घर सजाने के लिए जरूर आजमाएं ये 5 आसान टिप्स

अगर आप चाहती हैं, आपके घर का हर कोना  आकर्षक लगे. पर आप इसके लिए ज्यादा पैसे भी खर्च करना नहीं चाहती हैं तो आइए ऐसे पांच उपाय अपको बताते हैं, जिनसे आप बजट के भीतर अपने घर को आकर्षक और बेहतरीन लुक दे सकती हैं.

  1. महंगी पेंटिंग्स या खर्चीले फर्नीचर के आलावा घर की सजावट में शीशे और फोटो फ्रेम्स का भी समझदारी से इस्तेमाल कर सकती हैं. लंबे साइज के शीशे से घर का भी लुक बड़ा लगता है.

2. घर में दरवाजें और खिड़कियां अगर मेनटेन हैं तो बिना अधिक तमाझाम के भी घर सुंदर दिख सकता है. ऐसे में समय-समय पर दरवाजों और खिड़कियों की पौलिश करें जिससे इनका लुक हमेशा नया लगे.

घर को क्लासी लुक देने में मदद करेंगे ये 5 आसान टिप्स…

3. घर के किसी भी कोने में ढेर सारा फर्नीचर या सामान, उसको स्टोर रूम का लुक दे सकता है. ऐसे में जो चीजें कम काम में आएं उन्हें स्टोर करके भीतर रखें जिससे जगह खाली और आरामदायक लगे.

4.  अपने स्टडी रूम या बेडरूम की सजावट से अपनी खूबसूरती यादों को भी संजो सकती हैं और अपने व्यक्तित्व को भी दर्शा सकती हैं. मसलन, आपके अलग-अलग यादगार मौकों का कोलाज बनाकर भी घर को स्पेशल लुक दे सकती हैं.

5. केवल दरवाजे और खिड़कियों की पौलिश भी पूरे कमरे को नया लुक दे सकती हैं. आप चाहें तो इनपर कलरफुल पेंटिंग्स बनाकर भी कुछ प्रयोग कर सकती हैं.

इन टिप्स को अपनाकर अपने घर का माहौल बनाएं पौजिटिव

अगर आप भी देर रात तक जागती हैं, तो ये खबर आपके लिए है

रात में खाना ठीक समय पर खाना बेहद जरूरी है. आम तौर पर भाग दौड़ भरी माहौल में ये कर पाना काफी मुश्किल हो गया है पर हमेशा सेहतमंद रहने के लिए आपको अपने खाने के समय पर खासा ध्यान रखना होगा. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि रात में जल्दी खाना क्यों फायदेमंद है.

आएगी अच्छी नींद

पूरे दिन थकने के बाद अगर आपको सही समय पर खाना मिल जाए तो आपको सोने के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा और सुबह में आप फ्रेश महसूस करेंगे.

ये भी पढ़ें : कम उम्र में बालों के सफेद होने के ये हैं 5 बड़े कारण

दिल रहेगा स्‍वस्‍थ

जब खाना अच्छे से हजम होगा तो फैट और कौलेस्ट्रौल की परेशानी नहीं होगी और आपका दिल स्वस्थ रहेगा.

सीने में नहीं होगी जलन

रात का खाना खाने के तुरंत बाद लोग बेड पर सोने चले जाते हैं. ऐसा करने से गैस की समस्या बढ़ती है.

ये भी पढ़ें : आपको भी आती है काम के बीच नींद तो पढ़ें ये खबर

वेट कंट्रोल होता है

वजन कम करने के लिहाज से रात में जल्दी खाना जरूरी है. रात में जल्दी खा के आप टहले जरूर. ऐसा करने से आपका खाना अच्छे से पचेगा और फैट भी इक्कठ्ठा नहीं होगा.

पेट की सभी बीमारियां दूर होती है

सही समय पर खाना खाने से जब वह पूरी हरह से हजम हो जाता है, तो उससे आपका पेट हमेशा सही रहता है. पेट में दर्द, गैस और अपच की समस्‍या नहीं रहती.

रहेंगे ज्यादा एनर्जेटिक

समय से खाना खाने और समय से नींद लेने से आप सुबह में खुद को ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करेंगे.

पेट रहेगा हल्का

समय पर खाना खाने से खाने को पचने का पूरा समय मिलता है. खाने के बाद टहलने से खाना अच्छे से पचता है और पेट हल्का रहता है. दूसरे दिन पेट हल्‍का रहता है और उसमें गैस की शिकायत नहीं होती.

posted by Shubham

घनी भौहें पाने के लिए बेहद फायदेमंद हैं ये 4 घरेलू टिप्स

आपकी भौंहें के बाल बहुत कम है या देखने में काफी पतले लगते है. तो इसमें आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई बार गलत खानपान, हार्मोनल असंतुलन के कारण आईब्रोज की ग्रोथ काफी हद तक रूक जाती है.

तो चलिए आज आपको कुछ घरेलू टिप्स बताएंगे जिससे आप अपना कर घनी भौहें पा सकती हैं.

  1. नींबू और नारियल तेल के इस्तेमाल से

नींबू के छिलके और नारियल तेल का एक मिश्रण तैयार करें. इस मिश्रण को भौंहों पर रातभर लगाकर छोड़ दीजिए. इस मिश्रण को नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर भौंहें घनी हो जाती हैं.

ये भी पढ़े- लंबे बालों के लिए जरूर आजमाएं ये 6 घरेलू टिप्स

2. ऐलोवेरा के इस्तेमाल से

ऐलोवेरा की एक पत्ती ले लें. इसे छिलकर उसके बीच से गूदा बाहर निकाल लें. इससे अपनी आईब्रोज पर कुछ देर तक मलें. ऐलोवेरा में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आईब्रोज की बालों की ग्रोथ बढ़ाएंगे.

dark-eyebrow

3. दूध के इस्तेमाल से

अगर आपकी भौंहें हल्की हैं तो आप रोज रात को सोने से पहले कच्चे दूध का इस्तेमाल कर सकती हैं. सोने से पहले रूई के फाहे को दूध में डुबोकर आईब्रोज के आस-पास हल्के हाथों से लगाएं. इससे भौंहों की जड़ों को पोषण मिलता है, जिससे वो तेजी से बढ़ती हैं.

4. मेथी के दानों की इस्तेमाल से

मेथी के दानों को कुछ देर भिंगोकर रख दीजिए और उसके बाद उन्हें पीस लीजिए. आप चाहें तो मेथी के सूखे दानों को भी पीसकर पाउडर बना सकती हैं. इस पाउडर में बादाम का तेल मिलाकर आईब्रोज पर लगाकर छोड़ दें. इससे आईब्रोज की ग्रोथ तो बढ़ेगी ही साथ ही उन्हें पोषण भी मिलेगा.

ये भी पढ़े डार्क सर्कल खत्म करने के लिए अपनाएं 5 होममेड टिप्स

 

इन चीजों को खाना शुरू कर दें, दूर होंगी ब्रेस्ट की समस्याएं

आज के समय में महिलाओं को ब्रेस्ट से जुड़ी बहुत सी परेशानियां सामने आने लगी हैं. इनसे बचने के लिए उन्हें बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है. इसमें खास खानपान, दिनचर्या जैसी चीजें शामिल हैं.

आज हम बताएंगे आपको कि आप अपने ब्रेस्ट की देखभाल के लिए क्या जरूरी कदम उठा सकती हैं. सबसे पहले आपको ओइस्‍ट्रोजेन और प्रोजेस्‍ट्रौन हार्मोन का लेवल चेक करवाना होगा.

आपको बता दें कि हेल्‍दी ब्रेस्‍ट के लिये इन दोंनो हार्मोन्‍स का बैलेंस होना काफी जरुरी है. यदि आपके शरीर में टेस्‍टोस्‍ट्रौन का लेवल ज्‍यादा है तो आपको एस्ट्रोजन का भी लेवल बढ़ाना होगा. अब इसके लिये आपको ऐसे खाद्य पदार्थ खाने होंगे जिससे आपका एस्ट्रोजन लेवल बढ़ सकें.

ये भी पढ़ें : आपको भी आती है काम के बीच नींद तो पढ़ें ये खबर

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियों में फाईटोस्ट्रोजेन प्रचूर मात्रा में पाई जाती हैं. इनके अलावा आपको यह जड़ी बूटियों, मेथी के दानों तथा स्‍प्राउट्स में मिल सकते हैं. अगर आपको चिकन आदि खाना पसंद है तो उन्‍हें बेशक अपनी डाइट में शामिल करें क्‍योंकि इनसे भी आपको एस्ट्रोजन प्राप्‍त होता है.

foods for healthy breast

ब्रेस्ट सेल्स को पोषण प्रदान करने के लिए जरूरी है कि आपके खाने में वो चीजें प्रमुखता से हों जिनमें एंटीऔक्सीडेंट पाए जाते हैं. ऐसे खाद्यों से आप ब्रेस्ट कैंसर से बच सकती हैं. ऐसे फूड में बैरीज़, आडू, प्लम, ब्रोकोली, अखरोट, जैतून का तेल, मछली, अजवायन और सेम आदि हैं.

ये भी पढ़ें : कम उम्र में बालों के सफेद होने के ये हैं 5 बड़े कारण

foods for healthy breast

रिसर्च से पता चला है कि अगर ऐसे खाद्य पदार्थों को महिलाओं की डाइट में शामिल किया जाए और व्‍यायाम को दिनचर्या का हिस्‍सा बना दिया जाए तो वह ब्रेस्‍ट कैंसर से सदा के लिये बची रह सकती हैं.

posted by Shubham

रिव्यू: सच्चे प्यार और बदले की लंबी कहानी है ‘कलंक’

फिल्म रिव्यू- कलंक

एक्टर- आलिया भट्ट, वरुण धवन, सोनाक्षी सिन्हा, आदित्य रौय कपूर, माधुरी दीक्षित, संजय दत्त

निर्देशक- अभिषेक वर्मन

रेटिंग- 3 स्टार

फिल्म ‘‘कलंक’’ की उलझी हुई प्रेम कहानी देश के बंटवारे की पृष्ठभूमि में 1944 में लाहौर के पास स्थित हुसैनाबाद से शुरू होती है. फिल्म की कहानी के केंद्र में बहार बेगम (माधुरी दीक्षित), बलराज चैधरी (संजय दत्त), देव चैधरी (आदित्य रौय कपूर), सत्या चैधरी (सोनाक्षी सिन्हा) ,रूप (आलिया भट्ट) और जफर (वरूण धवन) हैं. कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, वैसे-वैसे पता चलता है कि यह सभी एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं.

ये भी पढ़ें- आखिर क्या है आलिया भट्ट की जिंदगी का सबसे बड़ा ‘कलंक’, जानें यहां

कहानी…

फिल्म शुरू होती है अपनी दो छोटी बहनों के साथ रूप के पतंग उड़ाने से. रूप जब अपनी बहनों के साथ अपने घर पहुंचती है, तो अपने पिता के साथ सत्या चैधरी को बैठे देखकर गुस्सा होती है. डाक्टरों के अनुसार कैंसर की मरीज सत्या चैधरी की जिंदगी सिर्फ एक-दो साल की ही है. सत्या चाहती है कि रूप उनके घर में आकर रहे. सत्या चाहती है कि उसकी मौत के बाद उसके पति देव चौधरी, रूप से शादी कर लेंगे. रूप अपनी बहनों के भविष्य को देखते हुए सत्या के घर जाने के लिए मजबूर होती है, पर वह शर्त रखती है कि देव चैधरी उसके साथ शादी कर लें. देव और रूप की शादी हो जाती है. सुहागरात के वक्त देव, रूप से कहता है कि उसने सत्या के दबाव में यह शादी की है. वह सिर्फ सत्या से प्यार करते हैं, इसलिए कभी रूप से प्यार नही कर पाएंगे. मगर रूप को इज्जत मिलेगी. देव चैधरी के पिता बलराज चैधरी का पुश्तैनी अखबार ‘डेली टाइम्स’ है. लंदन में पढ़ाई कर वापस लौटे देव ने ‘डेली टाइम्स’ की बागडोर संभाल रखी है. वह देश के बंटवारे के खिलाफ अपने अखबार में लिखते रहते हैं. इससे मुस्लिम लीग के नवोदित नेता अब्दुल (कुणाल खेमू) नाराज रहता है. अब्दुल को हिंदुओं से नफरत है. अब्दुल की इस नफरत की आग को भड़काने में अहम योगदान हीरामंडी में ही पले बढ़े जफर का है जो एक लोहार है. जफर के अंदर गुस्सा और आग है. लोग उसे हरामी व नाजायज कहते हैं. एक दिन गाने की आवाज सुनकर रूप हवेली की नौकरानी सरोज से सवाल करती है, तो सरोज बताती है कि यह आवाज हीरामंडी स्थित हवेली से बहार बेगम की है, पर चौधरी परिवार के उसूलों के अनुसार रूप हीरामंडी नही जा सकती. रूप और देव को नजदीक लाने के लिए सत्या, रूप से कहती है कि उसे देव के साथ अखबार के संपादकीय विभाग में काम करना चाहिए. रूप शर्त रखती है कि ऐसा वह तभी करेगी, जब उसे बहार बेगम से संगीत सीखने को मिलेगा. मजबूरन सत्या, बलराज से आज्ञा ले लेती है. सरोज, रूप को लेकर बहार बेगम के पास जाती है. बहार बेगम, रूप की आवाज पर मोहित हो जाती है. वापसी में रूप की मुलाकात जफर से होती है. जफर लड़कियों का शौकीन है. लेकिन जफर को जल्द अहसास हो जाता है कि शादीशुदा रूप दूसरी लड़कियों की तरह नही है. फिर भी रूप और जफर की मुलाकातें होती रहती हैं. अपने अखबार ‘डेली टाइम्स’ के लिए हीरामंडी के लोगों पर कहानी लिखने के लिए रूप पहले अब्दुल (कुणाल खेमू) से मिलती है, पर अब्दुल मदद नही करता, क्योंकि अब्दुल को पता है कि वह देव चैधरी की दूसरी पत्नी है. तब जफर उसे कई कहानियां बताता है और हीरामंडी घुमाता है. धीरे-धीरे रूप को जफर से प्यार हो जाता है, मगर जफर तो चैधरी परिवार से इंतकाम लेने के लिए रूप का इस्तेमाल करता है. बहार बेगम, रूप को सावधान करती है. लेकिन बाद में पता चलता है कि जफर, बहार बेगम और बलराज चैधरी का नाजायज बेटा है. बहार बेगम को सत्रह साल की उम्र में शादीशुदा बलराज चैधरी से प्रेम हुआ था. बलराज को अपने करीब लाने के लिए ही उसने जफर को जन्म दिया था, पर बलराज ने उसे अपनी हवेली में जगह नही दी थी, तो वह जफर को सड़क पर छोड़ आयी थी, फिर भी बलराज ने उसे स्वीकार नहीं किया था. इसी बीच कुछ लोगों ने जफर को हीरामंडी में लाकर पाला. एक दिन बहार बेगम ने जफर को सच बता दिया था. तब से जफर के अंदर चौधरी परिवार से इंतकाम लेने की आग जल रही है. लेकिन जफर सचमुच रूप से प्यार करने लगता है जिसके बाद कहानी नया मोड़ लेती है.

ये भी पढ़ें- अब औडियंस को चाहिए एंटरटेनमेंट के साथ अच्छी स्टोरी- माधुरी

डायरेक्शन…

फिल्मकार अभिषेक वर्मन ने पूरी फिल्म में इसी बात को दिखाने की कोशिश की है कि सच्चा प्यार, समाज के बनाए नियमों, धर्म की बंदिशों और इंसान की बनाई गई सरहदों को नहीं मानता. इस बात को साबित करने में वो सफल रहे हैं. लेकिन फिल्म में कुछ कमियां भी हैं.

ये भी पढ़ें-आखिर क्यों मल्टीस्टारर फिल्में पसंद करते हैं आदित्य रौय कपूर

कमियां…

फिल्म की लंबाई और पटकथा की कमजोरी के चलते फिल्म कई जगह बोर करती है, कहानी की पृष्ठभूमि 1940 का दशक है, मगर फिल्म के भव्य सेट उस काल को रेखाकिंत करने में असफल रहे हैं. एडीटिंग टेबल पर यदि इस फिल्म को कसा जाता, तो यह एक कल्ट/अति बेहतरीन फिल्म बन सकती थी. फिल्म से एक दो गीत कम किए जा सकते थे. अब इसे पटकथा लेखक की कमी कहें या कहानीकार की कमी. पटकथा लेखक की कमजोरी के चलते बहार बेगम और रूप के बीच गुरू-शिष्य के अलावा जो दूसरा रिश्ता है, उसकी टीस भी ठीक से उभर नहीं पाती. कहानी के मामले में भी यह फिल्म कुछ पुरानी क्लासिक फिल्मों की याद दिलाती है.

फिल्म की खूबियां…

दमदार संवादों के चलते दर्शक फिल्म को झेल जाता है. संवाद लेखक की तारीफ जरुर की जानी चाहिए. अलावा इस फिल्म की सबसे बड़ी मजबूत कड़ी इसके कलाकार हैं. फिल्म के कैमरामैन बिनोद प्रधान जरुर तारीफ के हकदार हैं. जहां तक गीत संगीत का सवाल है तो ‘घर मोरे परदेसिया’ और ‘कलंक’के अलावा दूसरे गीत प्रभावित नहीं करते.

ये भी पढ़ें- बेहद मुश्किल था ‘कलंक’ का ‘जफर’ बनना- वरुण धवन

एक्टिंग…

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो रूप के अति जटिल किरदार को आलिया भट्ट ने अपने प्रभावशाली और शानदार अभिनय से जिंदा कर दिया है. मजबूर, गुस्सा, असहाय, दुखी हर भाव आलिया भट्ट के चेहरे पर सहज ही आते हैं. जफर के किरदार में वरूण धवन ने अपनी शारीरिक बनावट के साथ ही जफर के अंदर चल रहे हर भाव को बड़ी खूबी से परदे पर उकेरा है. माधुरी दीक्षित ने साबित कर दिखाया कि आज भी अभिनय और डांस में उनका कोई सानी नही है. आदित्य रौय कपूर व कुणाल खेमू भी प्रभावित करते हैं. सोनाक्षी सिन्हा ने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है. संजय दत्त के हिस्से कुछ खास करने को नहीं था.

Edited By- Nisha Rai

आलिया के पापा ने फेंकी थी कंगना पर चप्पल, बहन ने किया खुलासा

लगता है कंगना रनौत और आलिया भट्ट के बीच की लड़ाई एक बुरे स्टेज पर पहुंच गई है. क्योंकि, हाल ही में कंगना की बहन रंगोली ने आलिया के पापा महेश भट्ट पर निशाना साधा है और कुछ ऐसा कहा है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो गया है. रंगोली के मुताबिक महेश भट्ट ने सालों पहले उनकी बहन पर सरेआम चप्पल फेंकी थी. रंगोली के बाद हर कोई इस खबर की सच्चाई जानना चाहता है.

क्या है पूरा मामला…

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से कंगना लगातार आलिया पर किसी न किसी बात को लेकर निशाना साध रही थीं. ऐसे में आलिया की मां और एक्ट्रेस सोनी राजदान ने ट्वीट करके हुए लिखा था कि महेश भट्ट वो इंसान है जिन्होंने कंगना को ब्रेक दिया था और अब वह बार-बार उनकी बेटी और पत्नी पर ही हमला बोल रही है. अब मैं क्या ही बोलूं? इसके पीछे का एजेंडा क्या है?

ये भी पढ़ें- ‘Bharat’ का नया पोस्टर रिलीज, सलमान के साथ दिखीं कैटरीना

इस हीरोइन को मिला बौलीवुड में सबसे झगड़ालू हीरोइन का खिताब

ट्वीट पर भड़कीं रंगोली…

सोनी राजदान का ये ट्वीट रंगोली को पसंद नहीं आया और इसके जवाब में उन्होंने ऐसा खुलासा किया कि पूरी इंडस्ट्री सकते में आ गई. रंगोली ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अपनी फिल्म वो लम्हें के प्रिव्यू के दौरान ही महेश भट्ट ने 19 साल की कंगना पर चप्पल फेंकी थी. रंगोली ने ये भी लिखा कि- प्रिय सोनी जी महेश भट्ट ने उसे ब्रेक नहीं दिया है बल्कि अनुराग बसु ने दिया है. महेश भट्ट जी ने उस फिल्म में बतौर क्रिएटिव डायरेक्ट काम किया था.

इस वजह से फेंकी थी चप्पल…

रंगोली ने बताया कि जब कंगना ने महेश भट्ट की फिल्म धोखा करने से मना कर दिया था, तो वह काफी अपसेट हुए थे और उन्होंने कंगना को खूब खरी-खोटी सुनाई थी. इसके बाद फिल्म वो लम्हें के प्रिव्यू के दौरान महेश भट्ट जी ने कंगना पर चप्पल फेंकी थी और उन्होंने कंगना को ही उनकी फिल्म नहीं देखने दी. जिसके बाद उनकी बहन रात भर रोई थी.

ये भी पढ़ें- आखिर क्यों मल्टीस्टारर फिल्में पसंद करते हैं आदित्य रौय कपूर

अब देखना है कि रंगोली के इस खुलासे पर भट्ट फैमिली का क्या रिएक्शन होता है और कंगना और आलिया के बीच की लड़ाई आगे क्या मोड़ लेती है.

‘Bharat’ का नया पोस्टर रिलीज, सलमान के साथ दिखीं कैटरीना

बौलीवुड दबंग सलमान खान की चर्चा में चल रही अपकमिंग मूवी ‘भारत’ का एक और पोस्टर रिलीज हो गया है. फिल्म ‘भारत’  के इस पोस्टर में सलमान खान के साथ मेन एक्ट्रेस कैटरीना कैफ नजर आ रही हैं. सलमान खान ने इस लुक को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, ‘और हमारी जिंदगी में आईं मैडम सर’. साथ ही एक्ट्रेस कैटरीना कैफ ने भी इससे पहले इंस्टाग्राम पर फिल्म ‘भारत’  के सेट से अपना लुक शेयर किया था. इससे पहले फिल्म ‘भारत’  के 2 पोस्टर रिलीज हो चुके है. जिनमें सलमान खान नजर आएं थे.

यह भी पढ़ें- आखिर क्यों मल्टीस्टारर फिल्में पसंद करते हैं आदित्य रौय कपूर

कैटरीना के लुक की बात करें तो वह व्हाइट शर्ट और खाकी पैंट के साथ कर्ली हेयर में नजर आ रही है. जबकि सलमान खान हेलमेट लगाए हुए जवान के लुक में नजर आ रहे है. फिल्म का ट्रेलर 24 अप्रैल को रिलीज होने जा रहा है.

 

View this post on Instagram

 

#Bharat ❤️10 days to trailer

A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on

बता दें, फिल्म ‘भारत’ में सलमान खान 6 अलग-अलग लुक में 18 साल के लड़के से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक के रोल में दिखेंगे. यह फिल्म ईद के पर रिलीज होगी. इस फिल्म में सलमान खान के साथ कटरीना कैफ और दिशा पाटनी भी अहम किरदारों में नजर आएंगे. वहीं फिल्म में जैकी श्रौफ और सुनील ग्रोवर भी एक अलग अंदाज में देखने को मिलेंगे.

यह भी पढ़ें- अब औडियंस को चाहिए एंटरटेनमेंट के साथ अच्छी स्टोरी- माधुरी

भारत का निर्देशन अली अब्बास जफर कर रहे हैं. अली अब्बास जफर और सलमान खान की यह जोड़ी तीसरी बार साथ काम कर रही है. इससे पहले दोनों ने सुल्तान और टाइगर जिंदा में साथ काम किया है. उम्मीद की जा रही है कि इन दो फिल्मों की तरह यह फिल्म भी सुपरहिट होगी और नए रिकौर्ड बनाएगी.

मोदी की नैय्या

यह गनीमत ही कही जाएगी कि इन पंक्तियों के लिखे जाने तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव जीतने के लिए पाकिस्तान से व्यर्थ का युद्ध नहीं लड़ा.

सेना को एक निरर्थक युद्ध में झोंक देना बड़ी बात न होती. पर जैसा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि युद्ध शुरू करना आसान है, युद्ध जाता कहां है, कहना कठिन है. वर्ष 1857 में मेरठ में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई ब्रिटिशों की हिंदुओं की ऊंची जमात के सैनिकों ने छेड़ी लेकिन अंत हुआ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर एकछत्र ब्रिटिश राज में, जिस में विद्रोही राजा मारे गए और बाकी कठपुतली बन कर रह गए.

यह भी पढ़ें- गरीबी बनी एजेंडा

आक्रमणकारी पर विजय प्राप्त  करना एक श्रेय की बात है, पर चुनाव जीतने के लिए आक्रमण करना एक महंगा सौदा है, खासतौर पर एक गरीब, मुहताज देश के लिए जो राइफलों तक के  लिए विदेशों का मुंह  ताकता है, टैंक, हवाईजहाजों, तोपों, जलपोतों, पनडुब्बियों की तो बात छोड़ ही दें.

नरेंद्र मोदी के लिए चुनाव का मुद्दा उन के पिछले 5 वर्षों के काम होना चाहिए. जब उन्होंने पिछले हर प्रधानमंत्री से कई गुना अच्छा काम किया है, जैसा कि उन का दावा है, तो उन्हें चौकीदार बन कर आक्रमण करने की जरूरत ही क्या है? लोग अच्छी सरकार को तो वैसे ही वोटे देते हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बिना धार्मिक दंगे कराए चुनाव दर चुनाव जीतते आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दबदबा बिना सेना, बिना डंडे, बिना खूनखराबे के बना हुआ है.

ह भी पढ़ेंखूबसूरत दिखने की होड़ क्यों?

नरेंद्र मोदी को खुद को मजबूत प्रधानमंत्री, मेहनती प्रधानमंत्री, हिम्मतवाला प्रधानमंत्री, चौकीदार प्रधानमंत्री, करप्शनफ्री प्रधानमंत्री कहने की जरूरत ही नहीं है, सैनिक कार्यवाही की तो बिलकुल नहीं.

रही बात पुलवामा का बदला लेने की, तो उस के बाद बालाकोट पर हमला करने के बावजूद कश्मीर में आएदिन आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं. आतंकवादी जिस मिट्टी के बने हैं, उन्हें डराना संभव नहीं है. अमेरिका ने अफगानिस्तान, इराक, सीरिया में प्रयोग किया हुआ है. पहले वह वियतनाम से मार खा चुका है. अमेरिका के पैर निश्चितरूप से भारत से कहीं ज्यादा मजबूत हैं चाहे जौर्ज बुश और बराक ओबामा जैसे राष्ट्रपतियों की छातियां 56 इंच की न रही हों. बराक ओबामा जैसे सरल, सौम्य व्यक्ति ने तो पाकिस्तान में एबटाबाद पर हमला कर ओसामा बिन लादेन को मार ही नहीं डाला था, उस की लाश तक ले गए थे जबकि उन्हें अगला चुनाव जीतना ही नहीं था.

ह भी पढ़ेंजानलेवा बनता अंधविश्वास

नरेंद्र मोदी की पार्टी राम और कृष्ण के तर्ज पर युद्ध जीतने की मंशा रखती है पर युद्ध के  बाद राम को पहले सीता को, फिर लक्ष्मण को हटाना पड़ा था और बाद में अपने ही पुत्रों लवकुश से हारना पड़ा था. महाभारत के जीते पात्र हिमालय में जा कर मरे थे और कृष्ण अपने राज्य से निकाले जाने के बाद जंगल में एक बहेलिए के तीर से मरे थे. चुनाव को जीतने का युद्ध कोई उपाय नहीं है. जनता के लिए किया गया काम चुनाव जिताता है. भाजपा को डर क्यों है कि उसे युद्ध का बहाना भी चाहिए. नरेंद्र मोदी की सरकार तो आज तक की सरकारों में सर्वश्रेष्ठ रही ही है न!

प्यार की वजह से तो नहीं बढ़ रहा आपका वजन? जानिए यहां

अक्सर महिलाओं को यह कहते सुना जाता है कि शादी से पहले तो मैं दुबली-पतली छरहरी सी थी, मगर शादी के बाद मोटी हो गयी. ये सच है कि ज्यादातर महिलाएं शादी के बाद मोटी हो जाती हैं. यही नहीं, किसी से नैन मिल जाएं और प्रेम का रोग लग जाए तो भी वजन बढ़ने लगता है. यूं तो किसी के प्यार में डूबना एक खूबसूरत अहसास होता है, लेकिन प्यार करने से अगर वजन बढ़ने लगे तो यह उन लड़कियों के लिए चिन्ता का सबब बन जाता है, जो अपने फिगर को लेकर काफी कौन्शस रहती हैं.

औस्ट्रेलिया की ‘सेंट्रल क्वींलैंड यूनिवर्सिटी’ की एक स्टडी के मुताबिक, जब लोग किसी के साथ रिलेशनशिप में होते हैं या उनको किसी से प्यार हो जाता है, तो उनका वजन बढ़ने लगता है. शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में लगभग 15,000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया. इसमें उन्होंने अलग-अलग जीवनशैली के सिंगल्स और कपल्स दोनों तरह के लोगों को शामिल किया और फिर पुरुष और महिलाओं के बौडी मास इंडेक्स की तुलना करके नतीजे घोषित किये. शोध के दौरान पाया गया कि जब लोग किसी रिश्ते में आ जाते हैं तो उनका मोटापा इसलिए बढ़ने लगता है, क्योंकि उनके अन्दर पार्टनर को इम्प्रेस करने की भावना लगभग खत्म हो जाती है और वह अपने बौडी शेप को बनाये रखने की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. शोध में शामिल ज्यादातर लोगों ने यह माना कि शादी के बाद या रिलेशनशिप में आने के बाद वे कसरत, जौगिंग या अन्य शारीरिक क्रियाकलापों की ओर कम ध्यान देने लगे थे. उनका ज्यादा ध्यान पार्टनर के साथ घूमने, मौज-मस्ती करने और विभिन्न प्रकार के पकवानों का लुत्फ उठाने में गुजरने लगा था, जिसके चलते उनका वजन बढ़ता गया. जो जोड़े अपनी शादी से खुश, संतुष्ट और सुरक्षित महसूस करते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं क्योंकि उनके दिमाग पर किसी अन्य को आकर्षित करने का कोई दबाव नहीं होता.

ये भी पढ़ें : कम उम्र में बालों के सफेद होने के ये हैं 5 बड़े कारण

वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण यह भी है कि जो लोग प्यार के रिश्ते में होते हैं वो लोग जिम जाकर एक्सरसाइज करने के बजाए अपना ज्यादातर समय पार्टनर के साथ घर में रहकर ही गुजारना पसंद करते हैं. यह बदली हुई जीवनशैली भी वजन बढ़ने का एक अहम कारण है. इसके अलावा जब लोग प्यार में होते हैं तो वो बेहद खुश रहते हैं और अगर रिश्ता नया हो तो यह खुशी डबल हो जाती है. बता दें, जब हम खुश होते हैं तो हमारे शरीर में हैप्पी हार्मोन आॅक्सीटोसिन और डोपामाइन निकलते हैं. इन हैप्पी हार्मोन से चौकलेट, वाइन और ज्यादा कैलोरी वाली चीजें खाने की इच्छा बढ़ती है, जो वजन बढ़ाने का काम करती हैं. तो शादी के बाद जो लोग बहुत ज्यादा खुश रहते हैं, उनके मोटे होने की उतनी ज्यादा सम्भावनाएं होती हैं. शादीशुदा स्त्री अगर 20 साल की है तो अगले पांच सालों में उसका वजन 11 किलोग्राम के लगभग बढ़ने की सम्भावना होती है. वहीं इसी उम्र के पुरुष का वजन 13 किलोग्राम तक बढ़ने की सम्भावना होती है.

नींद की कमी

शादी के बाद लड़कियों का स्लीपिंग पैटर्न बदल जाता है. कई बार वे पर्याप्त नींद नहीं ले पाती हैं, जो वजन बढ़ने का एक कारण है. अपना घर छोड़कर शादी के बाद किसी और जगह एडजस्ट करना सबसे कठिन काम है. नये घर में एडजस्ट करने में कुछ तनाव तो होता ही है जो कि अप्रत्यक्ष रुप से वजन पर प्रभाव डालता है.

ये भी पढ़ें : वरुण धवन से जानिए उनके 6 फिटनेस सीक्रेट्स

पकवानों का कमाल

शादी के बाद हमारी भारतीय नारियां पाक कला में खूब हाथ आजमाती हैं ताकि अपने जीवनसाथी और घर के बाकी सदस्यों को खुश कर सकें और तारीफ पा सकें. जब तरह-तरह के व्यंजन रोज बनाये और खाये जाते हैं तो वजन बढ़ना तो लाजिमी है. जरूरी नहीं कि हैप्पी मैरिज से ही वजन बढ़े, कभी-कभी मैरिज हैप्पी न भी हो तो भी हस्बैंड वाइफ दोनों का वजन बढ़ने लगता है, उसकी वजह किचेन में बनने वाले विभिन्न हाई कैलोरी पकवान हैं.

हार्मोन्स में बदलाव

जब लड़की शादीशुदा जीवन में प्रवेश करती है तो उसके शरीर में कई प्रकार के हार्मोन्स बदलाव होते है. सेक्सुयल लाइफ में एक्टिव होना वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण होता है. जीवनसाथी से शारीरिक नजदीकियां शरीर में हैप्पी हार्मोन्स यानी औक्सीटोसिन और डोपामाइन का स्राव बढ़ा देती हैं, इसके कारण शारीरिक संरचना में थोड़ा-बहुत बदलाव आता है.  महिलाएं जिससे प्यार करती हैं उसके साथ सेक्शुयल रिलेशनशिप बनाने से उनकी कमर और हिप्स की चौड़ाई बढ़ती है. आमतौर पर देखा गया है कि सेक्स के बाद भूख भी बढ़ने लगती है और इसके अलावा आप प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का भी इस्तेमाल करने लगती हैं, जो आपके मोटापे का कारण बनती हैं. पति के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनने से हार्मोन्स में आये बदलाव का असर अंगों पर साफ दिखने लगता है, खासतौर पर ब्रेस्ट, कमर और हिप्स पर. शादी के बाद लड़कियों के हिप्स अपने सामान्य आकार से बढ़कर थोड़े बड़े हो जाते हैं. यह प्राकृतिक तौर पर होना जरूरी भी है क्योंकि शारीरिक सम्बन्ध के बाद गर्भधारण की प्रक्रिया होती है. प्राकृतिक तौर पर बड़े हिप्स की महिलाओं को डिलिवरी के वक्त अधिक दर्द नहीं होता है और वह आराम से बच्चे को जन्म देती हैं, जबकि छोटे हिप्स की दुबली-पतली महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है. सेक्शुअली एक्टिव होने पर महिलाओं के हिप्स की चौड़ाई का बढ़ना प्रकृति का नियम है. प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक खाने की सलाह भी दी जाती है, जिससे लड़कियों का वजन बढ़ जाता है और डिलिवरी के बाद इसको घटाने पर ठीक तरीके से ध्यान न दिये जाने की वजह से शरीर फूला रह जाता है.

ये भी पढ़ें : वजन कम करने के लिए करें घी का सेवन

कम खाओ, गम खाओ

दुबला पतला रहने के लिए एक कहावत मशहूर है कि – कम खाओ, गम खाओ. दरअसल शरीर को छरहरा रखने के लिए हमेशा भूख से थोड़ा कम खाने की सलाह दी जाती है. दूसरे, चिन्ता को चिता के समान इसलिए बताया गया है क्योंकि इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. चिन्ताग्रस्त व्यक्ति को भूख कम लगती है, जिसकी वजह से उस पर मोटापा नहीं चढ़ता. जब हम अकेले होते हैं, अविवाहित होते हैं, दुखी रहते हैं, हमारा कोई प्रेमी या पार्टनर नहीं होता तो हम अकेलेपन के अहसास से जूझते रहते हैं. यही सोचते रहते हैं कि – कोई होता, जिसको अपना, हम अपना कह लेते यारों…

इस गम का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. इसलिए तन्हा व्यक्ति अक्सर दुबला-पतला होता है. जबकि प्यार होने के बाद हम न सिर्फ खुश रहते हैं, घूमते-फिरते हैं, बल्कि अपने पार्टनर के साथ हर वक्त कुछ न कुछ पीजा, बर्गर, नौनवेज, आइसक्रीम, चौकलेट जैसी चीजें खाते-पीते रहते हैं. शादी के बाद लड़कियां पति के साथ रहकर बाहर का खाना ज्यादा पसन्द करती हैं. हनीमून के दौरान भी बाहर का खाना ही खाते हैं जो ज्यादा कैलोरी वाला होता है. ये सारे प्यार के साइड इफेक्ट हैं, जो आपके फिगर का सत्यानाश कर देते हैं. इसलिए प्यार करें, जम कर करें, मगर अपने खाने पर कंट्रोल रखें और एक्सर्साइज करना भी न छोड़ें.

edited by: Shubham

यूं दें अपने घर को न्यू लुक

आप घर में नया बदलाव लाना चाहती हैं, तो ये काम आप बिना पैसे खर्च किए भी कर सकती हैं. आज हम ऐसे ट्रिक्स आपको बताने जा रहे हैं, जिससे आप आजमा कर घऱ को एक नया लुक दे सकती हैं. आइए जानते हैं.

  1. घर को आकर्षक बनाने के लिए पुराने पीतल के बरतनों को पालिश करके आप सजाने के काम में ला सकती हैं. उसके ऊपर स्टोन लगाकर उसे और भी आकर्षक बना सकती हैं. इसके अलावा पुराने अच्छे कपडों का भी यूज कर सकती हैं. जैसे-आपकी कोई पुरानी अच्छी साड़ी हो,  जिसे आप नहीं पहनना चाहती हैं तो आप उसे कुशन कवर या कर्टेन के रूप में यूज कर सकती हैं. इसके अलावा पुरानी साड़ियों का स्टाइलिश बेडशीट विद पिलो कवर भी बनने लगे हैं, यह बेडरूम की खूबसूरती बढ़ा देते हैं.

कपड़ों के अलावा ये 5 चीजें भी वाशिंग मशीन में धो सकती हैं आप

2.  एक्सेसरीज फर्नीचर इसके स्थान में भी बदलाव ला सकती हैं. जैसे- बडे रूम का सामान टेबल या साइड टेबल, चेयर, स्टूल और एक्सेसरीज में लैंप, पेंटिंग, वाल मिरर या डेकोरेशन के सामान आदि को लिविंग रूम में लगा सकती हैं और लिविंग रूम का कुछ सामान बेडरूम में सजा सकती हैं. ऐसा आप हर पांच से छह माह में एक बार कर सकती हैं. इससे लिविंग रूम और बेडरूम दोनों में बदलाव महसूस होगा.

3.  दीवारों पर फोटो लगाना, यह बहुत पुराना चलन हो चुका है. आप अपनी क्रियेटिविटी दिखाएं कुछ नया करके दिखाएं. जैसे-आप परिवार के लोगों की अलग-अलग फोटो लें और व्हाइट ग्लासी पेपर में चिपकाकर उसके नीचे उनका थोडा-सा इतिहास और उनकी खासियत लिखें और दीवार पर चिपका दें. इस तरह जितने लोगों की फोटो लगाना चाहती हैं, इसी तरह तैयार करके लगाएं तो काफी अच्छा लगेगा.

4. इसके अलावा कई बार बच्चों के द्वारा बनाए गए क्रौफ्ट का भी यूज कर सकती हैं, उसे सजाने के काम ला सकती हैं. वो कलरफुल चीजें दीवारों पर अच्छी भी लगेंगी और बच्चें का प्रोत्साहन भी बढ़ेगा. इसके अलावा आप घर पर वाल हैंगिंग और सैफ्ट टौय बनाकर भी घर पर सजा सकती हैं. तो आप दीवारों पर कलाकृतियों बनाकर भी पेंट कर सकती हैं.

घरेलू रद्दी से बनाएं सुंदर क्राफ्ट

5. मार्केट में लैंप बनाने के लैंम्पशीट मिलती है, आप उसे घर लाकर लैंप भी बना सकती हैं और उसे लाइट के ऊपर लगा सकती हैं. यह देखने में आकर्षक लगता है. पुराने पत्थर और शंख जैसी चीजों को हम घर के बाहर करवा देते हैं या घर के किसी कोने में पडे रहने देते हैं लेकिन आप इनका यूज भी अपने घर को सजाने के लिए कर सकते हैं.इमली के दानों को रंग कर उस पर ग्लिटर लगाकर बाउल में रखकर सजा सकते हैं.

पुराने फर्नीचर को कुछ इस तरह से दें न्यू लुक

 

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें