तेजी से वजन कम करना है खतरनाक

मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए वजन कम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. इसके लिए लोग सब कुछ करने को तैयार होते हैं. वो एक्सरसाइज करते हैं, डाइटिंग करते हैं, दवाइयां लेते हैं, पर कई बार उन्हें इसका परिणाम मन मुताबिक नहीं मिलता. वजन जल्दी कम करने की इस जद्दोजहत में लोग कई गलत तरीके अपना बैठते हैं और उसका उनकी सेहत पर काफी बुरा असर होता है.

आइए जाने कि जल्दी वजन कम करने के लालच में सेहत का क्या नुकसान होता है.

डिहाइड्रेशन

quick weight loss is dangerous to health

वेटलौस की कई डाइट्स से शरीर में डिहाइड्रेशन होता है. शरीर में पानी की कमी होने से कब्ज, सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और एनर्जी की कमी होने लगती है. साथ ही स्किन भी अधिक ड्राई हो जाती है.

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शरीर में न्यूट्रिशन की कमी

वजन कम करने के लिए लोग अक्सर कैलोरी फ्री डाइट लेने लगते हैं, जिसका असर होता है कि उनके शरीर से न्यूट्रिशन की कमी हो जाती है. जैसे कि कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता है, जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने के लिए जरूरी होता है. यही कारण है कि जिन लोगों की डाइट में कार्बोहाइड्रेट की कमी होती है, उन लोगों को जल्दी थकान महसूस होने लगती है. साथ ही ऐसे लोगों का मूड भी तेजी से स्विंग होता है. कई लोगों में खून की कमी भी हो जाती है.

दिमाग के लिए होता है बुरा

वेट लौस से शरीर के साथ साथ मानसिक सेहत भी बुरी तरह से प्रभावित होती है.  डाइट के बिगड़ने और शरीर में न्यूट्रिशन की कमी होने से कई प्रकार की मानसिक समस्याएं होने लगती हैं.

मेटाबौलिज्म के लिए सही नहीं

मोटापे से परेशान लोग वजन कम करने के चक्कर में अक्सर भूल जाते हैं कि वजन कम करने से मेटाबौलिज्म पर बुरा असर होता है. डाइट में कैलोरी की कमी होने से मेटाबॉलिज्म के काम करने की क्षमता धीमी हो जाती है. बता दें, मेटाबौलिज्म के सही ढंग से काम ना करने की वजह से वजन कम होने के बजाए बढ़ने लगता है.

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मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं

वजन कम करने वाली डाइट से कई बार मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. लंबे समय तक इस डाइट का सेवन मांसपेशियों के लिए अच्छा नहीं होता.

मिनटों में ऐसे चमकाएं किचन टाइल्स

किचन को रोज पूरी तरह से साफ करना हर किसी के लिए मुश्किल होता है. ऐसे में किचन फ्लोर और किचन वाले टाइल्स पर गंदगी जमा होने लगती है और जब सफाई करने की बारी आती है तो समझ में नहीं आता कि इसे कैसे साफ करें.

जानिए, कुछ आसान उपाय जो टाइलों पर जमा गंदगी साफ करने में आप की सहायता करेंगे:

किचन फ्लोर की सफाई

  1. किचन फ्लोर पर रोज पोंछा लगाएं. पोंछे के पानी में डिटर्जैंट या कीटाणुनाशक का प्रयोग जरूर करें. यह ध्यान रखें कि जिस कपड़े से पोंछा लगा रही हैं, वह साफ हो और इस्तेमाल के बाद भी उसे अच्छी तरह धो लें.

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2. यदि आप के घर में चींटियां हों, तो पोंछे के पानी में 1 बड़ा चम्मच नमक डाल लें.

3. यदि आप कुछ दिनों के बाद फर्श साफ कर रही हैं, तो पोंछा गरम पानी से लगाएं.

4.  पोंछा लगाने के बाद फर्श को दूसरे सूखे पोंछे से साफ करें. इस से फर्श चमक उठेगा और फर्श पर धूल भी नहीं जमेगी.

5. यदि फर्श पर कुछ गिर जाए तो उसे तुरंत साफ करें. वहां दाग न बनने दें.

सफाई किचन की टाइलों की

किचन की टाइल्स को आप निम्न घरेलू चीजों से भी साफ कर सकती हैं:

  1. सिरका: 2 कप सिरका और 2 कप पानी को मिला कर स्प्रे बोतल में भर लें. फिर इसे टाइल्स पर स्प्रे कर माइक्रो फाइबर कपड़े से साफ करें. यह कपड़ा दूसरे किसी भी कपड़े की तुलना में गंदगी को ज्यादा अच्छी तरह अवशोषित कर लेता है और इस से सतह पर खरोंचें भी नहीं पड़तीं.

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2. बेकिंग सोडा: बेकिंग सोडे का इस्तेमाल कर आप टाइल्स पर लगे दागों से आसानी से छुटकारा पा सकती हैं. बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट बना लें और फिर उसे दागों पर लगाएं. 10-15 मिनट तक सूखने दें. फिर गीले कपड़े से साफ करें. यदि दाग फिर भी साफ न हों तो किसी पुराने टूथब्रश से रगड़ कर साफ करें.

3. ब्लीच या अमोनिया: यदि आप को टाइल्स पर कीटाणु दिखाई दें, तो ब्लीच और पानी को समान मात्रा में मिला लें. इस मिश्रण को कीटाणु वाली सतह पर गोलाकार मुद्रा में लगाएं. अब टाइल्स को गरम पानी से साफ करें. इस के बाद सूखे कपड़े से साफ कर लें. याद रखें ब्लीच का इस्तेमाल करने से पहले हाथों में दस्ताने जरूर पहन लें.

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ध्यान रखें

  1. टाइल्स को साफ करने के लिए कभी तेजाब या अन्य हार्ड लिक्विड क्लीनर का प्रयोग न करें.

2. यदि रोज किचन वाल टाइल्स साफ करती हैं तो पानी में थोड़ा सा डिटर्जैंट मिला कर साफ करें.

3. टाइल्स को लोहे की जाली से रगड़ कर साफ करने की कोशिश न करें.

कम बजट में कैसे घूमें यूरोप

यूरोप महंगी जगह है, पर आप यूरोप घूमना चाहते हैं तो चिंता न करें. थोड़ी सी प्लानिंग और वहां घूमने की सस्ती और अच्छी जगहों का चुनाव कर के आप आराम से अपने बजट में यूरोप घूम कर आ सकते हैं. आइए, यूरोप के कुछ बजट फ्रैंडली शहरों के बारे में जानते हैं:

1. शानदार फूड के लिए मशहूर है क्राको (पोलैंड)

यह शहर कैपिटल वौरसौ की तरह ही शानदार फूड के लिए मशहूर है. ऐनर्जी से भरपूर नाइट लाइफ सींस, रोचक इतिहास और इतिहास को पसंद करने वालों के लिए शानदार वावेल कैसल है. यहां कुछ चीजें फ्री में भी कर सकते हैं जैसे ओल्ड टाउन सैंटर से वावेल हिल तक रौयल रूट से जाएं और आर्किटैक्चर, गोथिक चर्च, शाही निवास, यूरोप की सब से बड़ी मार्केट स्क्वेयर का आनंद लें.

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यहां नाशपाती, सेब, संतरा और दालचीनी मिली हुई वाइन गरम सर्व की जाती है, क्योंकि यहां ठंड बहुत होती है. यहां 2 लोगों के लिए स्टार्टर्स, मेनकोर्स, ड्रिंक्स और डैसेर्ट्स औसत या अच्छे रेस्तरां में इन रेट्स में मिल जाते हैं- पैरिस-60 यूरो, मिलान-50 यूरो और स्पेन (बार्सिलोना/मैड्रिड) 45 यूरो, पूर्वी यूरोप (वारसा, ब्रेटिस्लावा, लिथुआनिया)-30, 40 यूरो. कैब सेवा यहां सस्ती है. वैस्ट यूरोप में कहीं भी जाओ 20-30 यूरो लगते हैं. ईस्ट यूरोप में 10-15 किलोमीटर 5-7 यूरो में हो जाता है. ये देश सस्ते हैं, क्योंकि अभी यहां स्थानीय चीजें बहुत हैं, जनसंख्या कम है, नैचुरल ब्यूटी बहुत है, कौस्ट औफ लिविंग सस्ती है. वारसा में सिटी सैंटर में फोर स्टार होटल 75 यूरो पर नाइट है, जबकि वैस्टर्न यूरोपियन शहरों में 150-200 के बीच. ईस्ट यूरोप में कौफी 1 और मफिन 1-2 यूरो का है जबकि वैस्ट यूरोप में कौफी 3-4 यूरो से कम बेसिक रेस्तरां में भी नहीं.

 2. आनंद और रोमांच से भर देगा बुडापेस्ट (हंगरी)

जैसे ही आप इस शहर में कदम रखते हैं, बुडापेस्ट का जीवंत माहौल आप को आनंद और रोमांच से भर देगा. बुडापेस्ट का एक अलग ही आकर्षण है. फ्लाइट्स सस्ती हैं और रहने का खर्च आप के बजट में बहुत आराम से आ जाएगा. कम खर्च में ज्यादा रिलैक्स करना है तो आप जान लें कि बुडापेस्ट यूरोप की थर्मल बाथ कैपिटल है. हर जगह बाथ हाउसेज हैं. अपने दोस्तों के साथ थर्मल बाथ में रिलैक्स के या बुडापेस्ट पार्टी का आनंद लें, साथ ही डीजे और लेजर शो भी होता है. सैंट्रल मार्केट हौल में बढि़या सस्ती शौपिंग करें जहां ताजा फलसब्जी, सलामी, टौकोज वाइन्स और हंगरिएन पैपरिका का आनंद ले सकते हैं. बुडापेस्ट के साथसाथ आप ट्रेन से दूसरे मशहूर शहर इस्तांबुल, विएना और बर्लिन देख सकते हैं. यहां का खाना आप की जेब पर बिलकुल भारी नहीं पड़ेगा. 7 यूरो में शानदार होटल भी मिल जाएगा.

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डेन्यूब नदी की दूसरी तरफ मे मनोहारी दृश्य का आनंद लेने के लिए कैसल हिल के टौप पर फ्री में जाएं और फ्री में ही बुदा कैसल के सुंदर गार्डंस में घूमें जो पूरा साल पर्यटकों के लिए खुले रहते हैं. यहां के लिए कंफर्टेबल शूज पहनें. कैसल गार्डन बहुत सुंदर, शांत जगह है. पार्लियामैंट बिल्डिंग भी देखने लायक है.

यहां डेन्यूब नदी पर दूसरे विश्वयुद्ध में मारे गए लोगों की याद में एक मैमोरियल बनाया गया है, जिस में बहुत सारे शूज बनाए गए हैं, क्योंकि उस समय लोगों को मारने से पहले शूज उतारने के लिए कहा गया था और उन्हें मार कर फिर नदी में फेंक दिया गया था. यह बहुत हृदयस्पर्शी और इमोशनल कर देने वाला मैमोरियल है. बुडापेस्ट में स्पा सब से अच्छी चीजों में से एक है. अपना स्विम वियर जरूर ले जाएं, गेलर्ट बाथ पैलेस जाएं और गरम पूल में रिलैक्स करते हुए ऐंजौय करें.

 3. पार्टी लविंग कैपिटल है बेलग्रेड (सर्बिया)

यह पार्टी लविंग कैपिटल है जहां लोग रोज रात को क्लब जाते हैं. हर जगह नाइट लाइफ बार्स हैं, वैसे तो पूरा साल इस शहर में रौनक रहती है पर गरमियों में पार्टी क्लब्स के बाहर सावा नदी पर क्रूज में सूर्योदय तक चलती है. शहर के दर्शनीय स्थल हैं- स्कडरलिया जहां सड़कों पर सर्बियन कैफे, लोकल आर्टिस्ट और स्ट्रीट परफौर्मर्स से खूब रौनक रहती. सर्बिआ का इतिहास जानने के लिए बेलग्रेड म्यूजियम जरूर जाएं. अगस्त में सर्बिया का लोकप्रिय बेलग्रेड बेयर फैस्ट 5 दिन चलता है जहां प्रवेश निशुल्क है. संत सावा का मंदिर दुनिया का सैकंड सब से बड़ा और्थोडौक्स चर्च है. यह शहर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक है. यहां होस्टल 6 यूरो पर नाइट में मिल जाता है.

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4. वैस्टर्न यूरोप की चीपैस्ट कैपिटल है लिस्बन (पुर्तगाल)

लिस्बन वैस्टर्न यूरोप की चीपैस्ट कैपिटल है. शहर घूमते हुए वुडन ट्राम्स में बस 5 यूरो में आप 24 घंटों में कहीं भी जा सकते हैं, इस समय आप बीच, अल्फामा की ऐतिहासिक गलियां घूम सकते हैं, कस्टर्ड टार्ट्स खाने का आनंद लें. रात को ज्यादा खर्च किए बिना आप बैरो औल्टो डिस्ट्रिक्ट खानेपीने जा सकते हैं. यहां लिस्बन के विचित्र से कूलैस्ट रेस्तरां है. पुर्तगाली सारडीनस की शानदार जगह देखें. यह फ्री है. एक शौप स्ट्रोक म्यूजियम है, सार्डीन फेरी व्हील है. यहां होटल 12 यूरो से शुरू होता है.

5. सबसे पुराने शहरों में से है किव (यूक्रेन)

यह यूरोप के सबसे पुराने शहरों में से है. अभी यहां ज्यादा टूरिस्ट नहीं आते हैं, इसलिए यह ज्यादा महंगा नहीं है. पर्यटक शानदार नाइट लाइफ को ऐंजौय करते हैं. सिटी सैंटर में बहुत क्लब्स हैं. यदि आप को क्लबिंग पसंद नहीं है तो आप चिंता न करें, किव में गलियों में कार्स और ट्रक्स पर हर जगह बार्स और कैफे हैं. इसे देखने का सब से बड़ा आकर्षण है- चेर्नोबिल जाना और वह जगह देखना जहां दुनिया का सब से बुरा न्यूक्लियर विनाश हुआ था. एक दुखद पर अविस्मरणीय अनुभव. यूक्रेन की सब से फेमस जगहों में से एक है- सैंट एंड्रू चर्च जहां आप कोई पारंपरिक शादी होते भी देख सकते हैं. होटल 5 यूरो से स्टार्ट होता है.

 6. कल्चर, नाइट लाइफ लिवरपूल (इंगलैंड)

यहां कल्चर, नाइट लाइफ सब बहुत अच्छा है. सिटी का क्रिएटिव हब द बाल्टिक ट्रायंगल और बाल्टिक फूड मार्केट जाएं. आइकोनिक केवर्न क्लब पर लिवरपूल के म्यूजिकल इतिहास का आनंद लें. दुनिया में सब से ज्यादा पैशनेट फैन्स के साथ फुटबौल मैच का आनंद लें. यदि आप के पास टाइम हो तो बोल्ड स्ट्रीट पर कुछ अद्भुत चीजों की शौपिंग करें. विश्व प्रसिद्ध अल्बर्ट डौक्स जाएं जहां टेट आर्ट गैलरी है. यहां फ्री ऐंट्री है. सब से बड़ा चीनी मेहराब देखने के लिए चाइना टाउन जाएं. यहां होटल 10 यूरो में मिल जाएगा.

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 7. चैक रिपब्लिक का कैपिटल शहर प्राग

यहां रुकना आप के बजट में बहुत आराम से होगा. पैदल चल कर ही बहुत सी चीजें देखी जा सकती हैं. यह चैक रिपब्लिक का कैपिटल शहर है. सैंट्रल यूरोप के सुंदर शहरों में से एक है. ओल्ड टाउन स्क्वेयर के लिए जाना जाता है. रंगीन बिल्डिंग्स, गोथिक चर्च, पत्थर की गलियों का शहर है. यह उन लोगों की प्रिय जगह है जो कल्चर, इतिहास और शांति ऐंजौय करते हैं.

 8. सैंट्रल यूरोप का सुंदर, हरियाली से भरपूर शहर स्लोवेनिया

यही एक देश है जिस के नाम में ही लव आता है. यह भी सैंट्रल यूरोप का सुंदर, हरियाली से भरपूर शहर है. इस की राजधानी लिबिलियना को सब से ज्यादा रहने के लायक और सब से ज्यादा हरियाली वाली राजधानी कहा जाता है. यहां प्रदूषण बहुत कम है. जब कम खर्च में यूरोप की यात्रा का मन बनाएं, यहां जरूर जाएं. प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर यह शहर कम कीमतों के लिए भी जाना जाता है. साइक्लिंग और पैदल चलना यहां प्रमुख है और यदि आप को प्रकृति का आनंद लेना है तो यहां झीलें, पहाड़, गौर्जेस और जूलियन ऐल्प्स देखना आप का समय और धन दोनों बचाएगा.

 9. दर्शनशास्त्र का केंद्र एथेंस (ग्रीस)

दुनिया में ऐसी कम ही जगहें हैं जो एथेंस जितना ऐतिहासिक महत्त्व रखती हैं. यह दर्शनशास्त्र का केंद्र है. इसे क्रैडल औफ डैमोक्रेसी और ‘होम टु द फर्स्ट थिएटर’ भी कहा जाता है. पूर्वी यूरोप सस्ता है जैसे लात्विया, लिथ्वेनिया, बुलगारिया, क्रोएशिया, रोमानिया, चैक, तालिन (एस्तोनिया), सोफिया (बुलगारिया).

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नौर्थ और वैस्ट यूरोप महंगे हैं. जैसे फ्रांस, जरमनी, स्विट्जरलैंड, बैल्जियम, डेनमार्क, यूके, नौर्वे, स्वीडन. यूरोप के अधिकांश शहरों में देखने के लिए इतना कुछ है कि आप का पूरा हफ्ता मनोरंजन हो सकता है. अधिकांश पास के शहर एकदूसरे से ऐसे जुड़े हैं कि आप डे ट्रिप कर के आ सकते हैं. डे ट्रिप का मतलब है कि आप सुबह ही दूसरे शहर चले जाएं. पूरा दिन वहां बिताएं. शाम तक अपने बेस शहर आ जाएं. ऐसा करने से आप को अपना भारी सामान इधर से उधर नहीं ढोना पड़ेगा और होटल भी नहीं बदलने पड़ेंगे.

5 टिप्स: ग्लिसरीन से पाएं हैल्दी और ग्लोइंग स्किन

अक्सर आपकी स्किन को पोषण नही मिलता, जिसके कारण आपकी स्किन रुखी और बेजान हो जाती है. और वो आपकी खूबसूरती को कम कर देती है. इसीलिए स्किन को कोमल और मुलायम बनाने के लिए ग्लिसरीन एक बेस्ट औप्शन है.ग्लिसरीन का इस्तेमाल कई ब्यूटी क्रीम्स, मौइश्चराइजर, शैंपू और कंडीश्नर में किया जाता है. वहीं आप लिप बाम की जगह ग्लिसरीन का इस्तेमाल करके अपने होंठों को खूबसूरत और मुलायम बना सकते हैं. आइए जानते हैं किस तरह खूबसूरत स्किन के लिए ग्लिसरीन का इस्तेमाल कर सकते हैं.

1. मौश्चराइज के लिए ग्लिसरीन का इस्तेमाल

skin care

ग्लिसरीन स्किन के लिए एक बेहतरीन मौइश्चराइजर है. रोजाना स्किन पर ग्लिसरीन का इस्तेमाल करने से स्किन हाइड्रेटेड, सौफ्ट और फ्रेश रहती है. ग्लिसरीन एक प्राकृतिक humectant है. humectant वह लोशन या क्रीम है, जो स्किन में सूखापन को रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है. इसलिए ग्लिसरीन स्किन में नमी और पानी को बनाए रखने में मदद करता है.

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2. स्किन का pH बैलेंस बनाए रखने में हैं मददगार

ग्लिसरीन स्किन के pH बैलेंस को बनाए रखने में मदद करती है. रोजाना चेहरे पर ग्लिसरीन लगाने से सूरज की U.V किरणों से पहुंचने वाले नुकसान से स्किन सुरक्षित रहती है. साथ ही स्किन हेल्दी और चमकदार भी बनती है.

3. एंटी फंगल गुणों से भरपूर है ग्लिसरीन

ग्लिसरीन स्किन की मरम्मत करने में भी अहम भूमिका निभाती है. ग्लिसरीन के इस्तेमाल से एक्जिमा और सायरोसिस की समस्या में भी फायदा पहुंचता है.

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4. फटे होठों के लिए कारगर है ग्लिसरीन

आप ग्लिसरीन की कुछ बूंदों का उपयोग गुलाबी और मुलायम होंठ पाने के लिए कर सकते हैं. यह स्किन के लिए बहुत सौम्य है. होंठों को नरम (soft) करने के लिए ग्लिसरीन को प्रति-दिन इस्तेमाल करना चाहिए. यह आपके होंठों को मौइस्चराइज करता है, और फ्लेकिंग (flaking) और रक्तस्राव जैसे लक्षणों को कम करता है.

5. ड्राई स्किन के लिए है फायदेमंद

ड्राई और बेजान स्किन को सुंदर और कोमल बनाने का सबसे अच्छा और सस्ता माध्यम है, ग्लिसरीन. नियमित रूप से ग्लिसरीन को उपायोग में लेने से आपकी त्वचा में निखार आता है और स्किन रोगों से भी छुटकारा मिलता है.

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नेपोटिज्म पर खुलकर बोलीं करण की नई स्टूडेंट, ऐसी की सबकी बोलती बंद

बौलीवुड में नेपोटिज्म का मसला हमेशा गर्म रहता है. कंगना रनौट तो बार-बार नेपोटिज्म को लेकर करण जौहर पर तीखे बाण चलाती रहती हैं. लेकिन करण जौहर पर इसका कोई असर नहीं पड़ता. वह अपनी फिल्मों मे अक्सर फिल्मी हस्तियों की संतानों को अभिनय करने का अवसर देते रहते हैं. करण जौहर ने 2012 की अपनी सफल फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर’’ का सीक्वअल ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ का निर्माण किया है, जिसका निर्देशन पुनीत मल्होत्रा ने किया है. दस मई को रिलीज होने वाली फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ में करण जौहर ने एक बार फिर बौलीवुड एक्टर चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे के साथ गैर फिल्मी परिवार की सिंगर और एक्ट्रेस तारा सुतारिया को एक्टिंग करने का मौका दिया है. इस फिल्म के हीरो हैं जैकी श्राफ के बेटे टाइगर श्राफ.

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अनन्या के डेब्यू पर उठे सवाल…

अनन्या के फिल्मी परिवार से होने की वजह से बौलीवुड में कुछ लोग कह रहे हैं कि नेपोटिज्म के ही चलते अनन्या को फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर 2’’ में अभिनय करने का अवसर मिला. हाल ही मे जब अनन्या पांडे से हमारी एक्सक्लूसिव बात हुई, तो हमने अनन्या के सामने नेपोटिज्म का मुद्दा उठाया. इस पर अनन्या पांडे ने बिना किसी लाग लपेट के बौलीवुड में नेपोटिज्म की मौजूदगी को स्वीकार करते हुए उन लोगों को शालीनता के साथ खरी खोटी सुनाई, जो नेपोटिज्म के नाम पर फिल्मी परिवार से जुड़े कलाकारों की प्रतिभा और मेहनत को नजरंदाज करते हैं.

 

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Finally found my partner in crime ❤️??? #TheThingsWeDo

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अनन्या का करारा जवाब..

अनन्या ने कहा- ‘‘मेरा मानना है कि सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, बल्कि हर इंडस्ट्री में नेपोटिज्म मौजूद है. इसलिए सिर्फ बौलीवुड में नेपोटिज्म की बातें करना मूर्खतापूर्ण है. दूसरी बात मेरे डैड चंकी पांडे भी अभिनेता हैं, इस कारण मुझे शर्मिंदा नहीं होना चाहिए, बल्कि यह मेरे लिए गौरव की बात है कि उन्होंने बतौर अभिनेता अपना नाम कमाया, शिखर तक पहुंचे और अब मैं उन्ही के नक्शे कदम पर चलते हुए कुछ बेहतर करने तक पहुंची हूं. मेरे डैड ने बहुत मेहनत से अपना मुकाम बनाया. अब देखिए, मेरे डैड के डैड डौक्टर स्व. शरद पांडे तो अपने समय के मशहूर हार्ट सर्जन थे, पर मेरे डैड ने डौक्टर बनने की बजाय अभिनेता बनना पसंद किया.

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डैड के नाम पर धब्बा नहीं लगाना चाहती…

मैं अपने डैड की इज्जत पर धब्बा नहीं लगाना चाहती. मुझे किसी भी तरह की निगेटिव फीलिंग नही चाहिए. यह सच है कि हमारी इंडस्ट्री में भी नेपोटिज्म है. पर मैं लोगों से, दर्शकों से सिर्फ एक ही प्रार्थना करती हूं कि वह मेरी फिल्म देखे, मुझे और मेरे अभिनय को पसंद करें. मेरे अभिनय की तुलना मेरे डैड या किसी और से ना करें. वैसे अब दर्शक भी टैलेंट को देखते हैं ना कि यह कि कलाकार किसका बेटा या बेटी है.’’

 

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Look both ways before you cross my mind ?

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‘‘जब दर्शक फिल्म देखते समय कलाकार की प्रतिभा के आधार पर पसंद करता है. तो फिर नेपोटिज्म को लेकर इतना हो हल्ला क्यों मचाया जा रहा है?’’

हमारे इस सवाल पर अनन्या ने नेपोटिज्म की बातें करने वालों को आइना दिखाते हुए कहा-‘‘मुझे लगता है कि इस तरह की बातें करने वाले लोगों को लगता है कि फिल्मी संतानें प्रतिभाशाली नही होती हैं. पर वह भूल जाते हैं कि वरूण धवन, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट फिल्मी संतानें ही हैं. जिन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया हुआ है. हर कोई इनके अभिनय की तारीफ करता है. फिर इसी फिल्म इंडस्ट्री में रणबीर सिंह, अनुष्का शर्मा और दीपिका पादुकोण जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं, जो कि फिल्मी परिवार से नही हैं. तो मेरा कहना यह है कि टैलेंट, टैलेंट होता है, उसे महज इस आधार पर नजरंदाज नहीं किया जा सकता कि वह टैलेंट किसी फिल्म परिवार से आया है.’’


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बता दें कि करण जोहर ने 2012 में अपने निर्देशन में बनी फिल्म ‘‘स्टूडेंट आफ द ईअर’’ में महेश भट्ट की बेटी आलिया भट्ट और डेविड धवन के बेटे वरूण धवन को ब्रेक दिया था. यह दोनों पांच साल के अंदर स्टार बन चुके हैं. लोग इनके अभिनय के दीवाने हैं. इसके बाद भी करण जौहर कई फिल्मी संतानो को मौका दे चुके हैं. पिछले साल ही उन्होने स्व. श्रीदेवी और बोनी कपूर की बेटी जान्हवी कपूर को फिल्म ‘‘धड़क’’में ब्रेक दिया था.

Edited by- Nisha rai

सेट पर बेहोश हुईं दीपिका, फोटो देख फैंस ने पूछा ये सवाल

आखिरकार लंबे इंतजार के बाद टीवी की फेमस बहू और एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ छोटे परदे पर कमबैक करने जा रही हैं. ‘ससुराल सिमर का’ की लीड एक्ट्रेस रह चुकीं दीपिका ‘बिग बौस 12’ की विनर बनने के बाद से ही सुर्खियों में हैं. जब से उनके नए टीवी शो पानीपुरी की खबर फैंस को मिली है तभी से वो इस शो का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैम. लेकिन लगता है कि दीपिका शो के लिए कुछ ज्यादा ही मेहनत कर रही है तभी तो हाल ही में शूटिंग के दौरान वो सेट पर ही बेहोश हो गई.

प्रोड्यूसर ने शेयर की फोटो….

जी हां, इस शो के प्रोड्यूसर ने इंस्टाग्राम पर दीपिका कक्कड़ की एक फोटो शेयर कर ये जानकारी दी है. प्रोड्यूसर संदीप सिकंद ने सोफे पर बेहोश पड़ी दीपिका एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘हीरोइन तो फेंट हो गई.’ लेकिन दीपिका की इस फोटो को देखते ही उनके फैंस परेशान हो गए और दीपिका का हालचाल मेकर्स से पूछने लगे.

फैंस ने लिए मजे…

इतना ही नहीं कुछ फैंस तो दीपिका की फोटो देखकर प्रोड्यूसर से ये सवाल भी पूछने लगे कि वो बेहोश हैं और आप परफेक्ट एंगल से उनकी फोटो खींच रहे हैं. ऐसी ही कई और मजेदार बाते आप इस फोटो के कमेंट सेक्शन में पढ़ सकते हैं.

 

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“Heroine” toh faint ho gayi ??

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दीपिका ने बताया हाल-चाल…

इसके कुछ ही देर बाद दीपिका ने एक फोटो शेयर कर इसकी जानकारी दी कि वो बिल्कुल ठीक है. इस पर उन्होंने लिखा है, ‘नई फ्रेशनेस और पॉजिटीविटी हर ओर फैल रही है. नई शुरुआत करते है.’

 

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The world is yours!!! the more you explore the more you love it!!! @oasispalmsafari

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काफी दिनों से बीमार हैं दीपिका…

खबरों की माने तो दीपिका की तबीयत काफी दिनों से ठीक नहीं थी. इस टीवी शो की शूटिंग शुरू होने से पहले उनके पति शोएब इब्राहिम ने एक फोटो शेयर कर बताया था कि अब वो ठीक हो गई है. शोएब ने लिखा था, ‘कोई लौट के आया है. मेरा बीमार बच्चा ठीक हो गया… शुक्रअल्लाह दोस्तों के लिए शुक्रिया.’

 

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Mera beemar bacha theek hogaya ????ShukrAllah!! Duaon ke liye shukriya ??????

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बता दें कि दीपिका कक्कड़ का नया टीवी शो पानी पुरी स्टार प्लस पर दिखाया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ‘पानी पुरी’ इस चैनल के टीवी शो ‘ये हैं मोहब्बतें’ को रिप्लेस करेगा.

पीरियड्स में पर्सनल हाइजीन का रखें ख्याल

भारत में सिर्फ 12% महिलाएं ही पर्सनल हाइजीन यानी पैड्स का इस्तेमाल करती हैं जो काफी चौंकाने वाला आंकड़ा है, क्योंकि अगर इस पर्सनल हाइजीन का ध्यान नहीं रखते हैं तो यह हमें ढेरों बीमारियों की गिरफ्त में ले जाती है. यहां तक कि हम यूटीआई, कैंसर जैसी घातक बीमारियों के भी शिकार हो जाते हैं.

‘द नैशनल हैल्थ मिशन औफ द मिनिस्ट्री औफ हैल्थ ऐंड फैमिली वैलफेयर औफ इंडिया’ स्वच्छ भारत अभियान के साथ मिल कर मैंस्ट्रुअल हाइजीन व सैनिटरी पैड्स के प्रति अवेयरनैस बढ़ाने का काम कर रहा है. आप को बता दें कि देश लंबे समय से प्रदूषण के खिलाफ जंग लड़ रहा है, जिस में प्लास्टिक पौल्यूशन चरम पर है और इस में सैनिटरी पैड्स का अहम रोल है, क्योंकि भारत में हर साल 11,300 टन प्लास्टिक बरबाद होता है. प्लास्टिक नौनबायोडिग्रेडेबल की श्रेणी में आता है. ऐसे में जरूरत है पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाने वाले और बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल करने की.

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पर्सनल हाईजीन से समझौता नहीं

ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी महिलाएं माहवारी के समय सैनिटरी पैड्स की जगह कपड़ा, न्यूजपेपर, पत्ते, रेत या फिर राख का इस्तेमाल करती हैं, जिस से उन्हें इन्फैक्शन के साथसाथ गर्भाशय कैंसर तक हो सकता है. इसीलिए सरकार अब सस्ते पैड्स बना रही है ताकि माहवारी के दौरान हर महिला को कपड़े आदि के प्रयोग से छुटकारा मिले और वह सुरक्षित सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल करे.

क्या होते हैं ईको फ्रैंडली पैड्स

वैसे तो आप को मार्केट में सस्ते से सस्ता और महंगे से महंगा पैड मिल जाएगा, लेकिन फर्क सिर्फ यह है कि जो सिंथैटिक पैड्स होते हैं उन में 90% प्लास्टिक, पौलिमर्स, परफ्यूम व कई कैमिकल होते हैं जो महिला की संवेदनशील त्वचा के लिए हानिकारक साबित होते हैं, जबकि ईको फ्रैंडली सैनिटरी पैड्स विभिन्न नैचुरल बायोडिग्रेडेबल पदार्थों से बनते हैं, जो पर्यावरण को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और इन की सोखने की क्षमता भी काफी ज्यादा होती है. बहुत ही सौफ्ट होने के कारण ये महिला की वैजाइना की सैंसिटिव त्वचा के लिए पूरी तरह सेफ हैं.

अब समय आ गया है ऐसे सैनिटरी नैपकिन को इस्तेमाल करने का जो उन दिनों में आप की पर्सनल हाइजीन का खयाल रखने के साथसाथ पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचाए.

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बायोडिग्रेडेबल पैड्स

ये पैड्स प्राकृतिक पौधों के फाइबर से बने होते हैं. ये डिस्पोजल के 6 महीनों से 2 साल के बीच में गल जाते हैं, जो पर्यावरण के लिए किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है.

रीयूजेबल पैड्स

इन पैड्स को आप धो कर भी कई बार यूज कर सकती हैं. ये हाइजीनिक होने के साथसाथ स्किन पर भी किसी तरह की जलन व रैशेज नहीं होने देते.

अगर आप सफर पर जा रही हैं तो अब परेशान न हों कि सैनिटरी पैड्स को फेंकने के लिए पौलिथीन बैग्स या टिशू पेपर भी कैरी करना पड़ेगा, क्योंकि अब मार्केट में ऐसे पैड्स बनने लगे हैं जो डिस्पोजल बैग के साथ आते हैं ताकि आप पैड को यूज कर के आसानी से उस में फेंक सकें. ये बैग्स पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल हैं.

माहवारी कोई समस्या नहीं है, बल्कि एक सामान्य शारीरिक क्रिया है. इस दौरान खुद को बंधन में बंधा महसूस करने के बजाए सुरक्षित सैनिटरी नैपकिन का प्रयोग करें और जीएं जिंदगी खुल कर.

समर ब्राइडल ड्रैस का नया ट्रैंड

लड़की मौडर्न हो या परंपराओं के मुताबिक चलने वाली, शादी का दिन हर किसी के जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण दिन होता है. वास्तविक दुनिया में होने वाली इस परिकथा की वह रानी होती है. शादी को ले कर उस के मन में जहां उत्साह होता है वहीं चिंता और घबराहट भी होती है. पहनावे को ले कर तो उस केदिमाग में कई तरह के विचार होते हैं. मसलन, उस पर कौन से रंग खूबसूरत लगेंगे, उसे किस तरह के परिधान पहनने चाहिए, उस का मेकअप कैसा होनाचाहिए आदि. आइए, जानते हैं मशहूर फैशन डिजाइनर्स के मुताबिक इस समर सीजन में कैसे ब्राइडल आउटफिट्स ट्रैंड में रहेंगे और किस तरह के कलर वस्टाइल धूम मचाएंगे. वूनिक डौट कौम की चीफ स्टाइलिस्ट भव्या चावला के अनुसार इस समर सीजन ऐसे आउटफिट्स ट्रैंड में रहेंगे-

लहंगे में ड्रामा

रफल्स, लेयर्स, ट्रेल्स, फ्लेयर्ड ऐसे डिजाइन ऐलिमैंट्स हैं, जो लहंगे को अलग और खास बनाते हैं. आप ड्रामैटिक टच देने के लिए यानी लहंगे में नाटकीयतालाने के लिए इन में ऐसे डिजाइन ऐलिमैंट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं. बौलीवुड ऐक्ट्रैस प्रियंका चोपड़ा का सफेद गाउन भी याद कर सकती हैं, जिस कीलंबी सी ट्रेल लंबे अरसे तक चर्चा में रही थी.

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रैड कारपेट लुक

स्लीक, चमकदार वैस्टर्न गाउन कौकटेल पार्टी के लिए आप का एक सही विकल्प होगा. बस इतना ध्यान रखें कि आप के गाउन की लैंथफ्लोर तक हो. फ्लौवर्स की रौनक: फ्लोरल प्रिंट वाला लहंगा या साड़ी चुनें. ग्रेसफुल दिखने के लिए सौफ्ट, पेस्टल रंग पैलेट का चयन करें. फ्लैमबौयंट लुक केलिए डिफरैंट कलर के साथसाथ फ्लौवर प्रिंट चुन सकती हैं. यदि आप अपने आउटफिट पर ज्यादा कशीदाकारी पसंद करती हैं तो अपने परिधानों पर फूलों की कढ़ाई करने पर विचार कर सकती हैं.

बनारसी

बनारसी साडि़यां सदाबहार होती हैं. ये विरासत का हिस्सा हैं जो एक से दूसरी पीढ़ी तक जाती हैं. सिनेतारिका अनुष्का शर्मा ने अपनी रिसैप्शन मेंचमकदार लाल बनारसी साड़ी पहनी थी जबकि दीपिका पादुकोण ने मुंहदिखाई के बाद बनारसी दुपट्टा चुना था. बनारसी साड़ी और दुपट्टे पन्ना, रौयल ब्लू, हौटपिंक जैसे रंगों में आते हैं. लाल: यह दुलहन के लिए ‘द अल्टीमेट कलर’ है. दीपिका, अनुष्का, प्रियंका इन सभी ने अपनीअपनी शादी में पैशनेट रंग कोचुना. यह एक ऐसा रंग है जो सभी स्किनटोन पर कारगर रहता है. दुलहन के चेहरे पर ग्लो लाता है.

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डबल दुपट्टा

यह ट्रैंड बौलीवुड के फैशन डिजाइनर सब्यसाची की वजह से लोकप्रिय हुआ था. इस में एक दुपट्टे को लहंगे के रंग से मैच किया जाता है औरदूसरे में लाल, नारंगी, पीले जैसे वार्म कलर के कौंबो में बंधेज चुनरी या ओढ़नी होती है जिसे सिर पर रखा जाता है. यह ट्रैंड लंबे अरसे से चलन में रहा है. ाब्लाउज सैक्सी या क्लासी: दुलहन का ब्लाउज या तो डीप वीनैक, स्वीटहार्ट नैक, स्कूपनैक के साथ सैक्सी होगा या फिर क्लोजनैक के साथ लंबी स्लीव्स वालाराजसी लुक देने वाला होगा. एक बार जब आप अपने लहंगे का स्टाइल, कपड़ा और रंग फाइनल कर लेती हैं तो आप अपने ब्लाउज को उस अनुसार डिजाइनकरवा सकती हैं.

स्टेटमैंट ज्वैलरी

पारंपरिक दुलहनों के विपरीत नई दुलहनें 1 या अधिकतम 2 बड़े बोल्ड पीस के साथ हलके गहने पहनना पसंद करती हैं. एक इवेंट केलिए आप एक स्टेटमैंट नैकलैस और दूसरी ओर एक जोड़ी ड्रामैटिक इयररिंग्स पहन सकती हैं. एक बोल्ड मांगटीका या नथनी भी लुक को परफैक्ट बनानेके लिए जरूरी है.ब्रैड्स: ब्रैड्स सुंदर दिखती हैं और बहुमुखी भी हैं. ढीली फिशटेल ब्रैड्स से ब्रैडेड क्राउन्स और ब्रैडेड अपडूज के साथ ये आप के बालों को स्टाइलिश लुक देंगे.

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ताकि प्राकृतिक संतुलन बना रहे

वीगन यानी वैजिटेरियन व्यवसायों में अब काफी अवसर पैदा हो रहे हैं. बस थोड़े धैर्य और थोड़ी लगन की जरूरत है, जो वैसे भी हर व्यवसाय में जरूरी है. फैशन के क्षेत्र में वीगन होने का मतलब यह नहीं कि आप स्टाइल की कुरबानी दे दें. आजकल बहुत सा हाई फैशन सामान रिसाइकल पौलिएस्टर से बन सकता है. जानवरों को मारे बिना जूते, बैल्ट, पर्स आदि हजारों में औनलाइन और औफलाइन दुकानों में बिक रहे हैं.

जूतों में लगने वाला गोंद भी अब जरूरी नहीं कि जानवरों से आए या जानवरों पर टैस्ट किया जाए. वीगन बाजार नई दिल्ली में 3 साप्ताहिक और्गेनिक मार्केट लगती हैं और कोई भी इन्हें शुरू कर पैसा कमा सकता है. वहां बीज, पौधे, सब्जियां, तेल, चीज, विनेगर, चाय, साबुन, कौस्मैटिक प्रौडक्ट्स भी बिक सकते हैं और वहीं बैठ कर खाने का स्टाल भी लगवाया जा सकता है.

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आस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में एक बड़ा वीगन मेला लगता है. आजकल वीगन बेकरियों के दीवाने भी कम नहीं हैं, जहां हर तरह की और्गेनिक मिठाई मिले, चौकलेट हों, कैरेमल हों, मार्शमैलो हों, मफिन और डोनट हों, इतना सामान हो कि गिफ्ट बास्केट बन सके. लेकिन इस तरह का व्यवसाय शुरू करना है तो अपने सप्लायर्स को सावधानी से चुनना होगा. पाम औयल की जगह कोकोनट औयल इस्तेमाल हो, मिठास के लिए गन्ने का रस या कोकोनट की चीनी हो सकती है. ये सब बिना डोनेटिक मोडिफाइड हो सकते हैं, जिन का पर्यावरण पर असर नहीं पड़ता.

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लोगों की पसंद व्यवसाय चलाने के लिए एक बुटीक टाइप शौप खोली जा सकती है जिस में सिर्फ तेल, घी, मक्खन हों. इस के साथ औलिव औयल, चिया बीज, काजू, बादाम, दूध, मेपल सिरप, सूरजमुखी तेल, पारंपरिक पोशाकें आदि भी बेची जा सकती हैं. लोग अब ऐसा खाना पसंद करने लगे हैं जो मीट जैसी दिखने वाली चीजों में बना हो ताकि लोग मीट प्रोडक्ट्स की जगह वीगन बनें. अगर आप कैफे शुरू कर रहे हैं तो प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें.

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मोटे सादे कपड़े के नैपकिन अब बेचे जा सकते हैं जो स्टाइलिश भी हैं और सौफ्ट भी और जिन में हानिकारक कैमिकल रंग नहीं हैं. रिसाइकल पेपर पर कापी किताबों की भी भारी मांग है. यहां तक कि गाड़ी में खराब हुआ वनस्पति तेल तक इस्तेमाल करने की तकनीक उपलब्ध है. वीगन ब्यूटीपार्लर खोले जा सकते हैं जहां बिना पैट्रो प्रोडक्ट्स से बनी क्रीम, लोशन, शैंपू, स्किन केयर सामान इस्तेमाल किया जा सकता है, जो प्रकृति के लिए भी अच्छा है और ग्राहकों के लिए भी. इनसे ज्यादा से ऐलर्जी भी नहीं होती. प्रकृति प्रेमियों के लिए बहुत सी ऐसी चीजें बन रही हैं और बनाई जा सकती हैं जिन से प्राकृतिक संतुलन बना रहे. मेरे मंत्रालय में ऐसा बहुत कुछ इस्तेमाल हो रहा है और लोग खुश हैं.

पैदल घूमने के लिए बैस्ट है यें 5 शहर….

लेखक- सुनील पुरी

पैदल घूमना वैसे तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन चोरी का डर और पौल्यूशन हमें साफ और खुली हवा में पैदल चलने की इजाजत नही देता. मगर अमेरिका के ये पांच शहरों में पैदल घुमक्कड़ी का अलग ही आनंद है:

फिलाडेल्फिया (पेन्सिल्वेनिया)

इसे अमेरिका के टौप 10 पैदल घूमने वाले शहरों में पहले नंबर पर रखा गया है. फिलाडेल्फिया शहर में जाना और घूमना-फिरना आसान है. अमेरिका के सबसे ज्यादा पैदल घूमने लायक शहरों में से एक के रूप में इसका लगातार जिक्र किया जाता है. जब आप फिलाडेल्फिया में हों, तो आप को कई बड़े शहर वाले अनुभव मिलेंगे, जिन में आप रेस्तरां, पार्कों और कैफों में से अपनी पसंद का चुन सकेंगे, जिस से आप को इस शहर से लगाव हो जाएगा. यहां 4 मिनट पैदल चलने पर 6,109 होटल के कमरे, 10 मिनट पैदल चलने के भीतर 9,863 होटल के कमरे और पेन्सिल्वेनिया कन्वैंशन सैंटर से 15 मिनट पैदल चलने पर 11,460 होटल के कमरे हैं. फिलाडेल्फिया में कोई भी व्यक्ति 685 किलोमीटर लंबे साइकिल मार्ग का उपयोग कर कई स्थानों पर पहुंच सकता है, जो सेलैक्ट ग्रेटर फिलाडेल्फिया के अनुसार किसी भी अमेरिकी शहर में प्रति वर्ग मील सब से अधिक है.

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सिएटल (वाशिंगटन)

चाहे आप काम करने के लिए या फिर मौज मस्ती के लिए जाना चाहते हों, पैसिफिक नौर्थवैस्ट में बसा सिएटल एक गतिशील और पैदल घूमने लायक शहर है, जहां अनेक फुटपाथ और पगडंडियां हैं जिन पर चल कर आप वहां जा सकते हैं. सिएटल में सबसे अधिक पैदल घूमने लायक कुछ आसपास की जगहों में बैलार्ड शामिल है. बैलार्ड के निवासी रोजाना किराने की दुकानों, पार्कों और स्कूलों में आने जाने के लिए कार चलाना पसंद नहीं करते हैं. कैपिटल हिल की सड़कें, मूवी थिएटर कैफे, बार, रेस्तरां और संगीत कार्यक्रम स्थल पर भीड़ से भरी रहती हैं. इस शहर के निवासी कैफीन के बहुत शौकीन हैं. यहां प्रति 1,000 नागरिकों पर 2.5 कौफी की दुकानें मौजूद हैं.

बोस्टन (मैसाचुसेट्स)

बोस्टन एक ऐसा शहर है जहां कोईर् भी व्यक्ति पैदल, ट्रौली, बाइक या नाव से यात्रा कर सकता है. यह शहर सभी प्रकार की रुचि वाले व्यक्तियों यहां तक कि छोटे बच्चों को भी घूमनेफिरने के लिए लुभाता है, जिन में ऐतिहासिक स्थल, खाना, वास्तुशिल्प, फिल्म और बंदरगाह के द्वीप शामिल हैं. इसे इन्हीं अच्छे कारणों से पैदल घूमने लायक शहर के रूप में जाना जाता है.

बोस्टन में साइकिल को शेयर करने की एक बढि़या हब्बे व्यवस्था है, जिस के द्वारा प्रसिद्ध हैच शेल, बोस्टन यूनिवर्सिटी ब्रिज या किसी अन्य स्थानों पर घूमना आसान हो जाता है. पूरे पार्क में अनेक ऐसे रास्ते भी मौजूद हैं

समर वेकेशन के लिए बेस्ट है दार्जिलिंग

जैसे कि 3.6 किलोमीटर लंबा सर्किट पाथ लूप. दूसरा आकर्षण साउथ बे हार्बर ट्रेल है, जो 5.6 किलोमीटर लंबी पगडंडी है. यहां सीपोर्ट के डिस्ट्रिक्ट से बोस्टन हार्बर को निहार सकते हैं.

कैंब्रिज से बेडफोर्ड तक 16.7 किलोमीटर लंबा मिनटमैन बाइक मार्ग है, जो एक पुराने रेलमार्ग के साथसाथ चलता है. यहां आप बाइक हैलमेट का इस्तेमाल करना और साइकिल सुरक्षा के तरीकों को अपनाना याद रखें.

बोस्टन की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली सबवे, बस, ट्रौली कार और नाव सेवाएं प्रदान करती है, जो ग्रेटर बोस्टन क्षेत्र में और उस के बाहर हर जगह उपलब्ध है. सब वे के सभी स्टौप को लाल लाइन, हरी लाइन, नीली लाइन, नारंगी लाइन, सिल्वर लाइन के साथ रंग से कोड किया गया है.

इस के अलावा यदि आप शहर में घूमने के लिए अपने सफर के सामान को साथ ले जाना नहीं चाहते हैं, तो आप एक दिन के लिए उसे स्थानीय दुकानों में रख सकते हैं.

मिनियापोलिस (मिनेसोटा)

मिनियापोलिस में आप वाकई में उस स्थान से कभी दूर नहीं हो पाएंगे जहां आप को होना चाहिए. मिनियापोलिस एक छोटा शहर है, इसलिए इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां हैं, किसी भी जगह जल्दी और आसानी से पहुंचने के अनेक विकल्प मौजूद हैं.

शहर में लाइट रेल, बसों और टैक्सियों, लिफ्ट के साथ अवार्ड देने योग्य मार्ग व्यवस्था है. पूरे शहर में बाइक मार्ग वाली सड़कों पर बाइक किराए पर चलाई जा सकती है. लेकिन घूमने का सब से अच्छा तरीका है हमारे 2 पांव. यहां मुफ्त सवारी के लिए बसें भी मिलती हैं, जो आप को निकोलेट मौल तक ले जाएंगी या आप नीली या हरी लाइन पर ट्रेन पकड़ सकते हैं.

स्कीइंग का लेना है भारत में मजा तो जरूर जाएं ‘औली’

लाइट रेल मार्ग (एलआरटी) मिनियापोलिस शहर को हवाईअड्डों, मौल औफ अमेरिका, सैंट पौल और 43 अन्य स्टेशनों से जोड़ता है.

कई झीलों और मिसीसिपी नदी के आसपास निर्मित मिनियापोलिस के शहरी नजारे घने हरेभरे पार्क सिस्टम से घिरे हुए हैं, जो पैदल चलने के लिए आदर्श प्राकृतिक दृश्य दिखाते हैं.

शिकागो (इलिनोयस)

शिकागो आसानी से नेविगेट किए जा सकने वाले डाउनटाउन ग्रिड के साथ पैदल चलने लायक शहर है. शहर को मैडिसन स्ट्रीट उत्तर और दक्षिण हिस्से में बांटती है, जबकि स्टेट स्ट्रीट इसे पूर्र्व और पश्चिम में बांटती है. स्टेट, मैडिसन इंटरसैक्शन, शिकागो के ऐड्रैस ग्रिड सिस्टम की उत्पत्ति का प्रतीक है. केवल यही नहीं, इस शहर को नैशनल और्गेनाइजेशन फौर डिसैबिलिटी द्वारा अमेरिका के सब से अच्छे विकलांगतानुकूल शहरों में से एक चुना गया था, क्योंकि यह दिव्यांग सैलानियों के लिए सुलभ है और अनेक संसाधन प्रदान करता है.

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इसके अलावा शिकागो संपूर्ण शहर में बाइक शेयरिंग कार्यक्रम के साथ स्थानीय लोगों और सैलानियों के शहर में घूमने के लिए एक अनूठा तरीका प्रदान कर के और भी अधिक साइकिल के अनुकूल बन गया है. एक सुंदर शहर को देखने के लिए पर्यावरण के अनुकूल यातायात का यह एक मजेदार, कम कीमत वाला और सुविधाजनक तरीका है. यहां 225 मील से ज्यादा लंबा बाइक मार्ग और 13,000 से अधिक बाइक रैक हैं. 28 सीटीए बस मार्ग और 8 रेलमार्ग भी शिकागो के 146 स्टेशनों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 2 अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों पर हजारों उड़ान विकल्पों, 6 प्रथम श्रेणी के रेलमार्गों, प्रमुख राजमार्गों के एक विशाल तंत्र तथा व्यापक एवं विविध एयरलाइनों के साथ यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के लिए सब से अधिक सुविधाजनक शहरों में से एक है.

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