स्टैपनी बन कर क्यों रह गई सास

काम से लौटी महिला बोझिल व असहाय होती है. उस के लिए तुरंत कोई भी अप्रिय स्थिति झेलना या घरेलू कार्य करना संभव नहीं होता. ऐसी परिस्थिति में परिवार चाहे संयुक्त हो या एकल, जहां सारी अपेक्षाएं सिर्फ उसी से रखी जाती हैं, वहां तनाव बढ़ता जाता है.

कामकाजी महिलाओं का लगभग एकतिहाई हिस्सा ‘लाइफ स्टाइल डिजीज’ की चपेट में है. एक सर्वे के अनुसार 20-40 साल तक की उम्र की महिलाओं में ‘लाइफ स्टाइल डिजीज’ का खतरा सब से अधिक रहता है. समय रहते इस पर ध्यान न देने से यह गंभीर परेशानी खड़ी कर सकता है. डिप्रैशन, मोटापा, ब्लडप्रैशर, डाइबिटीज जैसी समस्याएं लाइफ स्टाइल डिजीज के अंर्तगत आती हैं, जो कामकाजी महिलाओं में अंदरबाहर की जिम्मेदारियों के कारण उपजे भीषण तनाव से पैदा होती हैं.

पिछली पीढ़ी की कामकाजी महिलाएं

वे बड़े परिवारों में बड़ी होती थीं और बड़े परिवारों में ब्याह दी जाती थीं. संयुक्त परिवारों की सहीगलत, अच्छीबुरी, पसंदनापसंद परंपराएं अपनातीं, निभातीं ये महिलाएं संयुक्त परिवारों में अनेक रिश्तों को निभाने की जिम्मेदारियां भी निभातीं और किसी तरह सब को खुश रख कर अपनी नौकरी बचाए रखने की जद्दोजहद में भी लगी रहती थीं.

ये भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2019: भाई के प्यार के आगे दुनिया की हर दौलत कम है

उन के खुद के कमाए पैसे पर भले ही उन का हक न होता था और उन्हें उस का मानसम्मान व आत्मविश्वास प्राप्त न हो पाता था पर उन पर सब का हक होता था. उन का नौकरी करना उन की खुद की समस्या थी, उन के परिवार की नहीं. उन्हें सब के प्रति अपने कर्तव्य पालन में हर वक्त खड़े रहना पड़ता था. अगर उन्हें एक अच्छा खुशहाल जीवन जीना होता था तो उन्हें एक अच्छी पत्नी, मां, बहू, भाभी, हर भूमिका मुस्तैदी से निभानी पड़ती. उन के नौकरी करने में पति का सहयोग न के बराबर होता था.

संयुक्त परिवारों की जिम्मेदारियां पूरी करने के बावजूद और पति का सहयोग न के बराबर मिलने के बावजूद अपने परिश्रम की कमाई को ये महिलाएं अपने ढंग से खर्च भी नहीं कर पाती थीं. कमाती वे थीं पर हिसाब पति के पास रहता था.

घर की जिम्मेदारियों के अलावा मामूली कठिनाइयों के लिए भी उन्हें अवकाश लेने के लिए मजबूर किया जाता था. इन सब का असर उन की कार्यक्षमता पर पड़ता था. जरूरत पड़ने पर औनलाइन जरूरत का सामान मंगाने जैसी सुविधा तब उन के पास नहीं थी. किचन में भी इतने सुविधाजनक उपकरण नहीं होते थे, जबकि संयुक्त परिवारों में बेहिसाब काम होते थे.

नई पीढ़ी की कामकाजी महिलाएं

महिलाओं में बदलाव है. आज अगर पतिपत्नी अपनी अलग गृहस्थी बसा कर रह रहे हैं तो पति अपनी पत्नी को पूरा सहयोग दे रहे हैं. फिर चाहे वह किचन संबंधी कार्य हो या बच्चों के लालनपालन की बात हो. कामकाजी महिलाओं की दोहरी जिम्मेदारियां पूरी तरह से खत्म नहीं होती हैं, क्योंकि बच्चे अकसर समय मिलने पर मां से ही चिपकते हैं और उम्मीद करते हैं. घर के भी कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें एक महिला ही सही तरीके से अंजाम दे पाती है. फिर भी कुछ दकियानूसी परिवारों की बात छोड़ दी जाए तो आज वह संतोषजनक स्थिति में है.

जरूरत पड़ने पर बाहर से खाना और्डर करने का चलन चल पड़ा है. हर जरूरत की वस्तु के लिए औनलाइन शौपिंग जैसी सुविधा भी है. जो कामकाजी युवतियां संयुक्त परिवारों में रह रही

हैं, वहां अमूमन बहुओं की नहीं, बल्कि सासों की मुश्किल है. परिवार के नाम पर अब सासससुर ही रह गए हैं और आज की इस शिक्षित सास का रोल आज के संयुक्त परिवार में बहुत बदल गया है.

एक तरह से आज की पीढ़ी की यह सास स्टैपनी ही नहीं रह गई है. इस ने अपने समय के संयुक्त बड़े परिवार भी निभाए. बहुतों ने नौकरियां भी कीं. नौकरी के साथसाथ गृहस्थी भी संभाली. फिर अपनी संभाली और अब अगर बहूबेटे साथ हैं तो उन की गृहस्थी भी संभाल रही हैं. इसलिए आज बहू से उम्मीद कम और सासों से ज्यादा हो गई है.

जो कामकाजी महिलाएं सासससुर के साथ रहती हैं वे अपने सासससुर से अपनी गृहस्थी व बच्चों के लालनपालन में उन का सहयोग तो चाहती हैं पर जहां तक उन के पैसे की बात आती है, उन की सोच एक आम गृहिणी जैसी हो जाती है कि पति का पैसा तो सब का पर उन का पैसा सिर्फ उन का.

ये भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2019: सबसे बढ़कर है भाई-बहन का रिश्ता

वे चाहती हैं कि अपने कमाए पैसे का वे खुद जैसे चाहें इस्तेमाल करें. चाहे अपने मातापिता या भाईबहन पर खर्च करें या अपने कपड़ेजेवरों पर, पति या परिवारजन को इस में बोलने का कोई अधिकार न हो. जहां तक पति की कमाई की बात है उसी पर दूसरों का अधिकार हो और सब से ज्यादा अधिकार उस का खुद का हो. पति बिना उस की इजाजत लिए अपने भाईबहन या मातापिता पर भी अपनी कमाई नहीं खर्च कर सकता.

फर्ज और अधिकार में फर्क

सासससुर का फर्ज तो उसे याद रहता है पर अपनी कमाई पर सासससुर का थोड़ा सा अधिकार भी वह सपने में भी नहीं सोच सकती. उन का थोड़ाबहुत अधिकार है तो सिर्फ अपने  बेटे की कमाई पर. जिन युवतियों की यह मानसिकता है, उन्हें समझना चाहिए कि यदि वे अपनी नौकरी बचाए रखने के लिए दूसरों का सहयोग चाहती हैं तो उन की कमाई पर भी उन के पति की कमाई की तरह ही सब का हक होगा, क्योंकि यह ‘गिव ऐंड टेक’ जैसी बात है. अगर वे किसी रूप में भी परिवारजनों का सहयोग करेंगी और साथ ही अपना मधुर व्यवहार भी बनाए रखेंगी, तभी वे दूसरों से भी सहयोग की उम्मीद कर सकती हैं.

कुछ युवतियों का तो यह आलम है कि वे कहने को तो कामकाजी हैं पर उन की नौकरी इस लायक नहीं होती कि पति या परिवार को बहुत अधिक आर्थिक मदद कर सकें, लेकिन अपनी इस नौकरी के पीछे वे अपने पूरे परिवार को परेशान किए रहती हैं. खास तौर पर सास को न उन से आर्थिक सहयोग ही मिलता है, न घर ही ठीक से संभलता है कि पति निश्ंिचत हो कर अपनी नौकरी कर सके.

आज की युवा पीढ़ी की अधिकतर कामकाजी युवतियों को सास के कर्तव्य तो याद रहते हैं पर अपने सारे कर्तव्य भूल जाती हैं. वे सास से मां जैसे व्यवहार व ससुराल में मायके जैसे अधिकार व व्यवहार की अपेक्षा तो रखती हैं पर स्वयं बेटी जैसे कर्त्तव्य व प्यार देने की बात भूल जाती हैं.

पिछले कुछ समय से सारे उपदेश सासों को ही दिए जा रहे हैं कि सिर्फ सास के ही कर्त्तव्य हैं. यह सोच कर अपनी गृहस्थी सास के भरोसे छोड़ने का समय अब नहीं रहा. सही तो यही है कि पतिपत्नी ही मिल कर अपनी गृहस्थी सुचारु रूप से चलाएं. सासससुर ने पूरी जिंदगी संघर्ष कर, अब थोड़ा विराम पाया है, इसलिए उन्हें भी अपनी अभिरुचियों के साथ जिंदगी जीने दें. उन से बस थोड़ेबहुत सहयोग की ही अपेक्षा रखें जितना वे दे सकते हैं. उन्हें जिम्मेदारियों से न लादें.

कैसी हो कामकाजी महिलाओं की जीवनशैली

कामकाजी महिलाएं चाहे आज की हों या पिछली पीढ़ी की, इस में दोराय नहीं कि उन के जीवन के कुछ साल बहुत तनाव में गुजरते हैं जब तक उन के बच्चे छोटे होते हैं. दोहरी जिम्मेदारियों के बोझ के चलते तनाव व अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिर चुकी कामकाजी महिलाओं को अब अपने लिए समय निकालने की जरूरत है. जिन घरों में पति या अन्य परिजन कामकाज में हाथ बंटाते हैं, उन घरों में महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर पाया जाता है. पर इस के लिए कामकाजी महिलाओं का व्यवहार व स्वभाव स्वयं उत्तरदायी है.

ये भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2019: दुनिया में सबसे प्यारा मेरा भाई

अगर घर में दिन में काम कराने हैं तो सास कराएगी. बच्चों को स्कूल से लाना है तो सास लाएगी. मेड से निबटना है तो सास निबटेगी. घर की सफाई, पुताई कराई है तो जिम्मा सास के सिर पर. बहुत मामलों में मिल्कीयत तो सासससुर की होती है पर उपयोग बेटेबहू करते हैं और रखरखाव का काम सासससुर पर छोड़ दिया जाता है वह भी बहू की सलाह पर जो सलाह कम आदेश ज्यादा होती है. बच्चे बीमार हों तो रातभर सास ही अस्पताल में बैठी नजर आएंगी. सास को बारबार कह दिया जाता है कि आई लव यू मौम, पर असल लव तो अपनी मां पर टपकता है सास पर नहीं. सासदामाद का रिश्ता तो शानदार है पर सासबहू में सास बेचारी स्टैप्नी है, 5वां पहिया जो घिसापिटा होता है.

पाना चाहते हैं गुलाबी स्किन तो ट्राय करें अनार का ये टोनर

टोनर नेचुरल तरीके से पोर्स को खोलने का काम करता है. आप घर बैठे भी टोनर बना सकती हैं .जिसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके लिए बहुत बड़ी कीमत नहीं चुकानी पड़ती है और इसका कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं होता. ये टोनर आपके चेहरे को हाईड्रेटेड रखता है और पोषण भी प्रदान करता है जिससे आपकी स्किन की समस्याएं कम हो जाती है. आज की अस्त-व्यस्त जीवन शैली में छोटी छोटी बातें हमारी स्किन पर भी बहुत खूब प्रभाव डालती हैं खराब खाने की आदतें प्रदूषण धूल भुट्टे के कारण चेहरे की स्किन पर पिंपल्स दाग धब्बे मुंहासे जैसी परेशानियां जन्म लेने लगती हैं इन से निजात पाने के लिए हम लोग केमिकल ब्यूटी प्रोडक्ट्स का सहारा लेने लगते हैं यह शुरू शुरू में तो फायदा करते हैं लेकिन बाद में इनका भी स्किन पर बुरा प्रभाव पड़ता है. एक बार अनार से बने टोनर का प्रयोग करके देखें आप बाजार के टोनर को भूल जाएंगी.इस टोनर में एंटीऔक्सीडेंट होता है जो स्किन को पुनर्जिवित कर देता है और मुलायम बनाने में भी मदद करता है.

अनार टोनर के हैं कईं फायदें

अनार में विटामिन-सी ,एंटी-एजिंग होता है जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करता हैं. अनार में मौजूद एंटीऔक्सीडेंट स्किन की कई समस्या जैसे- सूजन, जलन, खुजली और लालीपन और स्किन के दाग-धब्बों को भी कम करते हैं. अपने प्राकृतिक गुणों के कारण यह स्किन की रंगत को भी निखारता है और स्किन के कोलेजेन को बूस्ट करता है जिससे स्किन में लचीलापन  बढ़ता है.

ये भी पढ़ें- लंबे बालों के लिए परफेक्ट हैं ये 3 हेयरस्टाइल

हमें चाहिए

1/2 अनार

1/2 कप पानी

1 ग्रीन-टी बैग

1 चम्मच गुलाब जल

ऐसे बनाएं

एक बर्तन में  थोड़ी देर पानी  उबलने दें फिर उसमें ग्रीन-टी बैग डालें और 2 मिनट के लिए छोड़ दें. अब इसे ठंडा होने के बाद टी-बैग को निकालें व ठंडा होने दें. बाद में गुलाब जल डालें और अच्छी तरह से मिलाएं. अब अनार का जूस निकालें और उसे  मिलाये व अच्छी तरह मिक्स करें .  इस मिश्रण को स्प्रे बोतल में भर लें.

ऐसे करें इस्तेमाल:

इस टोनर को रूई से या फिर  इसे अपने चेहरे और गर्दन पर सिर्फ स्प्रे करें और फिर हल्के हाथों से मसाज करें और सूखने के लिए छोड़ दें.

ये भी पढ़ें- रक्षाबंधन 2019: ऐसे करें आई मेकअप और दिखे सबसे अलग

Nach Baliye 9 के सेट पर हादसे का शिकार हुईं श्रद्धा आर्या, पार्टनर ही बना वजह

छोटे पर्दे की पौपुलर एक्टर श्रद्धा आर्या इन दिनों डांस के सबसे बड़े रिएलिटी शो ‘नच बलिए’ सीजन 9 में अपने जलवे बिखेरती हुईं नजर आ रही हैं. श्रद्धा ने इससे पहले कई सीरियल्स में काम किया है जिसे औडियंस ने काफी पसंद भी किया गया है जैसे कि, ‘मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की’, ‘तुम्हारी पाखी’, ‘कुमकुम भाग्य’, ‘कुंडली भाग्य’, आदि. जैसे जैसे ‘नच बलिए’ सीजन 9 का फिनाले नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे कंटेस्टेंटस के दिलों की धडकनें भी बढ़ती जा रही हैं. हर कंटेस्टेंट अपनी डांस परफौमेंस को ओरों से बेहतरीन बनाने की कोशिश में लगा हुआ हैं और इसी के चलते कंटेस्टेंटस को काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है.

डांस परफौर्मेंस के दौरान घायल हुई श्रद्धा

डांस परफौर्मेंस की शूटिंग के दौरान श्रद्धा आर्या अपने सिर के बल गिर पड़ी और घायल हो गईं. कुछ समय के लिए तो उन्हें खुद पता नही चला कि उनके साथ ये हुआ क्या है. उनका मानना है कि उनके इस तरह से गिरने का कारण उनके डांस पार्टनर की पकड़ का ढ़ीला पड़ना है.

ये भी पढ़ें- ‘नायरा’ की इस आदत से बेहद परेशान है ‘कार्तिक’, ऐसे हुआ खुलासा

अधूरी नही छोड़ी परफौर्मेंस

खबरों से मिली जानकारी के अनुसार जब श्रद्धा आर्या और उनके डांस पार्टनर आलम मकर शूटिंग करते हुए स्टंट परफौर्म पर रहे थे तब आलम की पकड़ थोड़ी कमजोर पड़ गई थी जिसकी वजह से श्रद्धा सिर के बल गिर पड़ी. डांस पर्फोर्मेंस के चलते इस घटना को देख हर काई परेशान हो गया पर खुशी की बात ये है कि सिर पर चोट लगने के बावजूद अपने आप को संभालकर श्रद्धा ने अपना परफौमेंस पूरा किया जिसे देख सारे हैरान थे और सभी इस जोड़ी की तारीफ करने लगे.

इसके बाद श्रद्धा आर्या ने सबको इस बात की जानकारी दी की ये एक्ट उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, और उनको हर एक स्टैप ठीक से करना पड़ रहा था जिसमें उनहे काफी मुश्किल हो रही थी. इसके आगे श्रद्धा ने दर्शकों को इस घटना के बारे में भी बताया कि, “जब हम दोनों जज और औडियंस के सामने इस डांस को परफौर्म कर रहे थे उस समय अचानक से आलम के हाथ की पकड़ ढ़ीली पड़ गई, जिसकी वजह से मैं नीचे गिर गई. शुक्र है कि मुझको ज्यादा चोट नहीं लगी. यह बात अलग है कि जिंदगी में इस तरह का डांस करने का एक्सपीरियंस मेरे लिए काफी अनोखा था”.

ये भी पढ़ें- देशभक्ति पर जौन अब्राहम का बयान, कहा- मैं देशभक्त हूं, राष्ट्रवादी नहीं

बता दें, ये पहली बार नहीं है जब इस तरह का कोई हादसा हमें देखने को मिला है बल्कि शो ‘नच बलिए’ के इसी सीजन मे कुछ हफ्ते पहले शांतनु माहेश्वरी और नित्यामी शिर्के भी अपनी डांस प्रैक्टिस करते समय घायल हो गए थे. श्रद्धा आर्या अच्छी डांसर होने के साथ-साथ बेहद टैलेंटिड एक्टर भी हैं. श्रद्धा ने कई फिल्मों में काम किया है जिसमें से उन्होंने हिंदी के अलावा, ‘तेलुगू’, ‘मल्यालम’, ‘पंजाबी’, और ‘तमिल’ फिल्मों में भी अपने किरदार निभाए हैं.

‘नायरा’ की इस आदत से बेहद परेशान है ‘कार्तिक’, ऐसे हुआ खुलासा

स्टार प्लस के सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ से फैंस के दिल में जगह बनाने वाले कार्तिक-नायरा यानी मोहसीन खान और शिवांगी जोशी की कैमेस्ट्री के बारे में आप सभी जानते हैं. औनस्क्रीन हो या औफस्क्रीन दोनों साथ में टाइम बिताना पसंद करते हैं. वहीं फैंस को भी कार्तिक और नायरा की जोड़ी इतनी पसंद है कि सोशल मीडिया पर दोनों की फोटोज अक्सर शेयर करते रहते हैं, लेकिन हाल ही में इंटरव्यू के दौरान मोहसीन ने शिवांगी के बारे में ऐसी बात बताई जो उन्हें बेहद परेशान कर देती है. आइए आपको बताते हैं शिवांगी के बारे में मोहसीन ने ऐसा क्या कहा…

सेट पर बहुत हंसतीं है नायरा

हाल ही में मोहसीन ने एक इंटरव्यू के दौरान शिवांगी की टांग खींचते हुए कहा था कि वह ‘ये रिश्ता कहलाता है’ के सेट पर कभी-कभी इतना हंसती है कि वह उनकी हंसी जल्दी बंद नहीं होती. यहां तक की डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर के कहने के वाबजूद भी उनकी हंसी नहीं रुक पाती है.

ये भी पढ़ें- देशभक्ति पर जौन अब्राहम का बयान, कहा- मैं देशभक्त हूं, राष्ट्रवादी नहीं

इमोशनल सीन में भी काफी हंसती हैं नायरा

मोहसीन ने ये भी खुलासा किया कि कई बार तो इमोशनल सीन्स के बीच अगर ऐसा होता है तो शिवांगी को शांत कराना किसी के भी बस की बात नहीं होती है. खैर मोहसीन की टांग खिंचाई के बाद शिवांगी ने बताया कि वह इमोशनल सीन्स को करने के लिए अपनी जान लगा देती है. कई दफा तो ऐसा भी हो जाता है कि सीन में जान भरने के लिए वह सचमुच रोने लग जाती है.

ये भी पढ़ें- दीपिका और शोएब के घर आया नया मेहमान, वायरल हुई PHOTO

बता दें, शो के दौरान हुई मोहसीन और शिवांगी की पहली मुलाकात से ही दोनों की कैमेस्ट्री इतनी अच्छी है कि अक्सर दोनों के लिंकअप की खबरों से आती रहती हैं. आनस्क्रीन जहां दोनों एक दूसरे के बिना जी नहीं पाते है वहीं असल जिंदगी में भी एक दूसरे के इमोशंस को समझते हैं. साथ ही एक दूसरे के साथ मस्ती मजाक भी खूब करते हैं.

देशभक्ति पर जौन अब्राहम का बयान, कहा- मैं देशभक्त हूं, राष्ट्रवादी नहीं

मौडलिंग से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता जौन अब्राहम ने फिल्म ‘जिस्म’ से हिंदी फिल्म में डेब्यू किया, जिसमें उनके काम को सराहना मिली और उन्होंने पुरस्कार भी जीता. इसके बाद उनकी आई कई फिल्में फ्लौप रही, लेकिन फिल्म ‘धूम’ ने उन्हें फिर से एक बार दर्शकों का पसंदीदा बना दिया. यही वजह है कि वे अब किसी भी फिल्म को सावधानी से चुनते है. अगर स्क्रिप्ट अच्छी हो तो वे मल्टी स्टारर फिल्मों में काम करने से भी मना नहीं करते, क्योंकि ऐसी फिल्मों में काम करने से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है. फिल्म ‘बाटला हाउस’ के प्रमोशन पर उनसे बात हुई पेश है कुछ अंश.

सवाल- रियलिस्टिक फिल्म में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाना कैसा लगता है ?

बहुत अच्छा लगता है, जब एक कलाकार के देश प्रेम को अभिनय के द्वारा दिखाए जाने का अवसर मिलता है और मेरी कद काठी एक पुलिस अधिकारी से मैच करती है तो और अधिक खुशी मिलती है, क्योंकि मेरे लिए डीसीपी संजीव कुमार यादव की भूमिका निभाना अपने आप में बड़ी बात है. जब निर्देशक निखिल आडवाणी ने इस कहानी को पढ़ने के लिए दिया, तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा. ये आज के जमाने के लिए बहुत ही अच्छी फिल्म है, जिसे दिखाई जानी चाहिए. मैं इसे आंशिक रूप से प्रोड्यूस करने के लिए भी राज़ी हो गया, क्योंकि इस कहानी को मुझे कहनी है.

ये भी पढ़ें- दीपिका और शोएब के घर आया नया मेहमान, वायरल हुई PHOTO

सवाल- ऐसी रियल कहानी कहते समय किस बात का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि कोई इससे आहत न हो, आपकी कोशिश या रिसर्च किस तरह की होती है?

मैं अपने माता-पिता दोनों तरफ से एक माइनौरिटी बैकग्राउंड से हूं. मैंने कभी भी किसी को आहत करने की कोशिश नहीं की है. रियल लाइफ के चरित्र में क्रिएटिव लिबर्टी तो आप ले सकते है, लेकिन कितनी हद तक आपको लेना है उसे सोचना पड़ता है. मैंने इस फिल्म में थोड़ी सी भी क्रिएटिव लिबर्टी नहीं ली है. असल कहानी जैसे है वैसे ही दिखाने की कोशिश की है. मैं संजीव कुमार यादव से कई बार मिल चुका हूं और उस समय जो बीती थी, उसे समझने की कोशिश किया है. बाटला हाउस के बाद संजीव कुमार का मानसिक स्तर कैसा था उसे जाना, क्योंकि इसके बाद वे काफी दुखी हुए थे और आत्महत्या तक करने की कोशिश की थी. उनका पारिवारिक जीवन भी बहुत ख़राब हो चुका था, उनकी पत्नी घर छोड़ देना चाहती थी. ऐसे में रियल कहानी को डोक्युमेंट्री न बनाकर मनोरंजक बनाने की कोशिश की गयी है, जो बहुत कठिन था.

सवाल- पिछले कुछ समय से आप एक अच्छे कलाकर बन चुके है और अच्छी फिल्में भी कर रहे है ऐसे में प्रोडक्शन में उतरने की वजह क्या रही?

मैं प्रौड्यूसर इसलिए बना, क्योंकि मुझे सही तरह की फिल्में नहीं मिल रही थी, जो मैं करना चाहता था. मेरी प्रतिभा को लोगों ने तब जाना, जब मैं निर्माता बना. फिल्म विकी डोनर बनने के बाद कई इस तरह की फिल्में बनी. फिल्म ‘मद्रास कैफे’ बनने के बाद उस तरह की कई और फिल्में बनी. मैं एक ट्रेंड सेटर बना और सबको लगा कि फिल्मों की ओर मेरी सोच अच्छी है.

सवाल- फिल्म निर्माण करते समय किस बात का खास ध्यान देते है?

मैंने बहुत कम बजट में फिल्में बनाई है और मैंने लक्ज़री पर खर्च नहीं किया. बड़े सेट मैंने नहीं बनाएं, लेकिन अपने दिमाग का इस्तेमाल कर अच्छी कहानी कम बज़ट में कहने की कोशिश की और फिल्में सफल रही. इसके अलावा मैं पहले से अब अपने काम को बहुत अधिक एन्जौय कर रहा हूं. मैं आगे कई और फिल्में अलग-अलग विषयों पर करने की कोशिश कर रहा हूं. मैं किसी कैम्प्स या पार्टी में जाना पसंद नहीं करता.

सवाल-आपकी तुलना अक्षय कुमार से की जाती है, क्योंकि वे भी देश भक्ति पर फिल्में बनाते है, इसे कैसे लेते है?

मैं खुश हूं कि मेरी तुलना अक्षय से की जाती है, लेकिन फिल्म बनाने का कोई निश्चित फार्मूला नहीं होता. कंटेंट सही नहीं हो, तो कोई भी फिल्म चलती नहीं है. मैं अपने आपको देशभक्त कहलाना पसंद करता हूं, लेकिन राष्ट्रवादी नहीं.

ये भी पढ़ें- ‘ससुराल’ के बाद ‘मायके’ में रक्षा बंधन मनाने पहुंचीं हिना खान, देखें फोटोज

सवाल- आपकी फिल्म 15 अगस्त को रिलीज हो रही है, स्वतंत्रता दिवस को लेकर आपके बचपन की यादें क्या है?

मुझे ये दिन बहुत खास लगता है और मैंने कई बार अपनी मां से एक बड़े झंडे की सिफारिश की थी, जो मुझे नहीं मिली, पर उस दिन स्कूल जाकर झंडा फहराते हुए देखना बहुत पसंद था. उसके बाद मैं फुटबाल खेलता था. दरअसल उस दिन स्कूल में छुट्टी होने की वजह से आजादी को मैं बहुत एन्जौय करता था.

सवाल- आप यूथ को क्या मेसेज देना चाहते है?

आज के यूथ बहुत समझदार है, पर वे सोशल मीडिया के गुलाम है. उन्हें हमेशा ईमानदारी और मेहनत से आगे बढ़ने की जरुरत है. किसी को धोखा न दें, क्योंकि इससे आपका स्वभाव खराब होता है और आपकी नियत बिगड़ती है.

सवाल- आप फिटनेस फ्रीक माने जाते है, ऐसे में फिटनेस को बानाए रखने के लिए क्या कभी नहीं करते?

मैं कभी भी ड्रग्स, ड्रिंक्स, जंक फूड्स, फ्राइड फूड्स आदि नहीं लेता. ऐसा मैं पिछले 25 साल से करता आ रहा हूं. लोग कहते है कि मेरे टेस्ट बड्स ख़त्म हो गए है, पर ऐसा नहीं है. स्वस्थ शरीर के लिए हमेशा अनुसाशित होना जरुरी है. इसमें सबसे अधिक आपके खान-पान पर ध्यान देने की जरुरत होती है. जो मुझे वैसे खाने औफर करता है, उसे मैं दुशमन मानता हूं. आपको अपने खाने की आदतों को स्ट्रिक्टली फौलो करना चाहिए, क्योंकि जब आप बीमार पड़ते है, तो परिवार के अलावा कोई भी आपके पास नहीं भटकता.

ये भी पढ़ें- मिशन मंगल रिव्यू: हर भारतीय को गर्व का अहसास कराने वाली फिल्म

Xiaomi और Realme आमने-सामने! जल्द पेश करेंगी दमदार स्मार्टफोन्स

शाओमी और रियलमी यूथ के बीच सबसे पौपुलर स्मार्टफोन ब्रान्ड में से एक हैं. इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि वर्तमान समय में शाओमी का भारतीय स्मार्टफोन मार्केट के 28% हिस्से पर कब्जा है और वहीं रियलमी ने बहुत तेजी से 9% हिस्से पर अपनी पकड़ बना ली है. इसकी वजह सिर्फ एक है और वो है वैल्यू फौर मनी स्मार्टफोन उपलब्ध कराना. इसका मतलब है कम से कम कीमत में अच्छे से अच्छे फीचर्स और स्पेसिफिकेशन वाला स्मार्टफोन ग्राहकों को उपलब्ध कराना.

आने वाले कुछ दिनों में इन दोनो ही ब्रान्ड्स की ओर से दो शानदार स्मार्टफोन बाजार में आने वाले हैं. हम आपको दोनो ही स्मार्टफोन्स के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराएंगे ताकि आने वाले फेस्टिव सीजन में अगर आप भी स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो चुन सकें कि आपके लिए बेहतर क्या रहेगा?

Xiaomi का Mi A3

भारतीय बाजार में शाओमी जल्द अपना Mi A3 स्मार्टफोन लॉन्च करने वाला है. ये शाओमी के एंड्रौयड वन सीरीज के तहत आने वाला तीसरा स्मार्टफोन होगा. इससे पहले Mi A1 और Mi A2 लौन्च किए जा चुके हैं. शाओमी के एंड्रौयड वन सीरीज के फोन्स में आपको स्टौक एंड्ऱौयड देखने को मिलता है. दरअसल किसी भी ब्रैन्ड के स्मार्टफोन जो एंड्रौयड वन सीरीज के तहत आते हैं उनमें गूगल का स्टॉक एंड्ऱौयड और काफी हद तक पिक्सल फोन जैसा एक्सीपीरिएंस मिलता है. शाओमी के अन्य स्मार्टफोन्स में MIUI स्क्रीन मिलती है।

ये भी पढ़ें- Rakhi special: ऐसे सजाएं भाई के लिए राखी की थाली

अब बात कर लें आने वाले फोन के फीचर्स के बारे में तो इस फोन में आपको स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर मिलेगा. इसके अलावा इसमें आपको 4 जीबी रैम और 64 जीबी व 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट मिलेगा. इसमें एक 6.08 इंच एचडी+ (720×1520 पिक्सल) एमोलेड डिस्प्ले है. इसका आस्पेक्ट रेशियो 19:9 है. फोन के आगे और पीछे कौर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 का इस्तेमाल हुआ है. साथ ही इसमे इन डिस्पले फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा. बात करें कैमरा सेटअप की तो इसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर और 8 मेगापिक्सल का सेकेंडरी सेंसर मिलेगा जो कि वाइड-एंगल लेंस के साथ आएगा. फ्रंट में आपको 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिलेगा.

Realme 5 और Realme 5 Pro

रियलमी चार रियर कैमरे वाले नये स्मार्टफोन आने वाले दिनो में भारतीय मार्केट में लौन्च करने जा रही है. इसका खुलासा फ्लिपकार्ट पर हुआ है. ये फोन कंपनी की नई रियलमी 5 सीरीज़ का हिस्सा होंगे. इनमें से एक फोन में अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस भी जरूर होगा. बता दें कि हाल ही में रियलमी ने अपने पहले 64 मेगापिक्सल कैमरा फोन की तकनीक से पर्दा उठाया था. आने वाले स्मार्टफोन्स में इस कैमरे के इस्तेमाल होने की भी पूरी संभावना है. अभी तक की मौजूद जानकारी के अनुसार रियलमी का 64 मेगापिक्सल कैमरे वाला फोन भारत में दिवाली यानी 27 अक्टूबर से पहले लौन्च होगा।

फ्लिपकार्ट से मिली जानकारी के अनुसार ये फोन भारत में 20 अगस्त को लौन्च होंगे. इसके अलावा फ्लिपकार्ट पर एक वीडियो टीज़र भी ज़ारी हुआ है. इसमें रियलमी फोन का पिछला हिस्सा नज़र आ रहा है. खासकर चार रियर कैमरों वाला सेटअप, एलईडी फ्लैश मौड्यूल के साथ इसमें दिखाई दे रहा है.

आने वाले समय में रियलमी 5 सीरीज के स्मार्टफोन्स को लेकर और जानकारी सामने आएगी. हम सारी जानकारी आप तक पहुंचाते रहेंगे.

ये भी पढ़ें- Rakhi 2019: इस रक्षा बंधन पर अपनी बहन को दें ये खास गिफ्ट

दीपिका और शोएब के घर आया नया मेहमान, वायरल हुई PHOTO

छोटे पर्दे की मशहूर एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ सीरियल ‘ससुराल सिमर का’ में काम कर सबकी फेवरेट बहू बन गई थीं और तो और दीपिका फेमस रिएलिटी शो ‘बिग बौस’ सीजन 12 की विनर भी रही हैं. वहीं इन दिनों दीपिका स्टार प्लस के सीरियल ‘कहां हम कहां तुम’ में करण ग्रोवर के साथ कैमिस्ट्री बनाती हुई नजर आ रही हैं. दीपिका ने पिछले साल अपने सीरियल ‘ससुराल सिमर का’ के को-स्टार शोएब इब्राहिम से पिछले साल 23 फरवरी को शादी की थी. दोनों एक दूसरे से सीरियल शो के चलते ही मिले थे और उसी दौरान वे काफी अच्छे दोस्त भी बन गए थे.

खास बात ये है कि दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम के घर एक नया मेहमान आया है जिसको ले कर दीपिका और शोएब बेहद एक्साइटेड नज़र आ रहे हैं. हाल ही में दीपिका ने खुद को ही एक ‘बी.एम.डब्लयू’ कार गिफ्ट की है. दीपिका और शोएब ने इस नए मेहमान आने की खबर अपने-अपने औफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से अपने फैंस को दी.

 

View this post on Instagram

 

Welcoming my Dream Car!!! Alhamdulillah ?? #gratitude #Blessed

A post shared by Dipika (@ms.dipika) on

जहां दीपिका कक्कड़ ने खुद ये ‘बी.एम.डब्लयू’ कार खरीद अपना सपना सच कर दिखाया तो वहीं शोएब इब्राहिम भी कहां पिछे रहने वाले थे. कुछ दिनों पहले ही शोएब ने भी अपना एक सपना सच कर दिखाया. बीते दिनों शोएब ने अपनी पसंदीदा बाइक ‘दुकाती’ खरीदी थी जिस पर बैठ दीपिका और शोएब दोनों ने काफी फोटोज फैंस के बीच शेयर की थी.

 

View this post on Instagram

 

Perfect weather it was for her first ride on my bike and our perfect chai!! #perfectweather #mumbaikibaarish #chailovers #shoaika

A post shared by Shoaib Ibrahim (@shoaib2087) on

दीपिका कक्कड़ द्वारा खुद को दिए जाने वाले इस बहतरीन तोहफे को देख पति शोएब इब्राहिम बहुत खुश हुए और फोटोज शेयर करते हुए कुछ इस अंदाज में दीपिका को दी बधाई. शोएब ने लिखा कि, ‘उन्होंने अपने सभी नहीं कर सकती हूं वाले काम कर सकती हूं में तब्दील किए है और अपने सपने प्लान्स में बदले हैं। तुम्हारे सपने के हकीकत में बदलने पर ढेर सारी शुभकामनाएं. तुम पर गर्व है.’

बता दें, दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम की शादी काफी चर्चा मे भी रही थी. पति शोएब इब्राहिम ने पत्नी दीपिका कक्कड़ का हर बात में साथ दिया है और दोनों हर बार एक दूसरे की खुशी में खुश होते दिखाई दिए हैं. इंडिया में इस ‘बी.एम.डब्लयू’ कार की कीमत करीब 70 लाख से भी ऊपर है. दीपिका की फोटोज में उनकी ननद सबा भी दिखाई दीं जो कि बहुत खुश लग रही थीं.

‘ससुराल’ के बाद ‘मायके’ में रक्षा बंधन मनाने पहुंचीं हिना खान, देखें फोटोज

टीवी की दुनिया की पौपुलर एक्ट्रेस हिना खान अपने एक्टिंग की वजह से काफी पौपुलर है. हिना खान ने टी.वी सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में ‘अक्षरा सिंघानिया’ का रोल किया था और साथ ही उन्होनें इंडिया के सबसे बड़े रियलिटी शो ‘बिग बौस’ सीज़न 11 में भी पार्टीसिपेट किया था. इसके अलावा वो एकता कपूर के शो ‘कसौटी जिंदगी की-2’ में ‘कोमोलिका’ के रोल में नजर आई थीं. जिससे उनकी पौपुलैरिटी और बढ़ी. लेकिन इस वक्त वो अपने शो नहीं बल्कि अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से सुर्खियों में हैं.

भाई के साथ शेयर की राखी फोटोज…

हाल ही में हिना खान ने अपने फैंस से एक वादा किया था जो उन्होने पूरा कर दिखाया. हिना ने अपने फैंस से ये वादा किया था कि वे रक्षा बंधन के दिन अपने ससुराल में राखी मनाने के बाद अपने भाई की और अपनी फोटोज शेयर करेंगी.

ये भी पढ़ें- राखी स्पेशल: जानें कैसे रक्षा बंधन मनाते हैं आपके फेवरेट स्टार्स

हिना खान ने अपने औफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से अपनी और अपने भाई की फोटो अपने फैंस के साथ शेयर की. फैंस ने भी हिना और उनके भाई की फोटोज काफी पसंद की और दोनो की जमकर तारीफ की. फोटोज में हिना बहुत प्यार से अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती दिखाई दे रही हैं और साथ ही उनका भाई भी बड़े स्नेह से अपनी बहन की ओर देख राखी बंधवा रहे हैं.

ट्रेडिशनल तरीके से बांधी राखी…

पीले रंग का दुपट्टा ओढ़े हिना खान बेहद खूबसूरत लग रही थी. हिना ने अपने भाई की सफलता और लंबी उम्र की कामना करते हुए उनकी कलाई पर राखी बांधी. उसके बाद हिना ने अपने भाई के सर पर हाथ रख उन्हे आशीर्वाद भी दिया. हिना खान और उनके भाई की ये फोटोज बेहद खूबसूरत और स्नेह भरी हैं. हिना खान के भाई का नाम आमिर खान है और फोटोज देख कर साफ पता चल रहा है कि दोनो के बीच काफी अच्छा रिश्ता है और दोनो के दूसरे से बेहद प्यार करते हैं.

ये भी पढ़ें- भाई-बहन का किरदार निभा चुके हैं रियल लाइफ के ये 4 कपल

बता दें, कि कुछ दिनों पहले ही हिना खान अपने ब्वौयफ्रेंड रौकी जायसवाल के घर प्री-राखी सेलिब्रेशन के लिए पहुंची थीं. जिसकी फोटोज काफी वायरल हुई थीं. अपने होने वाले ससुराल वालों के साथ हिना बेहद खुश लग रही थीं.

लंबे बालों के लिए परफेक्ट हैं ये 3 हेयरस्टाइल

रक्षाबंधन पर आप  बेहद कंफर्टेबल भी फील करेंगी लंबे-घने बालों की स्टाइलिंग के साथ. यहां हम बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे हेयर स्टाइल्स  जिन्हें मिनटों में तैयार किया जा सकता है. ये न सिर्फ आपको आकर्षक लुक देंगे बल्कि आपकी सुंदरता में चार चांद लगाएंगे.

एकौर्न बन करें ट्राय

acorn-bun

अगर आपके बाल के तैलिए और थिक हैं तो यह हाफ अप व हाफ डाउन बन, आपको बेहद ग्लैमरस लुक  हैगा. एकौर्न बन फिल्मी सितारों की पहली पसंद है. इसे बनाने में महज पांच मिनट लगते हैं. इस रक्षाबंधन इसे जरूर ट्राई करें.

स्टेप 1 : इसे बनाने के लिए बालों को कानों की साइड से ऊपर की ओर ले जाएं और सिर के सामने वाले बालों को पीछे की ओर इकट्ठा करें. इसे आप टेल कौम्ब की मदद से बनाएं.

स्टेप 2 : अब बालों को ऊपर की ओर उठाएं और घुमाते या ट्विस्ट करते हुए नॉट या मेसी बन बना लें. अगर आप नौट नहीं बनाना चाहती हैं तो बौबी पिन्स या रबर बैंड से भी इसे सेट कर सकती हैं.

स्टेप 3 : अब बाकी बचे बालों को अपनी मन के हिसाब से स्टाइल करें. बन जितना मेसी दिखेगा, उतना ही स्टाइलिश लुक देगा.

ये भी पढ़ें- रक्षाबंधन 2019: ऐसे करें आई मेकअप और दिखे सबसे अलग

बैलेरिना बन करें ट्राय

ballerina-bun

रक्षाबंधन पर भाई को टीका करने जाना हो या किसी ईवनिंग पार्टी में जाना हो तो हेयर बैंड, हेयर पिन्स या छोटे से हेयर क्लिप की मदद से , बैलेरिना बन को अट्रैक्टिव बना सकती हैं. वैसे यह स्टाइल हर मौके के लिए मुफीद है. महज पांच मिनट में फ्लफी बन बनाया जा सकता है.

स्टेप 1 : बौर ब्रिसल ब्रश की मदद से बालों को पीछे की तरफ अच्छी तरह ब्रश करें और पतले हेयर बैंड से फ्रंट को सिक्योर करें.

स्टेप 2 : सभी बालों को रबर बैंड से बांध कर हाई पोनीटेल बनाएं.

स्टेप 3 : अब पोनी के बालों को घुमा कर (ट्विस्ट) व लपेट कर (रैप) बन बना लें. इसे बौबी पिन्स की मदद से बांधें. अपनी पसंद के हिसाब से बन को हाई या लो रख सकती हैं.  टेल कौम्ब की मदद से क्राउन पर बालों को पफ अप करें.

अगर आप हेयर बैंड नहीं लगाना चाहती हैं तो उसकी जगह जूड़े के आसपास फन हेयर क्लिप्स या पिन्स ट्राई करें.

साइड स्वेप्ट ब्रेड करें ट्राय

side-swept-braid

सलेब्रिटीज की पसंदीदा साइड स्वेप्ट चोटी सभी का ध्यान आकर्षित करती है. चोटी के आसपास आप कुछ लूज प्लैट (लटें) भी छोड़ सकती हैं. चाहें तो चोटी बनाएं या फिर सारे बालों को साइड पर लाकर खुला रखें और इन्हें ऐसे पिन अप करें कि ये इसी तरह सेट रहें. साइड चोटी ट्रडिशनल ड्रेस के साथ बेहद खूबसूरत दिखती है. इस हेयर स्टाइल को आप इस राखी  पर बनाएं. इसे केवल पांच मिनट में बनाया जा सकता है.

स्टेप 1 : बालों को किसी भी साइड पर रखकर ब्रश करें.

स्टेप 2 : टेल कौम्ब की मदद से टौप हाफ को सेक्शन करें और फिर टीज करें. अगर आपके बैंग्स हैं तो उन्हें क्लिप या पिन कर लें.

ये भी पढ़ें- प्यूबिक हेयर: इन बालों को रखें या हटा दें

स्टेप 3 : सिर के बीचों बीच से चोटी (ब्रेडिंग/प्लीटिंग) बनाना शुरू करें और साइड की तरफ बढ़ते हुए तब तक बनाएं, जब तक कि बालों के एंड्स तक न पहुंच जाएं. सिर के पीछे की तरफ छोटी हेयरपिन्स से बालों को एक साइड एकत्र करें. अगर आप बालों को एक तरफ खुला रखना चाहती हैं तो उन्हें एक साइड में लाकर बौबी पिन्स से पिन अप कर लें. अगर इससे बोर हो जाएं तो बालों को दूसरी साइड पर करके पिन अप कर लें, नया लुक तैयार हो जाएगा और वह भी सिर्फ 5 मिनट में.

स्टेप 4 : फ्लाईवेज यानी जो बाल ब्रेड से निकल रहे हों, उन्हें पिन्स की मदद से सेट करें. बस चंद मिनटों में तैयार है आपका बौलीवुड इंस्पायर्ड हेयर स्टाइल! इस लुक को बोहो ट्विस्ट देने के लिए हेयर बैंड लगा लें.

बच्चे को रखना है हेल्दी तो खाने में शामिल करें ये 18 फूड

बच्चे को क्या खिलाएं और क्या न खिलाएं, ये हर मां के लिए परेशानी का सबब होता है. बच्चों का खान-पान अगर ठीक रहता है तो वो जीवनभर स्वस्थ्य व हेल्दी रहते हैं. बच्चे के आहार में क्या शामिल करें जो उसे हेल्दी रखें आइए  जानते  हैं.

1. गाय का दूध:

जब तक आपका शिशु स्तनपान कर रहा है तो एक वर्ष तक इससे अच्छा और कोई भोजन नहीं है उसके लिए. उसके बाद दिन में 3 बार गाय का दूध दिया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- Rakhi 2019: फेस्टिवल के दौरान ऐसे रखें सेहत का ख्याल

2. हाई एनर्जी फूड

बच्चों को एनर्जी फूड देना चाहिए ना कि हाई कैलोरी फूड हाई कैलोरी फूड शरीर में फैट की मात्रा बढ़ा देगा जिससे बच्चे को नुकसान पहुंचेगा और उसकी आदतें भी खराब होगी

3. केला

बच्चे को केला खाने के लिए दिया जा सकता है. केले में बहुत से तत्व  जैसे फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन बी 6 प्रचुर मात्रा में होते है. इसके अलावा बच्चे को केले की प्यूरी  मफीन, पैन-केक रूप में दिया जा सकता है .

4. आड़ू

आड़ू पौष्टिक गुणों से भरपूर है क्योंकि  इसमें  बहुत से  फाइबर और तत्व होते हैं जैसे कि फाइबर, नियासिन , विटामिन ए, और विशेषकर विटामिन सी होता है. यदि बच्चा आडू नहीं खाना चाहता तो उसको उस का रस भी निकाल कर दे सकते हैं या उसकी स्मूदी या फिर मिल्क शेक भी बनाया जा सकता है. जो कि बच्चों को बहुत टेस्टी लगता है और बच्चे इसका खुशी-खुशी सेवन करते हैं.

5. नाशपाती

बच्चों के लिए  नाशपाती एक  गुणों से भरपूर,  ठोस  पोषक  भोजन के रूप में दिया जा सकता है और यह स्वाद में भी बहुत टेस्टी होतीी है इसलिए बच्चे इसे बिना ना नुकुर खा लेते हैं . इसमें फाइबर, आयरन, विटामिन बी 6 और विटामिन सी अधिकतम मात्रा में होते है.

ये भी पढ़ें- 5 टिप्स: मौर्निंग एक्सरसाइज करना न भूलें

6. मटर

मटर भी बच्चों के लिए भोजन के रूप में एक उपयोगी और अच्छा स्त्रोत माना जाता है .क्योंकि इसमें बहुत से तत्व जैसे फाइबर ,थियामिन, विटामिन सी, मैग्नीशियम, फास्फोरस ,विटामिन ए और बी साथ में नियासिन आदि पाए जाते हैं. जो कि बच्चों के शारीरिक विकास में बहुत सहायक हैं .मटर को किसी भी रूप में बच्चों को खिलाना चाहे वह खिचड़ी हो ,या मटर का सूप और चाहे वह मटर को प्यूरि ही क्यों ना हो फायदेमंद है.

7. शकरकंद

शकरकंद कम फैट वाला और फाइबर, मैग्निशियम ,विटामिन बी सिक्स ,विटामिन ए ,विटामिन सी आदि पोषक तत्वों से भरपूर होता है .इसलिए बच्चों के 6 महीने के बाद प्रथम आहार के रूप में सर्वश्रेष्ठ है .छोटे बच्चों के लिए शकरकंद प्रथम आहार के रूप में सबसे बढ़िया आहार है. छह महीने के बाद इसे बड़ी आसानी से बच्चों को दिया जा सकता है.

8. मीट

देखा जाए तो  बच्चों के भोजन के रूप में  बहुत पोषण  देने वाला है . खासतौर पर  जब बच्चा 8 महीने का हो जाए तो उसके बाद चिकन को उबालकर उसकी प्यूरि, स्ट्यू, सूप, चावल आदि के रूप में भी दिया जा सकता है. इसके अलावा चिकन का स्टॉक बना कर इसे किसी भी दूसरी डिश में मिला कर दिया जा सकता है. विटामिन ए ,बी 12 और कोलेस्ट्रोल ,फास्फोरस ,नियासिन आदि उपयोगी तत्व होते हैं. सप्ताह में एक बार देना उपयोगी है.

9. घी

भारतीय खाने में देसी घी का विशेष महत्व है चाहे वह किसी भी आयु वर्ग व्यक्ति हो .जच्चा और बच्चा के लिए तो खासतौर पर देसी घी का बहुत उपयोगी माना गया है. जब बच्चा 8 महीने का हो जाए तब उसके भोजन में थोड़ा सा भी दिया जा सकता है लेकिन मात्रा कम ही रखनी चाहिए यदि वह बच्चे को आराम से हजम हो जाता है तभी उसकी थोड़ी सी मात्रा बढ़ा सकते हैं.

10. cheese

जब आपका बच्चा आठ महीने का हो जाता है तो उसे खाने में चीज भी दी जा सकती है. चीज में फास्फोरस, कैल्शियम और सेलेनियम बहुत अच्छी मात्रा में होती है. बच्चों को चीज ऐसे ही खाने के लिए दी जा सकती है. इसके अलावा फ्रूट सलाद में भी चीज का उपयोग करके बच्चों को दिया जा सकता है.

11. नट्स

बच्चों के लिए नट्स यानी कि मेवा भी बहुत उपयोगी रहते हैं .शुरू शुरू में बादाम ,पिस्ता ,काजू, अंजीर जैसे नट्स को पीसकर ,उसका पाउडर बनाकर ,बच्चों के दूध या खाने की चीजों में मिलाया जा सकता है .बाद में जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए तो इन नट्स के लड्डू या बर्फी बनाकर भी बच्चों को खिलाया जा सकता है .लेकिन अत्याधिक मात्रा बच्चों के लिए नुकसानदायक है. इसलिए हफ्ते में कम से कम सिर्फ दो बार देना सही है. कुछ बच्चों में इन नट्स से एलर्जी की समस्या भी होती है .अतः उन्हें डौक्टर की सलाह पर ही दे.

12. दलिया

दलिया में फाइबर और कम चिकनाई होती है. जब बच्चों को दलिया  देना हो तो इसके लिए, सोया दलिया, खीर, पेनकेक, बादाम  आदि के साथ मिलाकर दिया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- शाम के वक्त करेंगी ये वर्कआउट तो हमेशा रहेंगी फिट

13. ओट्स

एक और भोजन है जिससे बच्चों का पोषण  मिलता है, वह है ओट्स . इसमें चिकनाई कम मात्रा में होती है और कोलेस्ट्रौल, मैगनिशीयम, मैंगनीज, थियमीन और फास्फोरस बहुत अधिक मात्रा में होते हैं. ओट्स में प्रोटीन के बराबर के पोषक तत्व होते हैं. ओट्स- दलिया, खीर, पेनकेक और फ्रूट डोसा के रूप में दी जा सकती हैं.

14. एवोकाडो

एवोकाडो दिया जा सकता है. यह  फल  फाइबर युक्त और कम चिकनाई  वाला होता है. इसको प्यूरी,शेक या स्मूदी के रूप में दिया जा सकता है.

15. हेल्दी रागी

रागी एक हेल्दी फूड है इसमें फाइबर, प्रोटीन , विटामिन बी 1,बी 2 और बी 6 अच्छी मात्रा में होते हैं. इसका दलिया, केक, डोसा, इडली, लड्डू, खीर, रोटी या कुकीज़ के रूप में बच्चों को दिया जा सकता  है. अंकुरित रागी का पाउडर भी बच्चों को पोषक भोजन के रूप में दिया जा सकता है.

16. आलू 

बच्चों के लिए सबसे पहला आहार आलू ही माना जाता है. नरम होने के कारण इसको आसानी से मसलकर खिलाया जा सकता है और इसके खाने से बच्चे को किसी प्रकार की एलर्जी भी नहीं होती है. शुरू में बच्चों को थोड़ी मात्रा में आलू दिया जा सकता है जिससे उन्हें पेट में गैस की शिकायत न हो. आलू में खनिज, विटामिन के अलावा कैरोटेनोयड्स और प्राकृतिक फिनोयल जैसे पादप रसायन भी होते हैं. आलू में सबसे अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है. आलू को खिचड़ी, सूप या प्यूरि के रूप में दिया जा सकता है .

17. अंडा

बच्चे के आठ महीने के बाद उसे अंडा आसानी से दिया जा सकता है. इसे उबाल कर, तल कर भी दिया जा सकता है. इसके अलावा अंडे को पेनकेक, चावल,पुडिंग या टोस्ट के साथ बना कर दिया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- प्रौफेशनल से जानें कैसे रखना है अपनी फिटनेस का ख्याल

18. हैल्थ ड्रिंक पाउडर

घर में बना मल्टीग्रेन हेल्थ ड्रिंक  या हेल्थ पाउडर बच्चों के लिए बहुत ही उपयोगी है  सभी साबुत अनाज और दालों को मिलाकर  एक पोषण हेल्थ ड्रिंक या पाउडर  बनाया जा सकता है यह मल्टीग्रेन हेल्थ ड्रिंक या पाउडर बच्चों को पोषण  देता है  साथ ही  स्वास्थ्यवर्धक है. इन हेल्दी फूड को बच्चों के भोजन में शामिल करें बच्चे के लिए स्वास्थ्यवर्धक हैं बच्चा भी खुश और मां भी खुश

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें