रोज ड्रिंक

गरमी में आप कुछ ठंडा पीने के लिए बाहर कैफे या रेस्टोरेंट जाते हैं. जो महंगी होने के साथ-साथ कभी बेस्वाद भी होती और जिससे आपके मुंह का टेस्ट बिगाड़ देती है. इसीलिए आज हम आपको घर पर ही एक रिफ्रेशिंग ड्रिंक की रेसिपी बताएंगे. जिसे आप अपने टेस्ट के साथ भी एडजस्ट कर सकते हैं…

हमें चाहिए

500 मिली. दूध

2 बड़े चम्मच रोज सिरप

यह भी पढ़ें- कूल औरेंज डिलाइट

चीनी स्वादानुसार

थोड़ी सी गुलाब की पंखुडि़यां गार्निशिंग के लिए.

बनाने का तरीका

सारी सामग्री को एक बाउल में अच्छी तरह मिक्स कर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रखें.

फिर गिलास में डाल कर गुलाब की पंखुडि़यों से गार्निश कर सर्व करें. ठंडे दूध में सारी सामग्री डाल कर मिक्स कर के भी सर्व कर सकती हैं.

यह भी पढ़ें- रिफ्रैशिंग समर ड्रिंक्स: वाटरमैलन चुसकी

edited by-rosy

सत्तू मिंट शरबत

गरमी में पुदीने की चटनी तो आपने कई बार खाई होगी, लेकिन क्या कभी आपने सत्तू के साथ मिंट पीकर देखा है. मिंट गरमी में जितनी राहत देता है उतना ही सत्तू सुकून दिलाता है. इसीलिए आज हम आपको मिंट और सत्तू के कौम्बीनेशन के बारे में बताएंगे…

हमें चाहिए

2 बड़े चम्मच सत्तू

थोड़ी सी पुदीनापत्ती बारीक कटी

1 छोटा चम्मच प्याज बारीक कटा

यह भी पढ़ें- कूल औरेंज डिलाइट

2 छोटे चम्मच नीबू का रस

1 छोटा चम्मच भुना जीरा पाउडर द्य नमक स्वादानुसार.

 बनाने का तरीका

एक बाउल में सत्तू व नमक डाल कर 1 गिलास पानी मिलाएं.

अब इस में पुदीनापत्ती, नीबू का रस, प्याज व जीरा पाउडर डालकर मिलाएं. फिर गिलास में भर कर कूल सत्तू मिंट शरबत का लुत्फ उठाएं.

यह भी पढ़ें- रिफ्रैशिंग समर ड्रिंक्स: वाटरमैलन चुसकी

edited by-rosy

4 टिप्स: पुरानी चीजों से दें अपने घर को नया लुक

अक्सर हम घर को सजाने के लिए मोटे पैसे खर्च करते हैं, वहीं जो काम की चीजें होती है उसे बाहर फेंक देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि खराब चीजों को कैसे दोबारा इस्तेमाल किया जाए. घर को सजाने के लिए और नया लुक देने के लिए आप पुरानी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आज हम आपको घर को सजाने के लिए टिप्स के बारे में बताएंगे…

1. पुराने बैग का करें इस्तेमाल

अक्सर हम फैशन चेंज करने के साथ ही पुराने और हो चुके बैग फेंके देते है. लेकिन अब ऐसा न करें. पुराने बैग पर आप घर को नया लुक देने के लिए अपनी मनपसंद फोटो लगाकर दीवार पर सजाएं. आप चाहें तो इसे डेकोरेट करने के लिए आर्टिफिशि‍यल फूलों का इस्‍तेमाल भी कर सकते हैं. आप चाहें तो ढेर सारे बैग लेकर इनकी मदद से वर्टिकल गार्डन भी तैयार कर सकते हैं.

कपड़े धोने के कुछ आसान से टिप्स

2. पुरानी कांच की बोतलों का करें इस्तेमाल…

पुरानी कांच की बोतलों को हम अक्सर फेंक देते हैं. पर आप चाहें तो इनका इस्तेमाल घर सजाने के लिए कर सकते हैं. पुराने पड़े ऊन और फेवीकोल से आप इन बोतलों को नया रूप दे सकते हैं और इनका इस्‍तेमाल फ्लावर पौट की तरह कर सकते हैं.

3. पुरानी अलमारी को दोबारा करें इस्तेमाल…

अगर आपके घर में कोई पुरानी अलमारी है जो स्टोर रूप में बेकार पड़ी हुई उस बेकार अलमारी को बाहर निकालने का समय आ गया है. आप चाहें तो उसका इस्तेमाल कौर्नर के रूप में कर सकते हैं. बेकार पड़े फ्लावर पौट और एंटीक पीसेज को साफ करके और थोड़ा सा डेकोरेट करके आप इन्‍हें इन दराजों पर सजा सकते हैं.

गर्मियों में इन पौधों से घर को रखें ठंडा ठंडा कूल कूल

4. घर सजाने के लिए पुराने टायरों का करें इस्तेमाल

गाड़ि‍यों के पुराने टायर जब भी चेंज कराएं तो उन्हें कहीं फेंकने के बजाय अपने साथ घर लेते आएं. इसका इस्तेमाल आप अपने गार्डन को खूबसूरत बनाने के लिए कर सकते हैं. इन टायरों को गाढ़े और चटक रंगों से रंग दें और इनके बीच में मिट्टी भरकर इनमें फूलों वाले पौधे लगाएं. आप इन्हें कवर कराकर सोफे की तरह लौबी या बैकयार्ड में भी रख सकते हैं.

edited by-rosy

5 टिप्स: गरमियों में भी पाएं कूल और ब्यूटीफुल लुक

गरमियों में स्किन का ख्याल रखना जरूरी है लेकिन बिजी लाइफस्टाइल में अक्सर हम नही कर पाते. रोजाना औफिस के लिए मेकअप आपकी स्किन को डैमेज कर देता है, इसीलिए आज हम आपको छोटे-छोटे टिप्स और ट्रिक्स बताएंगे, जिससे चढ़ते तापमान में भी आप मेकअप और स्किन का ध्यान रख सकेंगे…

1. टैनिंग हटाएं

सर्दियों में तो हम स्किन को कपड़ों से छिपा लेते हैं, लेकिन गरमी के मौसम में यह संभव नहीं होता है. गरमियों में हम खुले कपड़े पहनना ज्यादा पसंद करते हैं, जिससे टैनिंग की दिक्कत हो जाती है. टैनिंग की समस्या तब होती है जब हमारी सिकन सूरज की रोशनी में अधिक समय तक रहती है. सूरज की हानिकारक किरणें स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं. टैनिंग से राहत पाने के लिए आप इन नुसखों को अपना सकती हैं

5 टिप्स: शादी से पहले पाएं हैल्दी बाल

2. हफ्ते में 3 बार जरूर करें स्क्रब.

घर से बाहर निकलने से 15 मिनट पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं. हल्दी में नीबू का रस और दूध मिला कर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को टैनिंग वाली जगह लगाकर छोड़ दें. जब यह सूख जाए तब हल्के गीले हाथों से 5 मिनट इसे रब करें.

– पपीते को मैश कर त्वचा पर लगा लें. इस से टैनिंग भी हटेगी और त्वचा को पोषण भी मिलेगा.

– चेहरे की टैनिंग हटाने के लिए बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकती है. चेहरे पर बर्फ से 5 मिनट मसाज करें. इस से चेहरे की टैनिंग तो हटेगी ही  चेहरा भी खिलाखिला नजर आएगा.

– नीबू भी चेहरे की टैनिंग हटाने के लिए काफी लाभदायक रहता है. नीबू को 2 हिस्से में काट कर उस से चेहरे पर मसाज करें.

वैक्स करवाते समय रखें इन 5 बातों का खास ख्याल

3. समर मेकअप टिप्स

गरमी के मौसम में पसीने की वजह से मेकअप जल्दी से बिगड़ जाता है. इसलिए पेश हैं कुछ टिप्स जिन की मदद से गरमी में भी मेकअप लंबे समय तक टिका रह सकता है.

गरमी में स्किन काफी औयली हो जाती है, जिसकी वजह से मेकअप परफैक्ट नही हो पाता. इसके लिए औयल कंट्रोल फेसवौश का इस्तेमाल करें. मेकअप करने से पहले चेहरे की बर्फ से मसाज करें.

4. किसी भी औयली प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें...

लिक्विड फाउंडेशन के इस्तेमाल से बचें. यदि फाउंडेशन का इस्तेमाल करना ही है तो फाउंडेशन अपनी स्किन टोन के हिसाब से चुनें. फाउंडेशन लगाते वक्त उस में सनस्क्रीन जरूर मिलाएं.

– आंखों के लिए काजल हमेशा स्मज फ्री ही चुनें. काजल लगाने के बाद आंखों के नीचे हलका पाउडर लगा लें. इस से काजल फैलेगा नहीं.

5 टिप्स: गरमी में एलोवेरा से रखें स्किन का ख्याल

5. मसकारा हमेशा वाटरप्रूफ या ट्रांसपेरैंट ही लगाएं...

ब्लश के लिए मैट लिपस्टिक के पीच या पिंक शेड का इस्तेमाल कर सकती हैं. यह गालों पर सैट हो जाएगा और नैचुरल लुक देगा.

लिपस्टिक लगाने से पहले होठों की वैसलीन से मसाज करें. इसके बाद लिपस्टिक लगाएं. गरमी के मौमस में मैट लिपिस्टक सब से अच्छी मानी जाती है, क्योंकि यह जल्दी स्मज नहीं होती है.

edited by-rosy

बिग बी ने की ऐसे की दलेर मेहंदी और सपना चौधरी के नए गाने की तारीफ

भांगरा किंग और इंडी-पौप जगत के मशहूर गायक दलेर मेहंदी का नया गाना ‘बावली तारेड’ दो दिन पहले ही टी-सीरीज म्यूजिक  कंपनी ने रिलीज किया है. ये गाना रिलीज होते ही वायरल हो गया है और उनके फैंस को काफी पसंद आ रहा है. इस गाने  के साथ पहली बार दलेर मेहंदी और हरियाणवी डांसर सपना चौधरी एक साथ नजर आए हैं.

अमिताभ बच्चन ने की तारीफ…

दो दिन पहले रिलीज हुआ बावली तारेड गाना सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है, इसे अब तक 5 लाख से अधिक लाइक्स मिल चुके है.  इतना ही नहीं  महानायक अमिताभ बच्चन को भी यह गाना खासा पसंद आया है. उन्होंने इस गाने की तारीफ करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा- “वाह, क्या बात हैi पाजी तुस्सी कमाल  कर दिता वे” (वाह! पाजी, आपने तो कमाल कर दिया!)

ये भी पढ़ें- क्या सुष्मिता ने कर ली 15 साल छोटे बौयफ्रेंड से सगाई?

DALER

बता दें कि दलेर मेहंदी ने इससे पहले, अमिताभ बच्चन के साथ ‘मृत्युदाता” फिल्म में काम किया था, इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक प्रसिद्ध सर्जन की भूमिका निभाई थी. फिल्म ने अपनी लोकप्रियता तब बढ़ाई, जब अमिताभ बच्चन और दलेर मेहंदी पर फिल्माए गए गीतों में से एक ‘ना ना ना ना रे’ काफी हफ्तों तक चार्टबस्टर पर था. ये भी काफी लोकप्रिय हैं. गायक  सुदेश भोसले  के साथ दलेर मेहंदी ने ये गाना गाया था.

ये भी पढ़ें-  Avengers Endgame Review: शानदार कहानी का बेहतरीन अंत

बावली तारेड गाना खुद दलेर मेहंदी ने लिखा है  जिसमे उनका साथ दिया है कृष्णा भारद्वाज ने. गाने का निर्देशन किया है सुमित भारद्वाज और निर्मित पवन चावला ने .

EDITED BY- NISHA RAI

क्या सुष्मिता ने कर ली 15 साल छोटे बौयफ्रेंड से सगाई?

बौलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन भले ही फिल्मों से दूर हों लेकिन अपनी लव लाइफ के चलते सुर्खियों में बनी हुई है. हाल ही में सुष्मिता ने अपने सोशलमीडिया अकाउंट पर अपने बौयफ्रेंड रोहमन शौल के साथ एक तस्वीर शेयर की है जिसमें उनके हाथ में एक अंगूठी नजर आई. वहीं फैन्स ने भी इसी को लेकर सुष्मिता से कईं सवाल पूछना शुरू कर दिया है.

‘‘कारगिल शेरशाह’’: विक्रम बत्रा की बायोपिक को रक्षा मंत्रालय से मिली हरी 

एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने अपने बौयफ्रेंड रोहमन शौल के साथ एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें उनके हाथ में एक अंगूठी नजर आ रही है, साथ ही सुष्मिता ने तस्वीर के साथ प्यारा-सा कैप्शन भी डाला है, जिसे देखकर कोई भी समझ जाएगा कि सुष्मिता अब सिंगल नहीं हैं. यही वजह है कि फैंस इस तस्वीर को देखकर लगातार सवाल पूछ रहे हैं कि क्या बौलीवुड की इस हसीना ने गुप-चुप तरीके से सगाई कर ली है?

Avengers Endgame Review: शानदार कहानी का बेहतरीन अंत

वहीं यूजर ने सुष्मिता की तस्वीर पर कमेंट करते हुए लिखा, ‘क्या आप दोनों ने सगाई कर ली है?’ वही दूसरे यूजर ने लिखा, ‘सुष्मिता मुझे आपको देख कर ऐसा क्यों लग रहा है जैसे आपने अपने हाथ में इंगेजमेंट रिंग पहन रखी है.’ इतना ही नहीं एक यूजर ने तो यह तक लिख डाला कि, ‘मुझे आपके हाथ में सगाई की अंगूठी देख कर जलन हो रही है.’

 

View this post on Instagram

 

Mmuuuuaaah!!!! #us #mytraveldiary2019 #londonairport #love #rohmance @rohmanshawl ❤️???I love you!!!

A post shared by Sushmita Sen (@sushmitasen47) on

बता दें. हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट ने इस बात का दावा किया था कि सुष्मिता अपने बौयफेंड रोहमन शौल के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही हैं. इतना ही नहीं रिपोर्ट में तो इस बात का भी दावा किया गया है कि रोहमन को आए दिन सुष्मिता के घर के आस पास देखा जाता है.

कागर रिव्यू: राजनीति के बीच दम तोड़ती प्रेम कहानी

edited by-rosy

महिलाएं कैसे लें पर्सनल लोन

पर्सनल लोन वह कर्ज होता है, जिस के लिए कुछ गिरवी नहीं रखना पड़ता. इसी वजह से सुरक्षित ऋण के मुकाबले इस की ब्याज दर कुछ अधिक होती है. कर्ज लेने वाले व्यक्ति का क्रैडिट स्कोर, कर्ज चुकाने का इतिहास, आय और उस की नौकरी जैसे पैरामीटरों के आधार पर तय किया जाता है कि उसे कर्ज दिया जाए या नहीं.

पर्सनल लोन की पात्रता से जुड़ी कुछ महत्त्वपूर्ण बातों को हमेशा ध्यान में रखें:

अच्छा क्रैडिट स्कोर

पर्सनल लोन हेतु अच्छा क्रैडिट स्कोर बुनियादी जरूरत है. स्त्री हो या पुरुष, कर्ज देने से पहले कर्जदाता सब से पहले क्रैडिट स्कोर ही देखते हैं. दूसरी ओर फाइनैंशियल टैक्नोलौजी (फिनटैक) युक्त स्टार्टअप कर्जदाता कंपनियां इस शर्त में थोड़ी सी राहत देते हुए कम क्रैडिट स्कोर वालों को भी ऋण दे देती हैं. फिनटैक ऋणदाता सिर्फ क्रैडिट स्कोर नहीं देखते, बल्कि अन्य पैरामीटरों का भी इस्तेमाल करते हैं और इस प्रकार आवेदकों को सबप्राइम क्रैडिट स्कोर के साथ पर्सनल लोन हेतु आवेदन करने की सुविधा देते हैं.

कर्जअदायगी का इतिहास

दूसरी अहम बात ध्यान में रखने की यह है कि जब आप पर्सनल लोन के लिए जाएं तो पुराने कर्ज की अदायगी का अच्छा इतिहास हो. किसी भी व्यक्ति की रिपेमैंट हिस्ट्री बेहद महत्त्वपूर्ण पैरामीटर है और आवेदक के क्रैडिट स्कोर में इसे सब से अधिक महत्त्व मिलता है. आवेदक की रिपेमैंट हिस्ट्री से कर्जदाता को उस का क्रैडिट बिहेवियर समझने में मदद मिलती है और साथ ही उस की कर्जअदायगी क्षमता का भी पता लगता है. जो महिलाएं पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर रही हैं उन के पुराने कर्ज चुकाने के इतिहास को सर्वाधिक अहमियत मिलेगी.

कंपनी का स्टेटस

ऋण आवेदन की स्वीकृति या मनाही में कंपनी का स्टेटस बहुत महत्त्व रखता है. निजी बैंक केवल उन्हीं लोगों को पर्सनल लोन देते हैं जो ‘ए’ श्रेणी या कभीकभार ‘बी’ श्रेणी की कंपनी में नौकरी करते हैं. ‘सी’ और ‘डी’ श्रेणी की कंपनी में नौकरी करने वालों को अकसर अस्वीकृत कर दिया जाता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि निजी बैंक क्रैडिट हैल्थ की जांच व कंपनियों की रिस्क प्रोफाइलिंग करते हैं और उन्हें उसी हिसाब से श्रेणियों में रखते हैं. निजी बैंक इस जानकारी का इस्तेमाल यह तय करने के लिए करते हैं कि आवेदक की कर्ज चुकाने की क्षमता क्या है. ‘सी’ और ‘डी’ श्रेणी में आने वाली कंपनियां नईनई स्टार्टअप कंपनियां होती हैं या वे होती हैं जिन के पास पर्याप्त नकद प्रवाह नहीं होता, इसलिए ऐसी कंपनियों में काम कर रहे लोगों की कर्ज चुका पाने की संभावना कम होती है.

फिनटैक कर्जदाता और पी2पी लैंडिंग प्लेटफौर्म के मामले में हालांकि कंपनी के स्टेटस की ज्यादा फिक्र नहीं की जाती और उस के बाद ही ऋण देते हैं. इसलिए अगर आप महिला हैं और आप को स्टेटस कंपनी में काम न करने की वजह से लोन नहीं मिला तो आप को फिनटैक कर्जदाता या पी2पी लैंडिंग प्लेटफौर्म के पास जाना चाहिए.

नौकरी में स्थिरता

वर्तमान संगठन में आप कितने सालों से नौकरी कर रहे हैं- यह पहलू भी पैरामीटर में शामिल होता है और लोन की स्वीकृति को प्रभावित करता है. कर्जदाता यह देखते हैं कि किसी आवेदक का नौकरी करने का रिकौर्ड कितना स्थिर है और उसी हिसाब से वे जोखिम का मूल्यांकन करते हैं. इसलिए कई वर्षों की नौकरी का अनुभव यह जताता है कि आवेदक कम जोखिम वाला है और इसीलिए कर्ज स्वीकृति की संभावना अपनेआप बढ़ जाती है.

कर्ज की रकम का इस्तेमाल

पर्सनल लोन में कई सारी ऐप्लिकेशंस शामिल होती हैं. एक महिला होने के नाते आप कर्ज की रकम का इस्तेमाल परिवार के साथ बढि़या छुट्टियां मनाने, शानदार शादी, घर को नया रूप देने या कैरियर में प्रगति हेतु अतिरिक्त शिक्षा प्राप्त करने के लिए कर सकती है.

एकसाथ बहुत सारे कर्जदाताओं के पास न जाएं

लोगों को यह बात मालूम नहीं है, लेकिन यह पहलू आप के क्रैडिट स्कोर पर गलत असर डाल सकता है, क्योंकि इस से कर्जदाताओं के पास यह छवि बनेगी कि आवेदक कर्ज का लालची है, जिस का परिणाम आवेदन की अस्वीकृति के रूप में हो सकता है. कर्ज की अस्वीकृति का भी क्रैडिट स्कोर पर गलत असर पड़ता है और एक से अधिक बार अस्वीकृति के बाद कर्ज स्वीकार होना अकसर कठिन हो जाता है.

सह आवेदक का विकल्प: यह बहुत बढि़या कदम हो सकता है. विशेषकर महिलाओं के लिए. पर्सनल लोन लेते वक्त सह आवेदक का विकल्प चुनना कोई नई बात नहीं है और सभी किस्म के कर्जदाता चाहे निजी बैंक हों या फिनटैक, लैंडर, सभी इसे अनुमति दे रहे हैं. सह आवेदक के होने से कर्ज के पुन: भुगतान का बोझ बहुत कम हो जाता है, साथ ही पारदर्शिता को भी बढ़ावा मिलता है. सह आवेदक को गारंटर चुनने के बारे में एक और अच्छी बात यह है कि प्रभावशाली क्रैडिट स्कोर के बिना भी कर्ज मिल जाता है, बशर्ते सह आवेदक का क्रैडिट स्कोर स्वीकार करने योग्य हो. खास तौर पर कामकाजी, विवाहित महिलाओं के लिए सह आवेदक का विकल्प चुनना बहुत ही लाभकारी हो सकता है. यद्यपि आवेदक के कर्ज चुकाने में नाकाम रहने पर सह आवेदक कर्ज अदायगी के लिए जिम्मेदार होगा.

जितना चाहिए उस से ज्यादा न लें

अकसर पर्सनल लोन लेने वाले इस चक्कर में फंस जाते हैं. क्रैडिट स्कोर, आय व कंपनी का स्टेटस जैसे पैरामीटरों के आधार पर कर्जदाता आवेदन की गई राशि से बहुत ज्यादा कर्ज स्वीकृत कर देते हैं. बड़े काम की बात यह है कि जितना आप को चाहिए उतना ही कर्ज लें.

वेतनभोगी होने के नाते

आजकल कर्जदाता वेतनभोगी और स्वरोजगार दोनों किस्म के लोगों को पर्सनल लोन की पेशकश कर रहे हैं. लेकिन फिनटैक कंपनियां और पी2पी लैंडिंग प्लेटफौर्म अधिकतर वेतनभोगी लोगों को ही कर्ज की पेशकश करते हैं. इसीलिए यदि आप वेतनभोगी महिला हैं और कम से कम कागजी कार्यवाही करते हुए तुरंत अपने बैंक खाते में लोन पाना चाहती हैं तो यह आप के लिए ज्यादा सरल व सुविधाजनक है.

-आदित्य कुमार

संस्थापक व सीईओ, क्यूबेरा

जानिए ज्यादा खाने पर भी क्यों नहीं मोटी होती हैं आप

बहुत से लोगों को शरीर में खाना नहीं लगता है. वो चाहे कितना भी खाना खा लें पर उनकी सेहत पर इसका असर नहीं होता है. क्या कभी आपने सोचा है कि कुछ लोगों का वजन बिना अनहेल्दी चीजें खाएं ही बढ़ने लगता है, तो वहीं कुछ लोग सब कुछ खाकर भी बिल्कुल स्लिम कैसे रहते हैं?  क्या आपको पता है कि ऐसा होता क्यों है? अगर नहीं तो हम आपको इसके पीछे का कारण बताएंगे.

हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग बिना कुछ मेहनत किए ही स्लिम रहते हैं, उसके लिए उनकी जींस (genes) जिम्मेदार होती हैं. स्टडी में शोधकर्ताओं ने ये दावा किया है कि कुछ लोगों में जींस की ऐसी श्रृंखला होती है जो उनके मेटाबौलिज्म को बढ़ाती है. जिसके कारण उनके शरीर का फैट तेजी से कम होता है.

ये भी पढ़ें : गरमी में फूड पौइजनिंग से बचाएंगी ये 5 चीजें

स्टडी में इस जींस को करीब 1600 लोगों में देखा गया. कई लोगों में इसका असर ये भी हुआ कि उन्हें खाने में दिलचस्पी कम हो गई. ये भी एक कारण समझा गया जिससे लोग पतले हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें : अब स्पर्म डोनर्स को नहीं करना होगा मास्टरबेट

जबकि स्टडी में शामिल 40 फीसदी लोग ऐसे थे जो खाने के काफी शौकीन थे. जो भी उनकी मर्जी होती है वो खाते हैं पर इसके बाद भी उनका वजन नहीं बढ़ता. शोधकर्ताओं का मानना है कि कुछ लोगों में खास तरह की जींस होती हैं. इन जींस की जांच करने के लिए उन्हें स्टडी करनी होगी, जिसके माध्यम से वे पता लगा पाएंगे कि ज्यादा खाने के बाद उनका शरीर किस तरह से काम करता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस स्टडी की मदद से वे ऐसी दवाई की खोज कर सकेंगे, जिससे मोटे लोग अपने वजन को कंट्रोल में रख सकेंगे.

सिंगापुर नहीं देखा तो क्या देखा

लेखक- राजेश गुप्ता

वैसे तो सिंगापुर के बाजार,  सैंटोसा आइलैंड्स, नाइट सफारी, भव्य मौल, पर्यटन पौइंट आदि के बारे में बहुत कुछ लिखा जाता है पर डाउनटाउन ईस्ट अछूता सा है. किसी जमाने में सिंगापुर के कर्मचारियों के लिए बनाया गया क्लब अब पूरी तरह एक रिजौर्ट बन गया है जिसमें वाटर गेम हैं, खाने-पीने की कईं सुविधाएं हैं, मनमोहक वातावरण है और सिंगापुर का स्ट्रिक्ट अनुशासन भी नहीं है.

अपने आप में एक स्वतंत्र छोटा सा शहर आप को कहीं और जाने की जरूरत ही नहीं देता. इसके बीच से न सड़कें गुजरती हैं न ट्रैफिक का शोर है. रहने की कई लेवल की सुविधाएं हैं और भारतीय पर्यटकों के लिए देशी खाना भी आसानी से मिल जाता है.

यह भी पढ़ें- गरमी में नेचर का लेना है मजा, तो केरल है बेस्ट औप्शन

कई सौ एकड़ में फैला नदी किनारे हरा-भरा डाउनटाउन ईस्ट मेन सिंगापुर से अलग लगता है. यह छंगी एअरपोर्ट से बहुत ज्यादा दूर नहीं है और रहने की सुविधाएं सस्ती हैं. एक बार इस में आकर कोई भी पर्यटक अपने 2-3 दिन आराम से बिना बाहर निकले निकाल सकता है.

ये देखना न भूलें…

डाउनटाउन ईस्ट का मुख्य आकर्षण उस का वाइल्डवाइल्ड वैट वाटर पार्क है जिस में ट्यूब से निकलने वाला वोर्टेक्स है, पानी में खासी ऊंचाई से फिसलने वाले ब्रोकन रेसर्स है. वोर्टेक्स की ऊंचाई 18.5 मीटर तक है और स्लाइड 134 मीटर की है जिस में फिलसते हुए स्पीड 600 मीटर प्रति मिनट तक हो जाती है. आप का वजन थोड़ा ज्यादा हो तो चिंता न करें, 136 किलोग्राम तक के पर्यटकों को अनुमति है. ब्रोकन रेसर्स 13 मीटर के हैं और स्लाइड 91 मीटर की है. वाटर पार्क में रौयन फ्लश भी है जिस में चक्कर लेते पानी में नया थ्रिल पैदा होता है. यह भी 16 मीटर ऊंचा है. फ्री फाल एकदम सीधा पानी के साथ हिम्मती को बहा कर लाता है और 55 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से एक बड़े पौंड में पटक देता है. अगर इन थोड़े डरावने वाटर गेम्स से बच्चों को डर लगे तो उन के लिए किड्स जोन, वैट एंड वाइल्ड फौउंटेन, स्प्लैश प्ले भी हैं. आराम करने के लिए टैंट टाइप कबाना भी मिल जाते हैं.

विदेश में बढि़या देशी खाना और शौपिंग भी करें ट्राई

डाउनटाउन ईस्ट में खाने के 50 से ज्यादा रेस्ट्रां पगपग पर मौजूद हैं. कुछ में बढि़या देशी खाना भी है. शौंपिग का शौक है तो सस्ता टिकाऊ सामान भरपूर है. एक से एक दुकान में कपड़े, घरेलू सामान, ज्वैलरी, जूते, चश्मे हैं. ब्यूटी ट्रीटमैंट भी कराया जा सकता है. चीयर्स कनवीनीऐंस स्टोर है जो 24 घंटे खुला रहता है. लौंड्री लौफ्ट से कपड़े धुलवा सकते हैं जो भारतीय मुद्रा वालों को तो महंगे लगेंगे पर पर्यटन में कपड़े गंदे तो होंगे ही. गैजेट मिक्स से नएनए से इलैक्ट्रौनिक गैजेट खरीदे जा सकते हैं. सिंगटेल से लोकल सिम कार्ड लिया जा सकता है. डाउनटाउन ईस्ट चाहे कभी सिंगापुर के हजारों कर्मचारियों के लिए बना शौपिंग और मनोरंजन केंद्र हो पर अब यह सिंगापुर का एक मुख्य क्षेत्र है जहां रह कर विदेशी मौजमस्ती का आनंद लिया जा सकता है.

लिटिल इंडिया

singapore-little-india

पीकौक चौक यानी मोरों वाला चौक के पास ही एक लिटिल इंडिया नाम का इलाका बसता है, जिसे सिंगापुर का सेंटर प्वाइंट भी कहा जा सकता है. यह इलाका भारतीय लोगों के लिए बहुत ही आकर्षण का केंद्र है, क्योंकि एक तो इसका नाम हमारे देश से जुड़ा हुआ है दूसरा वहां पर बहुत से भारतीय लोग रहते और काम करते हैं. वहां का वातावरण काफी हद तक भारतीय है. लिटिल इंडिया में ज्यादातर मद्रासी लोगों की दुकानें हैं. यहां पर पंजाबी खाना भी आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसी इलाके में एक बहुत बड़ा बहुमंजिला मौल भी है जहां बहुत सारा सामान मिलता है. इस का नाम मुस्तफा मौल है. इसकी इमारत 2-3 भागों में बंटी है. यह चौबीस घंटे और सातों दिन खुला रहता है. इस में बहुत सारे भारतीय और पाकिस्तानी लोग काम करते हैं. लिटिल इंडिया में एक आम भारतीय को हिंदी, तमिल और पंजाबी बोलने वाले लोग मिल ही जाते हैं. उन लोगों को जिन को अंगरेजी बोलनी नहीं आती, वे भी यहां आराम से अपनी बात कह और सुन सकते हैं. यहां का वातावरण काफी हद तक भारत जैसा ही है, इसलिए इसे छोटा भारत भी कहा जाता है. भारतीय लोग जोकि सिंगापुर में रहते या काम करते हैं यहां पर अकसर आम दिनों के अलावा छुट्टी यानी शनिवार और रविवार को खरीदारी करते या घूमते हुए मिल जाते हैं.

इसी इलाके में भारतीय और पाकिस्तानी लोगों के होटल भी हैं. यहां पर उन्हें अपनेअपने देश जैसा खाना मिल जाता है. इन होटलों में अकसर अंगरेज लोग भी भारतीय और पाकिस्तानी भोजन का आनंद लेते देखे जा सकते हैं. यहां पर आनंदभवन नाम का एक मद्रासी रैस्टोरैंट है. यहां पर स्वादिष्ठ मद्रासी खाना रिजनेबल प्राइस में मिलता है.

क्राइम रेट है जीरो

यहां पर जीरो क्राइम रेट है. लोग भी काफी ईमानदार हैं. व्यवसाय भी सुचारु ढंग से चलती है. सारे का सारा सिंगापुर सीसी टीवी कैमरों से युक्त है. अपहरण करने वाला यहां से बच कर नहीं जा सकता है. इसलिए भी यह देश अपराधमुक्त है. यहां पर आप को कहीं भी यह लिखा हुआ नहीं मिलेगा कि जेबकतरों से सावधान. यहां की इंटरनेट सेवा भी उत्तम स्तर की है. यहां पैदावार के नाम पर शायद ही कुछ पैदा होता हो. ज्यादातर सामान दूसरे देशों से ही मंगवाया जाता है. जैसे पानी मलयेशिया से, दूध, फल, सब्जियां न्यूजीलैंड व आस्ट्रेलिया से, दाल-चावल और रोजाना इस्तेमाल की चीजें थाईलैंड और इंडोनेशिया से आयात की जाती है.

व्यवस्थित यातायात

सिंगापुर का यातायात अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है. सड़कें बहुत ही खूबसूरत और सुव्यवस्थित हैं. बड़ी और छोटी गाडि़यों के लिए अलगअलग लेन बनी हैं. पैदल चलने और साइकिल चलाने वालों के लिए भी अलगअलग रास्ते बने हैं. पैदल चलने वालों के लिए रास्ते में थोड़ीथोड़ी दूर पर उन के आराम करने के लिए जगहजगह शीशे के वाटरप्रूफ शैड और बड़ेबड़े वाटरप्रूफ टैंट लगे हैं जिन के नीचे वे लोग बारिश और गरमी से राहत पाने के लिए सोए या बैठे मिल जाते हैं.

बीच वेकेशन के लिए सबसे जरुरी चीज़ें ले जाना ना भूलें

पर्यटक देश होने के कारण यहां बहुत से स्थान देखने योग्य हैं. जैसे सिंगापुर शहर, सिंगापुर फ्लायर, यूनिवर्सल स्टूडियो, सी ऐक्वेरियम, सैंटोसा, बीच, मैरीनाबे, जू, नाइट सफारी, जोरांगबर्ड पार्क, केबल कार राइड, स्काई राइड, लक्यूज, स्काई टावर, गार्डन बाय द बे आदि. मूलरूप से सिंगापुर मैन मेड देश है, जिसे पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही योजनाबद्ध ढंग से विकसित किया गया है. इन सभी स्थानों और चीजों को बहुत ही आधुनिक ढंग से डिजाइन किया गया है ताकि देखने वाले की उत्सुकता बनी रहे.

कैसे जाएं

सिंगापुर जाने के लिए हमारे पास सब से पहले पासपोर्ट होना जरूरी है. पंजाब के लोगों के लिए अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सब से बढि़या विकल्प है. दिल्ली से भी सिंगापुर जाने के लिए उड़ाने मिल सकती हैं. भारतीय लोगों को होटल बुक करवाने से पहले यह जरूर ध्यान कर लेना चाहिए या फिर जान लेना चाहिए कि वे लिटिल इंडिया में ही हो ताकि आप को बाजार घूमनेफिरने और खरीदारी करने में आसानी रहे.

एनिमल लवर्स इन जगहों की करें सैर, मूड हो जाएगा फ्रेश

पीकौक चौक के एक तरफ लिटिल इंडिया है, तो दूसरी तरफ बुग्गी स्ट्रीट है जोकि हमारे बाजारों जैसे ही बाजार है जहां हर तरह के सामान की दुकानें हैं. यहां दिनभर काफी भीड़ रहती है. सिंगापुर एक पर्यटन प्रधान देश है, इसलिए यहां पर आप को हर देश के पर्यटक मिल ही जाएंगे.

यहां जाना न भूलें

– मैरिलिन पार्क में पर्यटकों की बहुत भीड़ होती है. यह शहर के सैंटर में स्थित है. यह पार्क मरीना बे पर स्थित है. यहां फोटो खिंचवाने के लिए बहुत ही उपयुक्त वातावरण है. यहां पर शेर का एक बुत बना हुआ है, जिस के मुख से जल की धारा निरंतर चलती रहती है. इस बुत का सिर शेर का है और धड़ मछली का है.

हवाई यात्रा के दौरान इन चीजों से बना लें दूरी

– सैंटोसा में केबल कार राइड लोकप्रिय है. यह लोहे का एक बहुत ही बढि़या वातानुकूलित कैबिन होता है जोकि बहुत ही आधुनिक ढंग से बनाया गया है जिस में में 8 जने बैठ सकते हैं. यह माउंट फैबर से सैंटोसा तक 15 मिनट में पहुंच जाता है. यह रोप वे 1650 मीटर लंबा है. कैबिन से नीचे सारे का सारा समुद्र दिखता है साथ ही उस के आसपास के जंगल इस के चारों तरफ लगे खूबसूरत शीशों के भीतर से बाहर देखना बहुत ही अच्छा अनुभव देता है. इसे पूरी तरह से सुरक्षित बनाया गया है.

– मैडम तुसाद म्यूजियम इंबाह, सैंटोसा में स्थित है. यहां पर आप को सिंगापुर के शुरुआत से ले कर वर्तमान तक की पूर्ण कहानी एक फिल्म और फिर वहां बुतों के रूप में आवाज और रोशनी के माध्यम से दर्शायी और बताई जाती है कि कैसे एक साधारण सा देश अपनी सोच, मेहनत और साफ नीयत के कारण कहां से कहां पहुंच गया, जिस में कि हमारे भारतीयों का भी बहुत बड़ा योगदान है. इस म्यूजियम में संसार के प्रसिद्ध क्रांतिकारियों, राजनेताओं, कलाकारों, खिलाडि़यों के मोम के पुतले बनाए गए हैं.

– स्काई राइड मैडम तुसाद के बिलकुल बगल में ही है. यह एक सोफा सैटी नुमा झूला है जिस पर 4 व्यक्ति बैठ सकते हैं. यह बिलकुल खुले रूप में होता है. इस पर बैठ कर आप हवा से बातें कर सकते हैं. यह लोहे के मजबूत तारों पर चलता है. इस की सीट के आगे एक लोहे का हैंडलनुमा लौक होता है, जिस से आप की सीट को लौक भी किया जाता है और आप इस की अपनी सुरक्षा के लिए पकड़ कर बैठ भी सकते हैं. यह भी रोप वे से चलता है.

समर वेकेशन के लिए बेस्ट है दार्जिलिंग

– विंग्स औफ टाइम यानी समय के पंख, यह भी वहीं सैटोसा में ही मौजूद है जोकि समुद्र के किनारे एक लेजर प्रकाश द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला शो है. रोशनी का शो होने के कारण यह शाम के समय ही चलता है. यह शो सैंटोसा में ही सिलीसी बीच पर समुद्र से पानी की हवा में उछाल कर उस पर लेजर प्रकाश से एक फिल्म के रूप में प्रस्तुत किया जाता है.

– यूनिवर्सल स्टूडियो एक बहुत बड़ा यानी एशिया का दूसरा सब से बड़ा और थीम बेस पार्क है. इसे 49 एकड़ क्षेत्र में बनाया गया है. यह सैंटोसा आइलैंड में ही स्थित है. यह मनोरंजक पार्क बहुत ही बुद्धिमत्ता से बनाया गया है. इसमें 21 राइड में 6 रोलर झूले और 2 वाटर राइड हैं जोकि बहुत ही साहसिक लय पैदा करने वाली हैं.

– गार्डन बाय द बे एक प्राकृतिक पार्क है. यह सिंगापुर के मध्य मरीना बे में मौजूद है. यह अच्छा पिकनिक प्लेस भी है. यहां लोग आ कर पिकनिक मनाते हैं. यहां पर छोटे और बड़े बच्चे अपनेअपने विद्यालय की तरफ से भी पिकनिक मनाने आते हैं.

– जोरांग बर्ड पार्क के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह पक्षियों का पार्क है. यहां कुछ पक्षी पिंजरों में, कुछ बाड़ों में, कुछ के लिए खुला स्थान तो कुछ के लिए झील जैसा वातावरण बनाया गया है. यहां हर पक्षी को उसके स्वभाव अनुसार वातावरण दिया गया है. जोरांग बर्ड पार्क एक बहुत ही बड़ा जंगलनुमा पार्क है.

– नाइट सफारी, जिस के लिए शाम तक का इंतजार करना होता है. यह यात्रा सूर्य के ढलने के साथ शुरू होती है और यह आधी रात तक चलती है. यह सिंगापुर की ही नहीं, अपितु विश्व की पहली विशेष नाइट सफारी है. इस में लगभग 120 नस्ल के 1040 जानवर मौजूद हैं. यह जंगल चार लाख स्क्वेयर मीटर में बसाया गया है. इस जंगल को सात जोन में बांटा गया है. रात को चमकते चांद और टिमटिमाते सितारों की लौ में इन जानवरों की कुदरती हरकतों को आप देख कर एक अद्भुत आनंद प्राप्त कर सकते हैं.

5 टिप्स: शादी से पहले पाएं हैल्दी बाल

हर दुलहन चाहती है कि वह अपने वैडिंग डे पर बहुत ही गजब की लगे, जिसके लिए वह हर चीज चाहे वह ब्राइडल ड्रैस हो, बाल हो या मेकअप सब को परफैक्ट रखना चाहती है. इस दिन बालों का भी अहम रोल होता है, क्योंकि ये ब्राइड के पूरे लुक को चेंज करने के साथ-साथ उसे और ज्यादा कौन्फिडैंट और गौर्जियस फील कराने का काम करते हैं. लेकिन यह सब तभी संभव है जब आप अपनी शादी के 2 महीने पहले से अपने बालों की केयर करना शुरू कर दें. इसके लिए हम आप को बहुत आसान से तरीके बताते हैं, जिस से आप स्मूद, शाइनी और स्टाइलिश बाल पा सकती हैं.

1. अपने बालों के बारे में जानना है जरूरी…

बात चाहे चेहरे की हो या बालों की जब तक हम बालों के टाइप के बारे में नहीं जानते तब तक ट्रीटमैंट सही नहीं हो पाता. इसलिए सब से पहले अपने बालों के टाइप के बारे में जानें कि वे स्ट्रेट हैं या कर्ली ताकि बिग डे पर बेहतर रिजल्ट आ पाए.

रोज मेकअप करने से हो सकती हैं ये 5 परेशानियां

2. हफ्ते में 2-3 बार धोएं बाल

अपने बालों को साफ रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ गया है कि बालों व स्कैल्प पर धूलमिट्टी जम जाती है जो बालों को बेजान व डल बनाने का काम करती है. अत: हफ्ते में 2-3 बार बालों को जरूर धोएं. इस से भी ज्यादा जरूरी यह है कि आप बालों को सही तरीके से धोएं ताकि बाल ड्राई न हों. इसके लिए आप सब से पहले अपने बालों पर पानी डालें. फिर स्कैल्प पर माइल्ड शैंपू लगा कर हलके हाथों से मसाज करें. फिर बालों को पानी से धो कर कंडीशनर अप्लाई करें ताकि बालों में सौफ्टनैस रहे.

5 टिप्स: गरमी में एलोवेरा से रखें स्किन का ख्याल

3. हेयर ट्रिमिंग जरूरी

अगर आप चाहती हैं कि आप के बाल जल्दी बढ़ें तो इस के लिए रैग्युलर ट्रिमिंग करवाती रहें, क्योंकि इस से आप के बिग डे पर स्टाइल बनवाने में आसानी होने के साथसाथ आप को बेहतरीन लुक भी मिलेगा. बस ध्यान रखें कि हेयर स्टाइलिंग टूल्स का प्रयोग ज्यादा न करें, क्योंकि इस से बाल डैमेज होने का डर बना रहता है.

4. हेयर स्पा व औयलिंग करवाएं

spa

पौल्यूशन, गरमी व अनहैल्दी डाइट की वजह से बाल डल हो जाते हैं. ऐसे में डल बालों को प्रोटीन देने की जरूरत होती है, जिस के लिए स्पा ट्रीटमैंट से बैस्ट कुछ नहीं. इस के लिए आप महीने में 1-2 बार स्पा ट्रीटमैंट जरूर लें. हम बालों में चिपचिपाहट के डर से औयलिंग से दूर रहते हैं, जबकि आप को बता दें कि औयलिंग से बाल तेजी से बढ़ने के साथसाथ उन में शाइनिंग भी आती है. इसलिए रैगुलर स्पा व औयलिंग को इग्नोर न करें.

5. डीप कंडीशनिंग

बालों को धोने व कंडीशनिंग करने के बाद उन्हें डीप कंडीशनिंग करने की जरूरत होती है, जिस के लिए अच्छे हेयर मास्क की जरूरत होती है. यह आप के बालों को सौफ्ट व फ्रिजीनैस से दूर रखने का काम करता है.

4 टिप्स: इस गरमी बेझिझक पहनें स्लीवसेस ड्रेस

edited by rosy

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें