर काम, आप प्रशंसा किए बिना नहीं रह पाती हैं. ठीक वैसे ही आप साथी की भी प्रशंसा करने में कोताही न बरतें. इस से उसे महसूस होगा कि आप उस से प्यार करती हैं, उस को पसंद करती हैं. प्रशंसा करने के लिए बड़ीबड़ी बातों का इंतजार न करें. उस की छोटीछोटी बातों की भी तुरंत प्रशंसा कर दें. इस से उस के चेहरे पर खुशी आ जाएगी. इसी तरह अगर पति अपनी पत्नी की झूलती लटों की प्रशंसा कर दे, तो वह खुश हो अपना सारा प्यार उस पर लुटा देगी.

ये भी पढ़ें- शादी से पहले Financial Issues पर करें बात

सुरक्षा है सदा के लिए

महंगा होने पर भी लोग सोना इसलिए खरीदते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि मुसीबत के समय यही काम आएगा. सोना जहां सौंदर्य का प्रतीक है, वहीं वह यह मानसिक संतुष्टि भी प्रदान करता है कि कभी जीवन में कठिनाइयों ने घेरा तो उसे बेच कर काम चला लेंगे. सोना एक सुरक्षा का एहसास देता है, इसलिए उस के पास होने से हम निश्चिंत रहते हैं. सोने जैसा स्थायित्व, मानसिक संतुष्टि और राहत का एहसास वैवाहिक जीवन में भी पाया जा सकता है. युगल को केवल आर्थिक ही नहीं, हर पहलू से यह आश्वासन चाहिए होता है कि मुसीबत के समय उस का साथी उस का साथ देगा. उसे वह मझधार में नहीं छोड़ेगा. अपने साथी को सुरक्षित होने का एहसास कराना आवश्यक है. उस के सुखदुख में साथ दे कर, उस की परेशानियों को समझ कर आप ऐसा कर सकते हैं. अगर जीवन में मानसिक संतुष्टि हो और एक स्थायित्व की भावना तो वह बहुत सुगमता और मधुरता से आगे बढ़ सकता है, वह भी तमाम हिचकोलों के बीच.

Judiciary और एजेंसी के जाल में फंसे Aryan Khan, पढ़ें खबर

बुरी लत चाहे ड्रग्स की हो या किसी दूसरे चीज की….कानून के हिसाब से सबकुछ होने की जरुरत है…… नामचीन व्यक्ति……क्रिकेट और हिंदी सिनेमा जगत के सेलेब्रिटी को जनता का प्यार बहुत मिलता है……उन्हें एक घड़ी पहनने का ब्रांड 5 करोड़ देती है……क्यों दे रही है?….जनता के लिए ही दे रही है, क्योंकि जनता उसे ही पहनना चाहेगी….और ब्रांड का काम बन जाता है ……एक आम इंसान को कोई ब्रांड5 करोड़ तो क्या 5 रुपये तक नहीं देती ….. अगर ब्रांड का फायदा सेलेब्रिटी को मिलता है, तो आपके बारें में जनता जानना भी चाहती है….इसे टाला नहीं जा सकता…क्योंकि आपने अगर इंडोर्समेंट का फायदा उठाया है, तो आपके जीवन में किसी का हस्तक्षेप न हो, ऐसा संभव नहीं. ऐसे ही कुछ बातों को कह रही थी, मुंबई हाईकोर्ट की वकील, सोशल एक्टिविस्ट और फॉर्मर ब्यूरोक्रेट आभा सिंह. व्यस्त दिनचर्या के बावजूद उन्होंने बात की और कहा कि कोर्ट का आर्यन खान को बेल न देना,मेरी समझ से बाहर है.

अंधा नहीं है कानून

आभा सिंह कहती है कि कानून कभी अंधा नहीं होता, जो सबूत सही ढंग से पेश न कर तोड़-मरोड़ कर रख दिया जाता है और जज उसी सबूत के आधार पर अपना निर्णय देता है. कई बार न्याय देने में देर हो जाती है, क्योंकि 50 प्रतिशत सीट कोर्ट में खाली है, जिसे अभी तक भरा नहीं गया. कानून अंधे होने की बात के बारें में गौर करें, तो आर्यन खान के पास से न तो ड्रग मिली और न ही उसके ब्लड टेस्ट में भी ड्रग लेने की कोई सबूत मिला, लेकिन 20 दिनों से वह जेल में है. इसलिए अबसबको लगने लगाहै कि सरकारी तंत्र किसी को कभी भी फंसा सकता है. अगर न्यायतंत्र इन एजेंसियों के आगे हल्की पड़ जाती है और एजेंसी की बातों को सही ढंग से नहीं परखती, तब लोग समझने लगते है कि कानून वाकई अंधा है.

न्यायतंत्र को परखने की है जरुरत

वकील आभा का कहना है कि इस देश में तो अब ये लगता है कि अगर आप एक नामचीन इंसान है, तो कुछ भी गलत किसी के साथ होने पर पूरा परिवार उसे भुगतता है. एजेंसी सही ढंग से कानून नहीं लगाती, इसलिए न्यायतंत्र को परखने की जरुरत है. कोई भी एजेंसी अगर गलत कानून लगाती है, तो उनपर कार्यवाई की जानी चाहिए, ताकि जनता को लगे कि कानून उनको सुरक्षा देने के लिए है, न कि दुरूपयोग कर अत्याचार करने की है.

ये भी पढ़ें- कहीं खतना तो कहीं खाप… कब समाप्त होंगे ये शाप

पोलिटिसाइज़ हो गई है एजेंसिया

सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वी एम कनाडे, जो मुंबई की लोकायुक्त है और पिछले 40 साल से कानून के क्षेत्र में काम कर रहे है. उन्होंने आर्यन के बेल के बारें में कहा कि आर्यन के वकील ने हाई कोर्ट में फिर से एप्लीकेशन दिया है, जो हाईकोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी. कानून के बारें आज जनता का विश्वास क्यों उठने लगा है पूछने पर न्यायमूर्ति कनाडे कहते है कि अगर आशा के अनुसार न्याय नहीं मिलता, तो लोग कानून में विश्वास नहीं रखते और आशा के अनुसार न्याय मिलने पर लोग न्याय पर विश्वास जताते है, लेकिन ये भी सही है कि जुडीशियरी लास्ट रिसोर्ट होती है और लोग उसपर सबसे अधिक विश्वास रखते है. मेरा अनुभव ये कहता है कि आज पोलिटिकल लड़ाई बहुत चल रही है. किसी भी निर्णय को पॉलिटिक्स के हिसाब से देखी जा रही है, यह सही नहीं है. मैं 16 साल जज रहा हूँ. नॉर्मली हम राजनीति में नहीं जाते, कानून के हिसाब से निर्णय देते है. इसके अलावा आज न्यायालयों में जजों और वकीलों की संख्या बहुत कम है, खाली स्थानों को जल्दी भरने की बहुत जरुरत है.

न्यायतंत्र पर विश्वास कम होने की वजह लॉयर आभा सिंहबताती है कि 84 वर्ष के स्टेन स्वामी की मृत्यु जेल में ही हो गयी, लेकिन उन्हें बेल नहीं मिला. मुझे लगता है कि पुलिस और कई एजेंसियां राजनीतिकरण का हिस्सा बन चुकी है. ये इस तरह के केस बनाती है. पिछले कुछ दिनों पहले एक बात सामने आई थी कि प्रधानमंत्री मोदी को किसी ने जान से मारने की धमकी दी है, फिर पता चला कि लैपटॉप पर ये मेसेज आया है.सबको पता है कि आज लोग मेल हैक कर क्या-क्या कर लेते है. ये बातें कितनी झूठी और बनावटी हो सकती है, ऐसे में आर्यन के व्हाट्स एप मेसेज को इतनी तवज्जों क्यों दी जा रही है? राईट टू लिबर्टी को बचाने केलिए सुप्रीम कोर्ट को नयी गाइडलाइन्स लानी पड़ेगी. आज देश के सारे हाई नेटवर्क वाले लोग देश छोड़कर चले जा रहे है,ऐसे में देश, एक अच्छा देश कैसे बन सकता है? हर नेता चाहते है कि पुलिस उनके सामने घुटने टेके, लेकिन न्यायतंत्र को देखना चाहिए कि पुलिसवाला क्या गलत कर रहा है? अगर अरेस्ट करने का पॉवर पुलिस को मिला है, तो कोर्ट बेल दे सकती है, लेकिन जुडीशियरी अगर अपने कानून को न देखकर दूसरी तरफ देखने लगे, तो अराजकता फैलती है.

सहानुभूति की है जरुरत

इसके आगे आभा का कहना है कि आर्यन को बिना किसी प्रूफ के जेल में डाले हुए है. असल में नारकोटिक ड्रग्स एंड साईकोट्रोपिक सबस्टेन्स (NDPS) एक्ट 1985 के तहत बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस कोतवाल ने रिया चक्रवर्ती को बेल तो दिया था, लेकिन उस समय NDPSएक्ट को उन्होंने नॉन बेलेबल कहा था. इसलिए आर्यन को बेल नहीं मिल रही है, लेकिन ये भी सच है कि पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर कोई छोटा अमाउंट पर्सनल यूज़ के लिए कंज्यूम करता है, तो उसे बेल दे दी जाय, क्योंकि आपको उस इन्सान से सहानुभूति रखनी है, उसके एडिक्शन को छुड़ावाना, इलाज करवाना आदि की जरुरत है. यहाँ आर्यन के पास केवल 13 ग्राम ड्रग ही मिला है,जबकि हमारे देश में होली पर लोग चरस, गांजा आदि के प्रयोग कर ठंडाई बनाते है. अगर ड्रग को रोकना है, तो उन्हें ड्रग बेचने वाले पेडलर और  ड्रग सिंडिकेट को पकड़ने की जरुरत है. उन्हें पकड़ न पाने की स्थिति में बॉलीवुड और कॉलेज के बच्चों को पकड़ रहे है, जो सॉफ्ट टारगेट होते है और उन्हें पकड़कर मीडिया में तमाशा कर रहे है. जबकि ये बच्चे ड्रग सिंडिकेट के शिकार है और उनका परिवार बच्चों की इन आदतों से परेशान है. इंडिया में ड्रग, दवाइयों और कुछ खास चीजों के लिए लीगल है, जबकि कई देशों में इसे लीगल कर दिया गया है. इस तरह से अगर बच्चे अरेस्ट होने लगे, तो आधी जनता जेल में होगी. मेरा सुझाव है कि जब आर्यन के बेल की बात आगे हाई कोर्ट में सुना जाएँ, तो जस्टिस कोतवाल के बात को अलग रखकर, उस बच्चे को बेल दी जाय. NDPS एक्ट 1985 की सेक्शन 39 में लिखा हुआ है कि बच्चे के उम्र और पिछले आचरण को देखते हुए,उसे बेल दीजिये. नॉन बेलेबल का कोई सवाल नहीं उठता.

ये भी पढ़ें- हमारे देश की महिलाएं पुरुषों की कितनी हमकदम?

सरकार की दोहरी नीति

23 साल के आर्यन को बेल न मिल पाने की वजह से फेंस और हिंदी सिनेमा जगत से जुड़े सभी लोग परेशान और दुखी है. एड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ कहते है कि ड्रग्स कई प्रकार के होते है और क्राइम भी उसी हिसाब गिना जाता है. चरस और गांजा दो हज़ार सालों से साधु संत, व्यापारी और मेहनत करने वाले किसान,बदन दर्द को कम करने के लिए, सोने से पहले एक चिलम मारते है,उसे  ड्रग्स नहीं कहा जा सकता. जो नैचुरल पदार्थ ओपियम को प्रोसेस कर बनाया जाता है,वह ड्रग कहलाता है. ऐसे कई गांजा और चरस के ठेके को सरकार लाइसेंस देती है. फिर ये ड्रग कैसे हो सकती है?ये एक प्रकार की हिपोक्रेसी हुई. एक हाथ से सरकार गांव खेड़े में, साधु संत और अखाड़े वालों को मादक पदार्थों के सेवन की पूरी छूट देती हैऔर दूसरी तरफ कॉलेज जाने वाले एक बच्चे के पॉकेट से 10 ग्राम की कुछ भी मिलने पर पोलिटिकल एफिलियेशन के अनुसार छोड़ते है या जेल भेज देते है. इस प्रकार कानून की कोई पॉवर नहीं है. इससे जो कोई भी पॉवर में आएगा, वह दूसरे के पीछे पड़ेगा. यहाँ आर्यन खान से अधिक शाहरुख़ खान के पीछे सब पड़े है.ये एक प्रकार की दुश्मनी है,जिसे वे इस तरीके से निकाल रहे है,क्योंकि जिस चीज को 2 हज़ार साल से लोग प्रयोग करते आ रहे है, उसे गैर कानूनी नहीं कहा जा सकता.एनसीबी और सीबीआई सब सरकार के टट्टू है. एक 23 साल के बच्चे को जेल में डाल दिया और जो रियल में क्रिमिनल है, जिसने 4 लोगों को कुचल दिया, वह आराम से घूम रहा है. बिगड़ी हुई न्याय व्यवस्था को जनता महसूस कर रही है, क्योंकि सरकार दोहरी निति पर चल रही है, अपनों के लिए अलग कानून और दूसरों के लिए अलग कानून बनाए है.

बिके हुए है न्यूज़ चैनल्स

न्यूज़ चैनेल टीआर पी के लिए कुछ भी तमाशा कर रही है. आर्यन एडल्ट है, उसने जो किया, खुद से किया है. शाहरुख़ का नाम क्यों आ रहा है, जबकि अरबाज़ मर्चेंट और मुनमुन धमेचा के पेरेंट्स को कोई सामने नहीं ला रहे है. उन्होंने भी तो अपराध किया है. इसका अर्थ ये हुआ की मिडिया भी इसी गेम में फंसी हुई है, बिकीहुई है, तभी किसी पर कीचड़ उछाल रही है. मिडिया को सही बातें रखने की आवश्यकता है. जब दो हज़ार करोड़ ड्रग के साथ अदानी पोर्ट पर पकड़ा गया, उसे एक छोटी सी जगह पर पेज में छुपा हुआ न्यूज़ आइटम दिखा. जबकि आर्यन खान के साथ शाहरुख़ को जोड़कर न्यूज़ चैनेल हेड लाइन बनाती है. मुझे दुःख इस बात से है कि देश की न्यायतंत्र आज सरकार के टट्टू बन चुके है, जबकि उन्हें कानून के अनुसार निर्णय देना चाहिए. कानून के सामने सब बराबर है, टीआरपी के लिए टीवी चैनेल्स फेवरिटीज्म नहीं दिखा सकती.

इस प्रकार तथ्य यह है कि क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले में आर्यन खान अभी भी जेल में है. सेशंस कोर्ट ने बुधवार 20 अक्तूबर को आर्यन की जमानत याचिका खारिज कर दी. आर्यन के साथ ही अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा की जमानत याचिका खारिज कर दिया गया है. दरअसल आर्यन को 2 अक्टूबर को मुंबई से गोवा जा रही क्रूज पर रेव पार्टी में छापेमारी के बाद एनसीबी ने पहले हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया. इसमें आर्यन के साथ 8 लोगों को भी ग‍िरफ्तार किया गया. आर्यन फिलहाल मुंबई के आर्थर रोड जेल में 14 दिनों की न्‍याय‍िक हिरासत में कैद है.अगली सुनवाई 26 अक्तूबर को होगी, अब देखना है कि आर्यन खान को बेल मिलेगी या नहीं.

ये भी पढ़ें- महिलाओं के खिलाफ नया हथियार रिवेंज पोर्न

मेरे चेहरे पर बहुत झांइयां हैं, इसे दूर करने का कोई घरेलू उपाय बताएं?

मैं 35 वर्षीय महिला हूं. मेरे चेहरे पर बहुत झांइयां हैं. मैं ने कई उपाय कर लिए पर कोई फायदा नहीं हुआ. कोई घरेलू उपाय बताएं जिस से मेरे चेहरे की झांइयां कम हो जाएं?

चेहरे पर झांइयां होने का कारण खानपान में पौष्टिक तत्त्वों की कमी के अलावा धूप में अधिक घूमना भी हो सकता है. आप अपने भोजन में आयरन की मात्रा अधिक से अधिक लें. हरी पत्तेदार सब्जियां भोजन में शामिल करें. इस के अलावा घरेलू उपाय के तौर पर सब को कद्दूकस कर के चेहरे पर लगाएं और फिर सूखने पर धो लें. अगर सेब न मिले तो केले का पैक भी चेहरे पर लगा सकती हैं. इस पैक को रोजाना चेहरे पर लगाएं. धीरेधीरे झांइयां हलकी पड़ जाएंगी.

ये भी पढ़ें- मेरे जेठ मुझसे जबरन संबंध बनाना चाहतें हैं, मैं क्या करूं?

ये भी पढ़ें- 

सर्दियों के आते ही ठंड को एन्जॉय करने के लिए लोग ऊनी कपड़ों का प्रयोग करना शुरू कर देते है, क्योंकि गरमा गरम खाना इस मौसम को और अधिक बेहतर बना देती है, लेकिन ठंड में चारो तरफ ठंडी हवाएं चलने की वजह से त्वचा रुखी और बेजान होने लगती है,ऐसे में अगर त्वचा की रूटीन देखभाल की जाय, तो पुरस्कार के रूप में चमकदार त्वचा और गुलाबी ग्लो चेहरे पर आ जाती है.

इस बारें में द एस्थेटिक क्लिनिक्स की कॉस्मेटिक डर्मेटोलोजिस्ट & डर्मेटो-सर्जन डॉ. रिंकी कपूर कहती है कि जाड़े के दिनों में दूसरे मौसम की अपेक्षा त्वचा का अधिक ध्यान देने की जरुरत है, क्योंकि इस समय ठंडी और सूखी हवाएं त्वचा से नमी को सोख लेती है. इससे स्किन ड्राईनेस, खुजली, परतदार स्किन आदि की संभावना रहती है, जिससे स्किन रफ, ड्राई और डिहाइड्रेटेड हो जाती है. कुछ सरल और आसान तरीके से स्किन की देखभाल की जा सकती है , जो निम्न है,

• अधिक हैवी या मोयस्चर युक्त क्रीम न चुने, क्योंकि इससे त्वचा के रोम छिद्र बंद हो सकते है, स्किन के लिए हाइड्रेटिंग प्रोडक्ट्स, जो त्वचा की नेचुरल आयल और नमी को बनाये रखने में सहायक हो, उसे लें. ठंड में मास्क, पील्स और अल्कोहल बेस्ड प्रोडक्ट्स खरीदने से बचें.

ये भी पढ़ें- 6 टिप्स: सर्दियों में शहद का करें इस्तेमाल और पाएं ब्यूटीफुल स्किन

• महंगे उत्पाद खरीदने के वजाय सही और वेटलेस हाइड्रेटिंग ब्रांडेड प्रोडक्ट्स ,जो एक लेयर्स में मिलें, उसे लें और ध्यान दें कि ये प्रोडक्ट त्वचा को जरुरत के अनुसार पोषक तत्व दे सकें और उसकी चमक को बिना किसी समस्या के बनाए रखें. इस सीरीज में क्लींज-टोन-सीरम-मोयास्चराइजर- सनस्क्रीन होनी चाहिए. लाइटवेट फार्मूला स्किन को मुलायम और बेजान होने से पूरे दिन बचाती है.

नाखून की साफ़-सफाई: कोविड के दौरान और बाद में नाख़ून की स्वच्छता का महत्व

केएआई इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राजेश यू पांड्या द्वारा इनपुट

भले पूरी दुनिया कोरोनोवायरस महामारी के दंश से उबर रही है, लेकिन हमें फिर भी अपने सुरक्षा को कम नहीं करना चाहिए. घातक कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए अपने हाथों की स्वच्छता के प्रति सतर्क रहना चाहिए. लेकिन क्या हम अपने नाखूनों की स्वच्छता पर पर्याप्त ध्यान दे रहे हैं?  हमारे नाखून हमारे पूरे शरीर के अच्छे स्वास्थ्य का संकेत होते हैं. कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने की संभावना गंदे नाखूनों से होती है. अपने नाखूनों की सफाई के प्रति साफ़-सफाई न होने से नाखूनों के नीचे  हानिकारक जीवाणुओं के पैदा होने का स्थान  बन जाता है. ये कीटाणु हमारे हाथों के जरिये मुंह से होते हुए हमारे शरीर के अंदर जाते हैं. चूँकि भारत में नंगे हाथ से खाना खाने की प्रथा है इसलिए नाखून की साफ़-सफाई रखना काफी महत्वपूर्ण है और इसके बिना हाथ की स्वच्छता अधूरी है.

बेहतर नाखून की साफ़-सफाई की आदत का पालन करने से  हमारे नाखून के स्वास्थ्य की उम्र  काफी लम्बी होती है. साफ़ सफाई की इन आदतों में यह शामिल होता है कि खाने के कण, गंदगी, धूल हमारे नाखूनों से चिपके न हो और नाखून के नीचे बैक्टीरिया का निर्माण न हो. शुक्र है नाखून की बेहतर स्वच्छता तथा सफाई बनाए रखना इतना मुश्किल नहीं है. थोड़ी सी लगन, जागरूकता और ध्यान हमारे नाखूनों को स्वस्थ रखने के लिए काफी है.

नाखून की साफ़-सफाई को नज़रअंदाज करने से वायरल इन्फेक्शन से ग्रसित होने की संभावना ज्यादा

नाखूनों की साफ-सफाई के प्रति लगातार लापरवाही बरतने से बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन जैसी कई गंभीर समस्याएं पैदा हो जाती हैं. अक्सर इनकी वजह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याए हमें घेर लेती हैं. जब तक हम नियमित रूप से हाथ धोने के अलावा अपने नाखूनों के नीचे के हिस्से को साफ नहीं करेंगे, तब तक हमारे हाथ की साफ़-सफाई पूरी नहीं मानी जायेगी. अधिकांश लोग दूसरों के साथ नेल क्लिपर शेयर करने से गुरेज नहीं करते हैं. हालांकि यह एक बेहद गन्दी आदत (अनहेल्दी प्रैक्टिस) है. जब हम अपने पर्सनल हाइजीन प्रोडक्ट्स (व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पादों) को किसी से शेयर नहीं करते हैं तो हम अपने नेलकटर को क्यों शेयर करते हैं? इसलिए नेल क्लिपर को भी शेयर न करें, नाखून में प्रचुर मात्रा में कीटाणुओं, जीवाणुओं और वायरसों का जमाव हो सकता है जोकि नेलकटर शेयर करने की वजह से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें- Healthcare Tips: कोविड के इस मुश्किल समय में ख़ुद को कैसे सुरक्षित रखें?

नेलकटर को सूखा और साफ़ रखें

ऐसा करने से हमारे नाखूनों के नीचे बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन को बढ़ने से रोका जा सकता है. यह देखा गया है कि लंबे समय तक पानी के संपर्क में रहने से नाखून टूट सकते हैं. बर्तन धोते समय, सफाई करते समय या कठोर केमिकल का उपयोग करते समय हमेशा कॉटन-लाइनेड रबर दस्ताने पहनने की सलाह दी जाती है. बेहतर नाखून की साफ-सफाई की आदत का पालन करने के लिए हमें अपने नाखून देखभाल प्रोडक्ट के बारे में सावधान तथा सतर्क रहना चाहिए. ग्रिम रिमूवर के साथ एक तेज स्टेनलेस-स्टील नेल क्लिपर का उपयोग करें, जो नाखूनों के नीचे छिपे कीटाणुओं और जमी हुई मैल को हटा सके. नाखूनों को सीधा काटें, फिर इन्हें एक कोमल कर्व में गोल करें. नाखून काटने के बाद हमेशा हाथों और नाखूनों के नीचे साबुन और पानी से धोएं.

क्यूटिकल्स को बढ़ने से बचाने के लिए हाथों और नाखूनों को नम बनाये रखें. नेल पेंट रिमूवर, हैंड सैनिटाइज़र और हार्श साबुन का बार-बार इस्तेमाल करने से नाखूनों के साथ-साथ क्यूटिकल्स के सूखने का कारण बन सकते हैं. नाखून कम से कम रखें, उन्हें नियमित रूप से ट्रिम करें और कम से कम 20 सेकंड के लिए हाथ धोएं और फिर इसे मॉइस्चराइज़ करें, इससे  बीमारियों की संभावना को कम तथा किसी भी तरह के वायरस से बचा सकता है. केएआई इंडिया नेल क्लिपर में 100% स्टेनलेस स्टील, नेल फाइलर, ग्रिम रिमूवर, नेल ट्रे और नॉन-क्रोमियम कोटिंग जैसी अनूठी विशेषताएं होती हैं, जो उन्हें उचित नाखून स्वच्छता बनाए रखने के लिए सुरक्षित और सबसे प्रभावी बनाती हैं.

यहां कुछ और तरीके दिए गए हैं जिनके माध्यम से हम अपने नाखूनों की स्वच्छता बरकरार रख सकते हैं, और नाखूनों को डैमेज होने से बचा सकते हैं.

नाखून चबाने से बचें:

इससे नाखून के मामूली कट के रूप में नुकसान होने की क्षमता होती है, जिससे इन्फेक्शन हो सकता है . इसके अलावा जब हम अपने नाखून मुंह से काटते हैं, तो कीटाणु सीधे हमारे मुंह में शरीर में अंदर चले जाते हैं.

हैंगनेल के प्रति सतर्क रहें:

अपने लटकते हुए नाखूनों को कभी भी न हटाएं. बल्कि उनके प्रति सावधानी बरतें और उन्हें अच्छे से काटें . उन प्रोडक्ट का उपयोग करना बंद कर दें जो नाखूनों पर नकारात्मक असर डालते हैं. हमेशा एसीटोन मुक्त प्रोडक्ट ही खरीदें.

ये भी पढ़ें- अर्टिकैरिया से छुटकारा पाना है आसान

नियमित रूप से नेल चेकअप करवाएं:

अगर आपको लगातार नाखून की समस्या है, तो जांच कराने के लिए डॉक्टर या त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लें.

नेल क्लिपर शेयर न करें:

कोशिश करें कि अपने नेल क्लिपर को शेयर न करें, क्योंकि उनमें कीटाणु होते हैं. नेल क्लिपर को गुनगुने पानी से धोएं और इसके बाद पानी और एक मुलायम कपड़े से पोछें.

दादी अम्मा : भाग 4- आखिर कहां चली गई थी दादी अम्मा

लेखक- असलम कोहरा

जब नर्सिंग होम से डिस्चार्ज होने का समय आया तो दादी अम्मा ने दोनों से कहा, ‘बेटा, अब मुझे घर छोड़ आओ और तुम भी अपना घर देखो. तुम ने मुझ पर बहुत बड़ा एहसान किया है.’

‘यह क्या कह रही हैं, अम्मा. हम दोनों के मांबाप तो रहे नहीं. आप की खिदमत से लगा जैसे उन की कमी दूर हो गई,’ मेहनाज ने कहा.

अम्मा उस के सिर पर हाथ फिराने लगीं. लेकिन अम्मा को आरजू और पोतेपोतियों की याद सता रही थी. इसलिए साजिद और मेहनाज को आगे कभी उन के साथ रहने की तसल्ली दे कर अपने घर आ गईं. उन के आने पर कुछ दिन तक तो बेटेबहुएं उन के आसपास रहे, लेकिन फिर उन का रवैया पहले जैसा हो गया, अम्मा के प्रति उपेक्षित व्यवहार. वे फिर अपनी मौजमस्ती में डूब गए.

कुछ समय बीता तो दादी अम्मा की तबीयत फिर बिगड़ने लगी. अब कौन उन की देखभाल करेगा. वे जबरदस्ती अपने बेटों पर बोझ नहीं बनना चाहती थीं. एक दिन दादी अम्मा ने घर छोड़ दिया. किसी को बता कर नहीं गईं कि कहां जा रही हैं.

आज उन्हें घर छोड़े हुए 1 महीने से ऊपर हो चला था. सभी रिश्तेदारों के बीच खोजा, लेकिन कहीं पता नहीं चला. जब पूरा घर सूना और उजड़ा सा लगा तो बेटों को उन की अहमियत का पता चला. अब वे चाह रहे थे कि किसी भी तरह अम्मा घर वापस आ जाएं. इसीलिए हाजी फुरकान के आगे वे दुखड़ा रो रहे थे.

ये भी पढ़ें- नीड़: सिद्धेश्वरीजी क्या समझ पाई परिवार और घर की अहमियत

दूसरे दिन हाजी फुरकान, गफूर मियां, जाबिर मियां और मजहबी कार्यक्रमों के नाम पर चंदा उगाहने वाले रशीद अली को ले कर रेहान के घर पर पहुंच गए. आंगन में दरी बिछा कर उस पर कालीन डाल दी गई और बीच में हुक्का व पानदान रख दिया गया.

‘‘बताओ मियां, क्या परेशानी है?’’ थोड़ी देर हुक्का गुड़गुड़ाने के बाद राशिद अली ने पूछा.

‘‘अम्मा का कुछ पता नहीं चल रहा है. पता नहीं किस हाल में हैं. दुनिया में हैं भी या नहीं?’’ रेहान ने बुझी आवाज में कहा.

‘‘देखो मियां, घबराओ नहीं, हम अपने इलम से अभी पता लगा लेते हैं,’’ जाबिर मियां ने तसल्ली दी, फिर सब से बोले, ‘‘सब लोग खामोश रहें. हमें अपना काम करने दें.’’

वे कुछ देर तक आंखें बंद कर के मुंह ऊपर उठा कर बुदबुदाते रहे. फिर धीरे से बोले, ‘‘बेटा, सब्र से काम लेना. हम ने पता लगा लिया है. तुम्हारी अम्मा अब इस दुनिया में नहीं हैं.’’

‘‘आप ने कैसे पता लगाया?’’ जुबैर ने जिज्ञासावश पूछना चाहा कि गफूर मियां ने उसे बीच में ही झिड़क दिया, ‘‘देखो बेटे, या तो हम पर यकीन करो या फिर हमें बुलाते ही नहीं.’’ फिर हाजी फुरकान पर बिगड़ते हुए बोले, ‘‘मियां, कैसे दीन से फिरे हुए लोगों के घर ले आए हमें. चलो, जाबिर मियां. यहां रुकना अब ठीक नहीं है.’’

इस पर हाजी फुरकान ने जुबैर को डांटना शुरू कर दिया, ‘‘तुम लोग क्या जाबिर मियां को ऐसावैसा समझ रहे हो. बड़े पहुंचे हुए हैं. अपने कब्जे में की हुई रूहानी ताकतों से वे सात समंदर पार की खबर निकाल लेते हैं, यह तो फिर भी यहीं का मामला है. और सुनो, मेरे कहने से तो आ भी गए, वरना ऐसीवैसी जगह तो वैसे भी ये लोग हाथ नहीं डालते हैं,’’ फिर गफूर मियां और जाबिर मियां को समझाते हुए बोले, ‘‘बच्चा है, गलती से पूछ बैठा. आप कहीं मत जाइए, आप की जो खिदमत करनी होगी, उस के लिए ये लोग तैयार हैं. मैं गारंटी लेता हूं.’’

थोड़ी देर तक नाकभौं सिकोड़ने के बाद जाबिर मियां दाढ़ी पर हाथ फेरते हुए रेहान से बोले, ‘‘देखो बेटे, आप की वालिदा को तो कोई वापस ला नहीं सकता, अलबत्ता उन को शांति मिले, इस के लिए काफी कुछ किया जा सकता है.’’

‘‘वह कैसे?’’ रेहान ने पूछा.

‘‘उन के जीतेजी जो ख्वाहिशें अधूरी रह गई हैं उन्हें पूरा कर के उन को सुकून मिल सकता है. बताओ, क्याक्या ख्वाहिशें थीं उन की? फिर हम ऐसे उपाय बताएंगे कि अम्मा को शांति मिल जाएगी और आप लोगों का प्रायश्चित्त भी हो जाएगा,’ जाबिर मियां उगलदान में पान की पीक थूकने के बाद बोले.

‘‘चचाजान, अम्मा को खीर, पान, रसगुल्ले, फल और मुरब्बे बहुत पसंद थे. बिरयानी भी चाव से खाती थीं,’’ फैजान ने बताया.

‘‘अजी मियां, ये दोचार बातें क्या बता रहे हो, हम ने अपने इलम से पता लगा लिया है कि उन्हें क्याक्या पसंद था,’’ जाबिर मियां हुक्का गुड़गुड़ाने के बाद बोले, ‘‘देखो बेटे, तुम्हारी अम्मा को जो पसंद था, उस की लिस्ट हम दे देते हैं. ये सारा सामान ले आओ, जब तक हम और साथियों को बुला लेते हैं.’’

रेहान ने जब लिस्ट देखी तो उस के होश उड़ गए. उस में 40 मुल्लाओं को धार्मिक अनुष्ठान के मौके पर मुर्गमुसल्लम, पुलाव, खीर, फल और मिठाई मिला कर 25 व्यंजन खिलाने और कपड़े दिए जाने के अलावा गफूर मियां और रशीद अली को अलग से 11-11 हजार रुपए दिए जाने की हिदायत दे डाली थी जाबिर मियां ने.

इन कठमुल्लों के फरमान को टालना तीनों भाइयों के बस की बात नहीं थी. फिर भी थोड़ी देर के लिए वे सोच में पड़ गए.

ये भी पढ़ें- मुसकान: सुनीता की जिंदगी में क्या हुआ था

उन्हें चुप देख कर हाजी फुरकान ने व्यंग्यात्मक शब्दों की तोप दागी, ‘‘मियां, ये लोग तो समझो मुफ्त में परेशानी दूर कर रहे हैं, वरना इस नेक काम के तो लाखों लेते हैं. और यह भी समझो कि अगर इन से आप लोगों का रिश्ता बना रहा तो अपनी रूहानी ताकत और तावीजगंडों से आगे भी इस घर को बुरी हवा से बचाए रखेंगे.’’

इस से आगे बढ़ कर गफूर मियां ने और डरा दिया, ‘‘बेटा, सोच लो, अगर मजहब की परंपराओं को भुला दिया तो इस घर को बरबाद होने से कोई नहीं बचा सकेगा, समझे. हमारा क्या, यहां नहीं तो दूसरों के दुखदर्द दूर करेंगे.’’

‘‘आप नाराज मत होइए. कल अम्मा का चालीसवां है. हम सारा इंतजाम कर देंगे. बस, आप दुआएं देते रहें, आप ही सहारा हैं,’’ रेहान उन के आगे गिड़गिड़ाने लगा.

दूसरे दिन सुबह से ही रेहान, जुबैर और फैजान व उन की पत्नियां चालीसवें के धार्मिक अनुष्ठान की तैयारी में जुट गए. घर के आंगन में बड़ी सी दरी बिछ गई, भट्ठियों पर देगें चढ़ा दी गईं और कठमुल्लों के प्रवचनों के लिए छत के कोनों पर लाउडस्पीकर लगा दिए गए.

दोपहर होतेहोते कठमुल्लों की भीड़ आंगन में इकट्ठी हो गई. जाबिर मियां के आदेश पर दरी के बीच में अम्मा की पसंद का नाम ले कर तरहतरह के पकवान सजा दिए गए. आरजू यह सब देख कर दुखी हो रही थी. वह खुले विचारों की थी और रूढि़यों व मजहब के नाम पर धंधेबाजों से उसे नफरत थी.

वह सोच रही थी कि मुसलिम समाज में कितना ढकोसला है. जब दादी अम्मा जीवित थीं तो ये बेटे उन को 2 रोटी और 1 कटोरी दालसब्जी नहीं देते थे और अब उन की मृत्यु हो जाने पर कितने पकवान उन के नाम पर बना रहे हैं, जिन्हें वे स्वयं ही खाएंगे. उसे जब इस ढकोसले से चिढ़ होने लगी तो कमरे में चली गई.

थोड़ी देर बाद जाबिर मियां ने प्रवचन शुरू किया. उन्होंने संबोधन के कुछ शब्द ही बोले थे कि दरवाजा खटखटाने की आवाज आई. कमरे से निकल कर आरजू ने जब दरवाजा खोला तो सामने दादी अम्मा खड़ी थीं, साथ में साजिद और मेहनाज भी थे.

कुछ पल के लिए आरजू चौंकी, फिर ‘दादी अम्मा’ कहते हुए उन से लिपट कर रोने लगी. जब दादी अम्मा आंगन में आईं तो उन्हें जिंदा देख कर अफरातफरी मच गई. तीनों बेटे और बहुएं उन्हें भय व आश्चर्य से देखने लगे.

‘‘घबराओ नहीं, अम्मा जिंदा हैं. लेकिन तुम लोगों ने तो इन्हें जीतेजी मार ही दिया था. जब इन्हें रोटी और कपड़ों की जरूरत थी तो पूछा नहीं और अब पकवानों व कपड़ों के ढेर लगा रहे हो. और ये लोग प्रवचन कर रहे हैं, इन की झूठी मौत का बहाना बना कर कमाई कर रहे हैं,’’ साजिद ने अपने दिल की भड़ास निकाल डाली.

आंगन में सन्नाटा सा छा गया. हाजी फुरकान और उन के साथ आए कठमुल्लों की सिट्टीपिट्टी गुम हो गई. उन्होंने वहां से खिसकने में ही भलाई समझी. कठमुल्लों के जाने के बाद सारे बच्चे अम्मा से लिपट गए.

‘‘कहां चली गई थीं, दादी अम्मा, मुझे छोड़ कर?’’ आरजू ने आंसू पोंछते हुए पूछा.

ये भी पढ़ें- आत्मसम्मान: रवि के सौदे का क्या था अंजाम

‘‘मैं बताता हूं,’’ साजिद ने कहा. और फिर साजिद ने जो बताया उसे सुन कर बेटे और बहुएं शर्म से गड़ गए.

दरअसल, पिछली बार जब दादी अम्मा बीमार पड़ीं तो वे लापरवाह बेटों व बहुओं पर बोझ बनने और अपनी देखभाल न हो पाने के दुख से बचने के लिए दूसरे शहर में बुजुर्गों की देखभाल करने वाले संस्थान में चली गईं, ताकि बाकी जिंदगी वहीं काट सकें. वे साजिद और मेहनाज के पास भी यह सोच कर नहीं गईं कि जब सगे बेटेबहुएं अपने नहीं हुए तो दूर के रिश्तेदार पर बोझ क्यों बना जाए. इस की जानकारी होने पर साजिद और मेहनाज ने तमाम दौड़धूप के बाद उन का पता लगाया और किसी तरह उन्हें वापस घर आने के लिए राजी किया.

‘‘अम्मा, हमें माफ कर दो. हम से बड़ी भूल हो गई. अब हम कभी ऐसा नहीं करेंगे. हमें एक मौका दे दो,’’ कहते हुए तीनों बेटे और बहुएं दादी अम्मा के पास आ गए. उन्होंने एकएक कर के सब को गले लगाया. ऐसा करते उन की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए.

दिशा परमार से लेकर चारू आसोपा तक, इन 7 हसीनाओं के Karva Chauth Look ने जीता फैंस का दिल

बीते दिन शादीशुदा महिलाओं ने Karva Chauth मनाया. वहीं सेलेब्स ने भी खास अंदाज में सजधजकर अपना व्रत तोड़ा, जिसकी फोटोज सोशलमीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. आइए आपको दिखाते हैं टीवी हसीनाओं के Karva Chauth के सेलिब्रेशन की खास फोटोज…

दिशा परमार और राहुल वैद्य ने मनाया करवाचौथ

साल 2021 में शादी के बंधन में बंधने वाले दिशा परमार (Disha Parmar) और राहुल वैद्य ने अपना पहला करवाचौथ सेलिब्रेट किया. दोनों की फोटोज सोशलमीडिया पर फैंस का दिल जीत रहे हैं.

माही विज ने इस तरह मनाया करवाचौथ

रियलिटी शो बिग बौस में इन दिनों नजर आ रहे जय भानुशाली की वाइफ माही विज  (Mahhi Vij) ने भी पति के लिए व्रत रखा. हालांकि उन्होंने बेटी तारा के हाथों अपना व्रत खोला, जिसकी वीडियो माही विज ने अपने फैंस के साथ शेयर की.

ये भी पढ़ें- Anupama को ताले में बंद करेगा वनराज!अनुज की खातिर हर दीवार को पार करेगी अनु

रुबीना दिलाइक ने भी किया सेलिब्रेट

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rubina Dilaik (@rubinadilaik)

Bigg Boss 14 विनर रुबीना दिलाइक  (Rubina Dilaik) ने इस बार हिमाचल में जाकर करवाचौथ सेलीब्रेट किया है. इस दौरान जहां रुबीना दिलाइक ने अपनी मां के हाथ पर मेहंदी लगाई. तो वहीं अभिनव संग अपनी फोटोज फैंस के साथ शेयर की है.

चारू असोपा ने प्रैग्नेंसी में भी सेलिब्रेट किया करवाचौथ

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Charu Asopa Sen (@asopacharu)

सुष्मिता सेन की भाभी चारू असोपा (Charu Asopa)ने प्रेग्नेंट होने के बावजूद करवाचौथ का व्रत रखा, जिसकी फोटोज उन्होंने अपने पति राजीव सेन के साथ शेयर की. फैंस दोनों की फोटोज शेयर पर प्यार लुटा रहे हैं.

धीरज धूपर और विन्नी धूपर ने मनाया करवाचौथ

कुंजली भाग्य एक्टर धीरज धूपर ने अपनी पत्नी विन्नी धूपर (Vinny Dhoopar) के साथ अपना एक और करवाचौथ सेलिब्रेट किया. इस दौरान उनका लुक देखकर फैंस तारीफें करते नहीं थक रहे हैं.

काम्या पंजाबी ने मनाया सेलिब्रेशन

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Kamya Shalabh Dang (@panjabikamya)

शक्ति अस्तित्व के एहसास की एक्ट्रेस काम्या पंजाबी  (Kamya Panjabi)ने अपने करवाचौथ सेलिब्रेशन की फोटोज शेयर की. इस दौरान वह रेड कलर की जगह पिंक कलर से फैंस का दिल जीतती नजर आए.

ये भी पढे़ं- GHKKPM: अनाथ सई के रिश्तों पर उठेंगे सवाल तो विराट-सम्राट देंगे करारा जवाब

फेस्टिव सीजन में करें Top Trends की शौपिंग, Amazon Fashion & Beauty

साल का सबसे रोमांचक समय आ गया है क्योंकि Amazon India का एक महीने तक चलने वाला Great Indian Festival 3 अक्टूबर से सभी के लिए लाइव हो गया है. अब फैस्टिव सीजन में घर बैठे ही खरीदे कपड़ों से लेकर मेकअप प्रोड्क्ट, एक्सेसरीज़, स्किनकेयर, फुटवियर, बैग और ज्वैलरी. फैशन और ब्यूटी से जुड़े सारे सामान के साथ 40 लाख+ स्टाइलिश प्रोडक्ट और 1000+ बड़े ब्रांड्स पर भारी छूट के साथ हर मौके के लिए Amazon.in की मुफ्त और फास्ट डिलीवरी, जो आपके घर तक सुरक्षित रूप से पहुंचाई जाएंगी.

इसी के साथ आप के पास है कुछ पॉकेट फ्रेंडली डील्स, जिनका फायदा आप Great Indian Festival के दौरान उठा सकते हैं. नीचे देखें पूरी रेंज….

कपड़ों पर पाएं 70% तक की छूट:

महिलाओं के एथनिक वियर:

फेस्टिव सीज़न एथनिक वियर पहनने का सबसे अच्छा समय है. चाहे एम्ब्रॉयडर्ड और एम्बेलिश्ड कुर्ता सेट हो या इवनिंग फेस्टिव पार्टी के लिए सिल्क साड़ियां या सिंपल मोनोटोन या फिर डे पार्टी में के लिए कॉन्ट्रास्ट मिक्स-एंड मैच-कुर्ता और स्ट्रेट-कट पैंट्स. सब कुछ मिलेगा किफायती दाम में.

Recommended:

BIBA वुमन कॉटन सलवार सूट सेट

FASHION-1

Aurelia  वुमन सलवार सूट सेट

fashion 2

W का वुमन रेयन कुर्ता

fashion 3

Men’s फॉर्मल्स:

स्मार्ट नेहरू जैकेट चुनकर फेस्टिव सीजन में अपने स्टाइल को चार चांद लगाएं. वहीं इस लुक को फॉर्मल शर्ट और ट्राउजर के साथ पेयर करें. अलग-अलग कलर और सुंदर पैटर्न में जैकेट ढूंढे, जिन्हें आप डेनिम के साथ भी कैरी कर सकते हैं.

Recommended:

Peter England मैन्स जैकेट

fashion 4

VASTRAMAY मैन्स एथनिक जैकेट

fashion 5

Peter England मैन्स वेस्टकोट

fashion 6

किड्स स्मार्ट एथनिक:

फेस्टिव सीजन में अपने बच्चों के लिए खरीदे एक से बढ़कर एक एथनिक वियर. आरामदायक कपड़ों के साथ ही चुने फैशनेबल कपड़े, ताकि उन्हें पहनकर बच्चे फेस्टिव सीजन का लुत्फ उठा सकें.

Recommended:

Hopscotch लड़कों के लिए कॉटन सॉलिड कुर्ता और पायजामा सेट

kids 2

A.T.U.N By Hopscotch लड़कों के लिए पॉलिएस्टर कढ़ाई जैकेट कुर्ता और धोती सेट

kids 1

Shoppers द्वारा STOP पॉलिएस्टर ब्लेंड गोल नेक लड़कों ब्रोकेड जैकेट कुर्ता पजामा के साथ

BIBA Girls का अनारकली सलवार सूट सेट

fashion 9

ब्यूटी एसेंशियल पर पाएं 50% तक की छूट:

मेकअप:

Contouring, स्मोकी आईज और परफेक्ट बेस के साथ इस फेस्टिव सीजन में अपने लुक को लेटेस्ट मेकअप प्रौडक्ट से सजाएं. लिपस्टिक, लिप कलर्स और आई शैडो के साथ ऐसा प्राइमर चुनना न भूलें जो आपके सभी लुक्स को और खूबसूरत बनाएगा.

Recommended:

Maybelline New York सुपर स्टे क्रेयॉन लिपस्टिक

fashion 10

Lakmé 9 टू 5 प्राइमर + मैट पाउडर फाउंडेशन कॉम्पैक्ट

fashion 11

L’Oreal Paris  काजल मैजिक

fashion 12

मेन्स ग्रूमिंग:

फैस्टिव सीजन में लड़को के लिए भी एक अच्छा लुक होना बेहद जरुरी है. इसके लिए आपके पास होने चाहिए सही टूल्स और ग्रूमिंग किट, जो आपके लुक को बैलेंस करने का काम करेगा. साथ ही डेली क्लींजर और मॉइस्चराइजर के साथ एक बेसिक स्किनकेयर रूटीन देगा आपको परफेक्ट लुक.

Recommended:

The Man Company De Tan फेस केयर किट

fashion 13

Bombay Shaving Company  मेंस बियर्ड ग्रूमिंग किट

fashion 14

Bombay Shaving Company 3 स्टेप शेविंग किट

fashion 15

एक्सेसरीज पर पाएं 40% तक की छूट:

महिलाओं के ज्वैलरी:

किसी आउटफिट को बैलेंस लुक देने के लिए सबसे ज्यादा समय मैचिंग एक्सेसरीज ढूंढने में लगता है. इस फैस्टिव सीजन कुछ औप्शन्स को ट्राय करना ना भूलें, जैसे- ऑक्सीडाइज़्ड डैंगलर्स और चूड़ियां, एक परफेक्ट कुंदन सेट और एक जोड़ी पायल और कुछ गोल्ड प्लेटेड ज्वैलरी, जो आपके लुक को चार चांद लगा देगें.

Recommended:

Sukkhi Glorious  गोल्ड प्लेटेड चोकर नेकलेस

fashion 16

Advitya ऑक्सीडाइज्ड सिल्वर टोन प्लेटेड मेटल ब्रास झुमकी

fashion 17

Estele 24 केटीगोल्ड और सिल्वर प्लेटेड लाइन स्टैक कफ

fashion 18

मैन्स और वूमन्स के लिए Leather की सैंडल:

फेस्टिव सीजन में अगर आपको चाहिए फुटवियर का स्मार्ट कलेक्शन हैं तो ये लेदर सैंडल और शूज चुन सकते हैं. Leather के सैंडल आपके लगभग सभी लुक के साथ मैच हो सकते हैं. चाहे वह कैज़ुअल हो या ट्रेडिशनल या ऑफिस वियर.

Recommended:

Hush Puppies  मैन्स Leather सैंडल

fashion 19

Lee Cooper मैन्स लेदर सैंडल

fashion 20

Catwalk वुमंस लेदर लेजर कट बीडेड फ्लैट्स स्लाइड सैंडल

fashion 21

Anupama को ताले में बंद करेगा वनराज!अनुज की खातिर हर दीवार को पार करेगी अनु

टीआरपी चार्ट्स में नंबर 1 पर बना टीवी शो अनुपमा में इन दिनों मेकर्स कई ट्विस्ट ला रहे हैं. दरअसल, जहां एक तरफ बा और वनराज, अनुज के साथ अनुपमा की दोस्ती के खिलाफ हैं तो वहीं बापूजी और समर, अनुपमा को उसके दिल की बात सुनने को कह रहे हैं. इसी बीच सीरियल की कहानी में नए मोड़ आने वाले हैं. आइए आपको बताते हैं क्या होगा शो में आगे…

अनुपमा के चरित्र पर उठे सवाल

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa (@anupamaa_x_starplus)

अब तक आपने देखा कि दशहरा सेलिब्रेशन में अनुज और अनुपमा साथ डांस करते हैं, जिसे देखकर मोहल्‍ले के लोग बातें बनाते हैं. दरअसल, लोग कहेंगे कि जहां समर की मां अनुपमा एक अमीर बिजनेस टाइकून अनुज को डेट कर रही हैं. तो वहीं समर अपने से बड़ी उम्र की लड़की के साथ रिश्ता बना रहा है. इसी बात का पता बा को पता चल जाएगा और वह वनराज को पूरी बात बताएगी.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Roshni Gupta (@roshnigupta54)

ये भी पढ़ें- GHKKPM: अनाथ सई के रिश्तों पर उठेंगे सवाल तो विराट-सम्राट देंगे करारा जवाब

 

View this post on Instagram

 

A post shared by anupama_loves_anuj (@anupamalovers12)

काव्या करेगी हद पार

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa (@anupamaa_x_starplus)

अपकमिंग एपिसोड में आप देखेंगे कि काव्या अपनी नौकरी के पहले दिन औफिस जाएगी और बिना खटखटाए अनुज के कैबिन में घुस जाएगी, जिसके चलते अनुज, काव्या को वौर्निंग देगा. लेकिन काव्या अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगी और औफिस के लोगों को अनुपमा के खिलाफ भड़काएगी. लेकिन अनुज, काव्या की पूरी बात सुन लेगा और पूरे औफिस के सामने काव्या को नौकरी से निकाल देगा, जिसके कारण गुस्से में काव्या, अनुज और अनुपमा के रिश्ते पर सवाल उठाएगी और बुरा भला कहेगी हालांकि अनुपमा उसे थप्पड़ मारने की वौर्निंग देगी.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Anupamaa (@anupamaa_x_starplus)

अनुपमा उठाएगी ये कदम

दूसरी तरफ, हर बार की तरह वनराज, एक बार फिर अनुपमा पर बरसेगा और उसका अपमान करेगा. लेकिन अनुपमा अपने कानों से कॉटन बॉल निकालेगी और कहेगी वह उसकी बात नहीं सुनेगी इसलिए गुस्सा करना और बीपी बढ़ाना बंद करने के लिए ताना मारेगी. इसी तरह अगली सुबह वनराज, अनु को घर से निकलने से रोकने के लिए गेट बंद कर देगा. लेकिन वह वनराज के सामने दीवार पर चढ़ जाएगी और बाहर निकल जाएगी और अनुज के साथ कार में चली जाएगी, जिसे देखकर वनराज गुस्से में आ जाएगा.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by anupama_loves_anuj (@anupamalovers12)

ये भी पढ़ें- Anupama पूछेगी अनुज से शादी का सवाल, देखें वीडियो

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें