5 TIPS: जानिए ग्रीन टी पीने के फायदे

चाय तो लगभग सभी लोग पीते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ग्रीन टी के बारे में सुना है? वैसे तो ग्रीन टी पीने की शुरुआत चीन देश से हुई थी लेकिन अब अपने औषधीय गुणों के कारण ग्रीन टी पूरे विश्व में प्रचलित है. ग्रीन टी यानी हरी चाय एक ऐसी किस्म की चाय है जो कि एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है. यह हैल्थ और स्किन दोनों के लिए ही काफी फायदेमंद साबित होती है. कैफ़ीन की मात्रा कम होने के कारण इस चाय के नुकसान कम और फायदे ज़्यादा होते हैं, जिसकी वजह से सभी लोग नॉर्मल टी की जगह अब ग्रीन टी को ही प्रिफर करते हैं. अगर आपने ग्रीन टी के बारे में नहीं सुना है तो जान लीजिए इस चाय का सेवन करने के कुछ फायदे-

1) ग्रीन टी फॉर डायबिटीज़ –

डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए ग्रीन टी बहुत ही फायदेमंद है. इस में भरपूर मात्रा में पॉलीफेनॉल्स पाए जाते हैं जो की डायबिटीज़ के मरीज़ों में होने वाले दिल के रोग से उन को बचाते हैं. ग्रीन टी या हरी चाय एंटीबैक्टेरियल गुणों से युक्त होती है. यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में लाभदायक होती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक रोज़ाना ग्रीन टी का सेवन करने से ब्लड शुगर का लेवल कम किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- आखिर क्यों होती है कीमोथेरेपी से मौत, जानें क्या-क्या हैं Side Effects

2) ग्रीन टी फॉर वेट लॉस –

सभी लोग फिट दिखना चाहते हैं लेकिन उनसे वेट लॉस नहीं हो पाता. अगर आप भी बढ़ते वज़न से परेशान हैं और अपने वज़न को नियंत्रित रखना चाहते हैं तो एक बार ग्रीन टी जरूर ट्राय करें. ग्रीन टी में ज़ीरो कैलोरीज़ होती हैं और इस में कैटेचिन भी मौजूद होता है जो कि चाय में पाया जाने वाला एक फेनेलिक कंपाउंड होता है. यह शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को कम करने में मदद करता है जिसकी वजह से वेट लॉस भी आसानी से हो जाता है.

3) ग्रीन टी फॉर स्किन –

ग्रीन टी ना सिर्फ पाचन नाल के लिए अच्छी होती है बल्कि इसमें कुछ ऐसी हीलिंग प्रॉपर्टीज़ मौजूद होती हैं जो कि त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होती है. ग्रीन टी एंटी इन्फ्लेमेटरी होने के साथ साथ एंटी आक्सिडेंट्स से भी भरपूर होती है जो स्किन को सन डैमेज और एजिंग से बचाती हैं और त्वचा को ग्लो देती है. ग्रीन टी पीने से तो चेहरे पर ग्लो आता ही है लेकिन आप इसको अपने फेस पर लगा भी सकते हैं. डार्क सर्कल्स को हटाने के लिए ग्रीन टी काफ़ी फायदेमंद होती है.

4) ग्रीन टी फॉर इम्यूनिटी –

ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में किसी भी प्रकार के होने वाले इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता हैं. रोज़ाना ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जो कि इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में लाभदायक साबित होती है. ‘माचा’ एक किस्म की ग्रीन टी है जिसमें आयरन, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन सी और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में लाभकारी होते हैं.

ये भी पढे़ं- लिम्फेटिक फाइलेरिया छूने से नहीं, क्युलेक्स मच्छरों से है फैलता  

5) ग्रीन टी फॉर मेंटल हैल्थ –

मस्तिष्क को स्वस्थ के लिए ग्रीन टी लाभकारी होती है. वैज्ञानिकों को मिले साक्ष्य के मुताबिक यह बात सामने आयी कि ग्रीन टी स्ट्रेस को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और मस्तिष्क में सकारात्मक सोच का संचार करने में मदद करती है. रोज़ाना ग्रीन टी का सेवन करने वाले लोगों को डिप्रेशन और एंज़ाइटी जैसी मानसिक परेशानियां कम ही होती हैं.

केसे करें ग्रीन टी का सेवन?

ग्रीन टी को पीने का सबसे सही समय सुबह का होता है. लेकिन यह बात ध्यान में ज़रूर रखें कि कभी भी सुबह खाली पेट चाय का सेवन ना करें. ग्रीन टी में कैफ़ीन मौजूद होता है और खाली पेट इसको पीने से आप के पेट में परेशानी उत्पन्न हो सकती है. अगर आप वज़न घटाना चाहते हैं तो खाना खाने के बाद आप ग्रीन टी का सेवन करें. ऐसा करना फैट लॉस में लाभदायक होगा. क्यूंकि यह स्किन के लिए भी बेनेफिशल होती है इसलिए अगर आप चाहें तो फेस के लिए ग्रीन टी स्टीम को अपने वीकली स्किन केयर रुटीन में शामिल कर ग्लोइंग स्किन पा सकते हैं.

Winter special: खाने का स्वाद बढ़ातीं हैं सूखी चटनियां

भोजन किसी भी प्रान्त का हो उसमें चटनियां अपना विशेष स्थान रखतीं हैं. भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ ये सेहतमंद भी होती हैं. आम तौर पर चटनियों की कंसिस्टेंसी सेमी लिक्विड होती है परन्तु भोजन में सूखी चटनियों का अपना विशेष स्थान है क्योंकि इन्हें खाद्य पदार्थों के ऊपर तो बुरका ही जाता है साथ ही इनमें पानी अथवा तेल मिलाकर गीली चटनी के रूप में भी प्रयोग किया जाता है, दूसरे इन्हें लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है, तीसरे इन्हें सफर आदि पर ले जाना आसान होता है क्योंकि इन्हें बनाने में सूखी सामग्री का ही प्रयोग किया जाता है. तो आइए जानते हैं कि इन्हें कैसे बनाया जाता है.

-धनिया चटनी

कितने लोंगों के लिए 10
बनने में लगने वाला समय 15 मिनट
मील टाइप वेज

सामग्री

धनिया पत्ती 2 कप
हरी मिर्च 4
अदरक 1 छोटी गांठ
नमक स्वादानुसार
भुने चने की दाल 1/2 कप
अमचूर पाउडर 1 टीस्पून
जीरा पाउडर 1/2 टीस्पून

विधि

समस्त सामग्री को एक साथ मिलाकर मिक्सी में पीस लें. तैयार मिश्रण को एयरटाइट जार में भरकर रखें. नाचोज, मठरी, परांठा, रोटी, तले सूखे मेवे आदि पर बुरककर प्रयोग करें.

ये भी पढे़ं- Winter special: बची हुई दाल से ऐसे बनाएं टेस्टी चीला

-लहसुन ड्राई चटनी

कितने लोंगो के लिए 10-12
बनने में लगने वाला समय 15 मिनट
मील टाइप वेज

सामग्री

नारियल बुरादा 1 कप
लहसुन की कलियां 8-10
मूंगफली दाना 1 टेबलस्पून
सूखी साबुत लाल मिर्च 8
अमचूर पाउडर 1 टीस्पून
नमक स्वादानुसार
कश्मीरी मिर्च पाउडर रंग के लिए 1 टीस्पून

विधि

समस्त सामग्री को अलग अलग एक नॉनस्टिक पैन में हल्का सा भून कर प्लेट में निकाल लें. ठंडा होने पर सभी सामग्री को अलग अलग ही ग्राइंड करें. अंत में इसमें नमक और कश्मीरी लाल मिर्च मिलाकर एक बार पुनः सभी को एक साथ पीस लें और एक एयरटाइट जार में भरकर इडली, बड़ा पाव, खमण, ढोकला, डोसा और चीला आदि के साथ प्रयोग करें. इसमें हल्का सा तेल डालकर गीले रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है.

-अलसी की चटनी

कितने लोंगों के लिए 10
बनने में लगने वाला समय 15 मिनट
मील टाइप वेज

सामग्री

अलसी 1 कप
जीरा 1 टीस्पून
सफेद या काले तिल 1 टेबलस्पून
मीठा नीम 10 पत्ती
तेल 1 टीस्पून
लहसुन की कलियां 8
साबुत लाल मिर्च 8
हींग 1/4 टीस्पून
नमक स्वादानुसार

ये भी पढें- Winter special: स्नैक्स में बनाएं खट्टामीठा समोसा

विधि

एक नॉनस्टिक पैन में अलसी को धीमी आंच पर 5 मिनट तक भूनकर इसके साथ ही जीरा और तिल को भी भूनकर एक प्लेट में निकाल लें. अब उसी पैन में तेल डालकर मीठे नीम को कुरकुरा होने तक भूनकर इसी में लाल मिर्च और लहसुन को भी हल्का सा भूनकर प्लेट में निकाल लें. ठंडा होने पर नमक और हींग मिलाकर समस्त सामग्री को एक साथ मिक्सी में पीस लें. तैयार चटनी को आप सलाद की ड्रेसिंग, पोहा, भेल, उपमा आदि में प्रयोग करें.

ब्लै‍कहेड से छुटकारा पाने के लिए मस्टर्ड स्क्रब का ऐसे करें इस्तेमाल

क्‍या आपके भी नाक और आस पास की त्वचा पर ब्‍लैकहेड हो गए हैं और आप उससे काफी परेशान हैं, अगर हां तो आज की ये खबर हम खास आपके लिए लेकर आए हैं. इस खबर में दिए गए उपाय को अपनाकर आप सचमुच अपने नाक से ब्‍लैकहेड हटा कर ग्‍लोइंग स्‍किन पा सकती हैं.

1. सरसों और तेल

1 चम्‍मच सरसों लीजिये और 2 चम्‍मच बादाम या कोई अन्‍य तेल ले कर मिला लीजिये. इस मिक्‍सचर को अपने चेहरे पर पहले क्‍लौकवाइज घुमाइये और फिर एंटी क्‍लौकवाइज दिशा में रगड़िये. इसको 3 से 4 बार करने के बाद चेहरे को पानी से धो लीजिये. ब्‍लैकहेड गायब हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें- बालों को मजबूत व शाइनी बनाने के लिए लगाएं जैतून का तेल

2. सरसों, नींबू और शहद

1 चम्‍मच राई, 1 चम्‍मच शहद और 1 चम्‍मच नींबू का रस ले कर मिला लीजिये और 2-3 मिनट तक चेहरे पर रगडिये. इस स्‍क्रब से चेहरे के डेड सेल हटेंगे और ब्‍लैकहेड भी हटेंगे. इस स्‍क्रब से आपको मिलेगा ग्‍लो करता हुआ चेहरा.

3. सरसों और एलो वेरा

मसटर्ड और एलोवेरा जेल चेहरे के लिये एक बहुत ही अच्‍छा कौम्‍बिनेशन है, जो चेहरे को साफ करता है और गंदगी को निकाल फेकता है. 1 चम्‍मच सरसों और 2 चम्‍मच एलोवेरा जेल मिला कर अपने चेहरे पर स्‍क्रब कीजिये.

4. सरसों और मलाई

अपने चेहरे को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिये सरसों और मलाई का प्रयोग कीजिये. 1 चम्‍मच दूध की मलाई और 1 चम्‍मच राई लेकर अपने चेहरे पर 3-4 मिनट तक के लिये रगडिये. जब आप अपना चेहरा धोएंगी तो आप पाएंगी की चेहरा गोरा हो गया होगा और ग्‍लो करने लग गया होगा.

ये भी पढ़ें- सर्दियों में मेकअप के नए और लुभावने ट्रेंड्स करें ट्राय

5. सरसों और कार्नफ्लोर

1 चम्‍मच सरसों का दाना, 1 चम्‍मच पानी और 1 चम्‍मच कार्नफ्लोर मिलाइये और 3 मिनट तक के लिये रगडिये. अपने चेहरे को पानी से धो लीजिये और फिर देखिये अंतर.

12 टिप्स: किचन को बनाएं जर्म फ्री

परिवार की सेहत और खुशियों का रास्ता किचन से हो कर गुजरता है. एक रिसर्च के अनुसार घर में सब से ज्यादा बैक्टीरिया वाली जगह किचन ही होती है. किचन टौवेल, डस्टबिन, चूल्हा यहां तक कि सिंक में भी बैक्टीरिया पनप सकते हैं. अगर किचन साफसुथरी नहीं होगी तो घर बीमारियों का अड्डा बन जाएगा. आइए, जानते हैं कि किचन को जर्मफ्री और चमकता हुआ कैसे रख सकती हैं:

1. टाइल्स की सफाई करना है जरूरी

खाना पकाते वक्त गैस चूल्हे के आसपास और पीछे की तरफ वाली टाइल्स पर गंदगी जम जाती है. अगर इन की सफाई रोजाना न की जाए तो बाद में साफ करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. इसलिए खाना बनाने के तुरंत बाद हलके गीले कपड़े से आसपास की टाइल्स पोंछना न भूलें.

हफ्ते में 2 बार सफाई के लिए बेकिंग सोडे का इस्तेमाल कर सकती हैं. लगभग आधी बाल्टी पानी में 1/2 कप बेकिंग सोडा मिला लें. अब इसे स्पंज में ले कर किचन की टाइल्स की सफाई करें और फिर सूखे कपड़े से पोंछ लें. किचन की सफाई करने के लिए बेकिंग सोडा होममेड क्लीनर का काम करता है.

ये भी पढ़ें- घर को महकाएं कुछ ऐसे

टाइल्स की सफाई के लिए सिरके का इस्तेमाल भी कर सकती हैं. 2 कप सिरका और 2 कप पानी का घोल बना कर स्पे्र बोतल में भर लें. फिर इसे टाइल्स पर स्प्रे करें और मुलायम कपड़े की मदद से साफ कर लें.

2. सिंक की सफाई के लिए करें ये उपाय

किचन के सिंक में सब से ज्यादा बैक्टीरिया पाए जाते हैं. इसलिए उसे रोज साफ करें. किचन सिंक को साफ करने के लिए सब से पहले उस में रखे बरतनों को बाहर निकाल लें या धो कर उन्हें सही जगह जमा लें. इस के बाद सिंक में पड़े कचरे को साफ करें. अगर सिंक के ड्रेन स्टौपर में कचरा फंसा हो तो उसे भी साफ करें. फिर साबुन और कपड़े की मदद से कुनकुने पानी से सिंक साफ कर लें. गरम पानी से सिंक में मौजूद बैक्टीरिया मर जाएंगे.

किचन के सिंक को घरेलू तरीके से साफ करने के लिए 1 चम्मच बेकिंग सोडा, 1 चम्मच नीबू के रस के साथ 1/2 कप व्हाइट विनेगर मिलाएं और इस मिक्सचर को सिंक के चारों ओर फैला दें. ऐसा करने के बाद 10 मिनट बाद टूथब्रश से सिंक को स्क्रब करें और फिर गरम पानी की मदद से साफ कर लें. पानी से साफ करने के बाद सिंक को सूखे कपड़े से पोंछ लें.

आजकल स्टेनलैस स्टील से बने सिंक काफी चलन में हैं. इन्हें चमकदार और जर्मफ्री रखने के लिए रोज अच्छी तरह सफाई करें. ऐसे सिंक को आप एक नौन अब्यूसिल क्लींजर से साफ करें या फिर एक कपड़े को व्हाइट विनेगर में भिगो सिंक को उस से साफ करें.

यह भी ध्यान रखें कि सिंक में हमेशा बरतन न पड़े रहें. प्लेट, गिलास, कटोरियां व अन्य सभी बरतनों को इस्तेमाल करने के तुरंत बाद साफ कर के उन्हें उन की जगह लगा देना चाहिए. गंदे बरतन पड़े रहने पर उन पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. बरतनों को साफ करने के बाद उन्हें पोंछने के लिए साफ तौलिया जरूर रखें.

3. दीवार की सफाई

किचन की दीवार पर 2 तरह के दाग लग जाते हैं. एक तेलहलदी के और दूसरे भाप और पानी के छींटों के. किचन की दीवार को साफ करने के लिए डिशवाशिंग साबुन में थोड़ा सा पानी मिला लें. अब एक कपड़े को इस घोल में डिप कर दीवार पर फेरें. हर तरह के दाग तुरंत छूट जाएंगे.

4. फर्श साफ करने का तरीका

सामान्य फर्श को साफ करने के लिए पानी में बेकिंग सोडा मिला लें और कपड़े की मदद से फर्श साफ करें. लेकिन अगर आप की किचन का फर्श लकड़ी का है तो इस के लिए आप एक बाल्टी पानी में सफेद विनेगर मिला लें और फिर कपड़े को उस से गीला कर फर्श को अच्छी तरह रगड़ कर साफ करें.

अपनी किचन में रोज पोंछा लगाएं. पोंछे के पानी में डिटर्जैंट या एक कीटाणुनाशक का प्रयोग कर सकती हैं. ध्यान रहे कि जिस कपड़े से आप पोंछा लगा रही हैं वह गंदा न हो. इस्तेमाल के बाद उसे साफ भी करना जरूरी है.

ये भी पढ़ें- 6 टिप्स: मौनसून में रखें घर का खास ख्याल

5. डस्टबिन को ऐसे बनाएं जर्म फ्री

किचन डस्टबिन को साफ करने के लिए 1/2 कप पानी में सिरका मिलाएं. सिरका मिलाने के बाद अब इस से डस्टबिन साफ करें. डिस्इनफैक्टैंट मल्टीयूज हाइजीन लिक्विड को क्लीनर के साथ डस्टबिन में लगाएं और इस में लगने वाली थैली को रोज बदलें.

6. माइक्रोवेव साफ करने के उपाय

कई बार माइक्रोवेव बदबूदार हो जाता है. खाना बनाने या गरम करने के कारण इस से स्मैल आने लगती है. माइक्रोवेव साफ करने का बहुत ही आसान घरेलू उपाय है नीबू. रातभर माइक्रोवेव के अंदर नीबू काट कर रख दें और दरवाजा खुला छोड़ दें. सुबह होने पर माइक्रोवेव डोर बंद कर इसे बौयलर पर चलाएं. माइक्रोवेव को जर्मफ्री रखने के लिए इस के बाहरी हिस्से को कीटाणुनाशक वाइप्स से पोंछें और अंदरूनी हिस्से को साबुन वाले गरम पानी से साफ करें.

7. गैस चूल्हे की सफाई

गैस चूल्हे को साफ करने के लिए सब से पहले इस पर बेकिंग सोडा और गरम पानी छिड़कें. 30 मिनट के बाद स्क्रब कर के तेल के निशान छुड़ा लें. इस के बाद बर्नर्स के छेदों में भरी गंदगी को पिन या किसी नुकीली चीज से साफ करें. फिर पानी और डिटर्जैंट या बेकिंग सोडे का पेस्ट बना कर बर्नर्स की सफाई करें.

8. स्टोन स्लैब साफ करने के उपाय

आज भी कई घरों की किचन में पत्थर के स्लैब होते हैं. इन पर कौफी, चाय, जूस के दाग लगने के साथसाथ स्क्रैच भी पड़ जाते हैं. स्लैब साफ रखने के लिए थोड़े से पानी में हाईड्रोजन परऔक्साइड मिलाएं, साथ ही अमोनिया की कुछ बूंदें भी मिला लें. अब इस घोल  को कपड़े की मदद से स्लैब पर फिराएं. स्लैब नए जैसा दिखने लगेगा.

9. एग्जौस्ट फैन की सफाई

ऐग्जौस्ट फैन की पंखियों में तेल जमने के कारण यह काम करना बंद कर देता है. इसे साफ करने के लिए थोड़े से पानी में बेकिंग सोडा मिला लें. अब इस की मदद से इसे साफ कर लें.

10. कैबिनेट्स साफ करने का तरीका

कैबिनेट्स की सफाई के लिए थोड़े से तेल में 1 चम्मच बेकिंग सोडा मिला लें. इस के बाद स्पंज या ब्रश की मदद से इस मिक्सचर को लकड़ी की कैबिनेट की दराजों, रैक और दरवाजों पर फिराएं. बाद में सूखे कपड़े से पोंछ लें. कैबिनेट्स कुछ ही मिनटों में नई जैसी दिखने लगेगी.

ये भी पढ़ें- 4 टिप्स: मौनसून में ऐसे करें गंदे जूतों की सफाई

11. फ्रिज की सफाई

फ्रिज को भी समयसमय पर साफ करने की जरूरत होती है. इसे साफ करने के लिए कौटन बौल्स को नीबू के रस में डुबोएं और उन्हें फ्रिज में कुछ घंटों के लिए रखें. फ्रिज में लगे दागधब्बों को साफ करने के लिए नीबू को आधा काट लें और उस पर थोड़ा नमक लगा कर दाग वाली जगह रगड़ें. इस तरह दागधब्बे तो दूर होंगे ही, नीबू के रस की वजह से फ्रिज से आने वाली दुर्गंध भी दूर हो जाएगी.

अब एक सौफ्ट कपड़े से फ्रिज के अंदर की सतहों को पोंछें और गिरे हुए किसी भी चिपचिपे पदार्थ को रगड़ कर साफ कर लें. ऐक्सपायरी हो चुकी चीजों या सड़ीगली सब्जियों को फ्रिज से निकाल दें. इन की वजह से भी जर्म्स ऐक्टिव होने लगते हैं.

12. शैल्फ की सफाई

किचनघर के सामान को रखने के लिए आप जिन शैल्फ का प्रयोग करती हैं उन्हें थोड़े दिनों के अंतर पर साफ करें. इस के लिए डिटर्जैंट का इस्तेमाल कर सकती हैं. शैल्फ के स्थान पर स्टेनलैस स्टील की रैक्स भी दीवार में लगवा सकती हैं. ये देखने में तो सुंदर लगती ही हैं साथ ही इन की सफाई करना भी आसान होता है.

ये भी पढ़ें- 6 टिप्स: मौनसून में ऐसे रखें सिल्क साड़ी का ख्याल

आंखों के नीचे काले घेरे पड़ गए हैं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मैं अधिक काम की वजह से प्रैशर और तनाव होने से ठीक तरह से सो नहीं पाती, जिस कारण मेरी आंखों के नीचे काले घेरे पड़ गए हैं, जिन्हें दूर करने के लिए मैं ने कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स यूज किए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अत: मुझे कोई घरेलू उपाय बताएं ताकि मैं डार्क सर्कल्स से छुटकारा पा सकूं?

जवाब-

डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के लिए आलू के रस को कौटन बौल्स में भिगो कर उसे आंखें बंद कर कम से कम 10 मिनट तक उन पर रखा रखें. फिर ताजे पानी से आंखें वाश कर लें.

टी बैग का इस्तेमाल कर के भी डार्क सर्कल्स की समस्या से छुटकारा पा सकती है. इस के लिए ग्रीन टी बैग को पानी में भिगो कर फ्रिज में रख दें. ठंडा होने पर टी बैग को आंखें बंद कर के उन पर रखें. रोजाना ऐसा करने से आंखों के काले घेरों से जल्दी राहत मिलेगी.

ये भी पढ़ें- ज्यादा पसीना आने से पैरों से बदबू आने लगती है?

ये भी पढ़ें- 

कोई भी इंसान पूरी तरह से परफेक्ट नहीं होता या यूँ कहे की मनुष्य एक अपूर्ण प्राणी हैं. ऐसी बहुत सी चीज़े है जो हम जानते है की हमारे लिए ठीक नहीं फिर भी हम न चाहते हुए भी वो करते हैं.जैसे हम फिट एंड स्लिम तो दिखना चाहते है, लेकिन हमे चॉकलेट, कुकी और जंक फ़ूड स्वादिष्ट लगता है. हमें पता है कि हमें जल्दी उठना होगा, लेकिन अभी वेब सीरीज का केवल एक ही एपिसोड बचा है. हमें पता है कि हमें सही मात्रा में पानी पीना है लेकिन हम जब भी बाहर जाते हैं अपने साथ पानी की बोतल ले जाना भूल जाते हैं.
इन्ही सब गलतियों का भुगतान हमारे शरीर को अलग अलग तरीको से करना पड़ता है.और कई बार तो इन गलतियों के परिणाम हमारे चेहरे को भी भुगतने पड़ते है.जैसे कील मुहांसे होना ,चेहरे पर काले धब्बे पड़ना या आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स होना.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- ट्राय करें ये 5 ईजी होममेड टिप्स, पाएं जिद्दी डार्क सर्कल्स से छुटकारा

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

महिलाओं को आवाज उठानी पड़ेगी

भारत के अटौर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में एक बहस के दौरान कहा कि भारत के न्यायालयों को औरतों के प्रति संवेदनशीलहोने की जरूरत है. उन्हें उन के अधिकार सम  झने चाहिए. उन्होंने एक जज का यह आदेश हास्यास्पद पाया कि रेप की पीडि़ता को बलात्कारी राखी बांधे और फिल्म दिखाने ले जाए तो उसे जमानत पर छोड़ा जा सकता है.

एक और मामले में दोषी पाए गए आरोपी को चेन्नई उच्च न्यायालय ने इसलिए जमानत दे दी कि वह लेदे कर महिला के साथ मामला सुल  झा सके.

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने खुद एक ऐसे वकील, जिस ने उन्नाव मामले को ले कर जनहित याचिका दायर की थी, से पूछा कि क्या वह उस पीडि़ता का रिश्तेदार या मित्र है, जो मामले में दखलंदाजी कर रहा है? सुप्रीम कोर्ट आर्थिक व राजनीतिक मामलों में जनहित याचिकाओं में ऐसे सवाल नहीं पूछता.

ये भी पढ़ें- नैतिकता पर भारी पंडेपुजारी

असल बात यह है कि आज भी जो सत्ता में होता है या ताकतवर होता है, वह औरतों के सम्मान की चिंता नहीं करता. दरअसल, यह पट्टी घरों में ही पढ़ा दी जाती है और पुरुष तो इसे पढ़ाते हैं ही. पुरुषों को समर्थन देने के लिए मांएं, सासें, दादियां, मामियां भी आगे आ जाती हैं, मजबूरी में ही सही. पुरुष जाति में बचपन से ही यह कूटकूट कर भर दिया जाता है कि औरत का सम्मान कुछ नहीं होता, उसे पैर की जूती सम  झ कहीं भी, कभी भी धकेला जा सकता है.

यह अच्छी बात है कि अब प्रतिक्रिया के रूप में जो औरतें मुखर हो जाती हैं वे हर तरह के आरोप लगाने की हिम्मत रखने लगी हैं. मगर डर यह है कि ये औरतें पुरुषों यानी पिताओं की शह पर ऐसा कर रही हैं.

मुंबई में एक युवक ने विग लगा कर शादी कर डाली. लेकिन सुहागरात को ही लड़की ने हल्ला मचा डाला कि उस के साथ धोखा हुआ है.

मजेदार बात यह है कि आरोपों में लड़की ने बाल न होने के साथ दहेज, घरेलू हिंसा, यौन हिंसा के आरोप भी जड़ दिए. डर यह भी है कि औरतों के प्रति ज्यादा उत्साहित पुलिस अफसर कहीं अब बढ़ाचढ़ा कर मामला पेश न करें और उस युवा को वर्षों के लिए जेल में ठूंस दें.

आमतौर पर देशभर की औरतें बलात्कार के बाद पुलिस में जाना निरर्थक सम  झती हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि मामला वर्षों चलेगा ही. पूछताछ में बारबार उन का मानसिक बलात्कार होगा. परेशानी यह भी है कि समाज उस पूछताछ को चटखारे ले कर सुनता है. सुशांत सिंह राजपूत के मामले में रिया चक्रवर्ती और कंगना राणावत, जो वैसे विरोधी कैंपों में हैं, तरहतरह की असम्मानजनक बातों की शिकार रही हैं.

ये भी पढ़ें- प्यार पर पहरा क्यों?

चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली युवती को अपना मामला वापस लेना पड़ा और हाथरस में दलित युवती के घर वालों से अपराधियों जैसा सुलूक हो रहा है. ये सब जताता है कि औरत के सम्मान नाम की कोई कल्पना ही नहीं है, उसे तो जितना उपभोग कर सकते हो, कर लो. हां, इस चक्कर में कुछ पुरुष फंस जाते हैं, कुछ बहुत बुरी साजिशों के शिकार भी हो जाते हैं. पर समाज अडिग है इस बात पर कि औरत पैर की जूती है, महंगी हो या सस्ती.

Hot अंदाज के बाद ट्रैडिशनल लुक में छाया हिना खान का जलवा, देखें फोटोज

सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है की अक्षरा से फैंस के दिल को अपना बना चुकीं एक्ट्रेस हिना खान (Hina Khan) अपने स्टाइलिश अंदाज के कारण सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं. बीते दिनों जहां हिना खान की बोल्ड फोटोज ने सोशलमीडिया पर खलबली मचाई थी तो वहीं अब उनका इंडियन लुक फैंस के बीच छा गया है. आइए आपको दिखाते हैं हिना खान के लेटेस्ट फोटोशूट की झलक…

हिना खान आई लहंगे में आईं नजर

दरअसल, हिना खान ने हाल ही में एक फोटोशूट कराया है, जिसमें वह पर्पल कलर के लहंगे में बेहद खूबसूरत लग रही हैं. हिना खान (Hina Khan Photos) का ट्रेडिशनल लुक फैंस को काफी पसंद आ रहा है. पर्पल लहंगे के साथ चोकर नेकलेस और हैवी मांगटीका हिना के लुक पर चार चांद लगा रहा है, जिसकी तारीफें सोशलमीडिया पर हर कोई कर रहा है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by HK (@realhinakhan)

ये भी पढे़ं- बेस्टफ्रेंड की शादी में दिखा मीरा राजपूत का स्टाइलिश लुक, पहनी एक से बढ़कर एक ड्रेस

अक्षरा के लुक में गिराई थीं बिजलियां

 

View this post on Instagram

 

A post shared by HK (@realhinakhan)

बीते दिनों स्टार परिवार अवौर्ड शो में हिना खान अक्षरा के लुक में नजर आईं थीं. इस दौरान हिना वाइट कलर के लहंगे के साथ पिंक कलर का हैवी डीप नेक ब्लाउज कैरी करती दिखीं थीं, जिसे फैंस ने काफी पसंद किया था. वहीं सोशलमीडिया पर फैंस ने उनकी इन फोटोज को काफी वायरल किया था.

सूट में फैंस को दिखाती हैं अदाएं

 

View this post on Instagram

 

A post shared by HK (@realhinakhan)

लहंगा हो या सूट हिना खान हर लुक में फैंस को पसंद आती हैं. इसीलिए वह अक्सर अपने लुक की फोटोज फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं. वहीं वह चिकन कढ़ाई वाला कुर्ता हो या शरारा, हर सूट में अपने लुक के कारण सोशलमीडिया पर छा जाती हैं.

हौट फोटोज में लगती हैं कमाल

 

View this post on Instagram

 

A post shared by HK (@realhinakhan)

हिना खान के इंडियन ही नही वेस्टर्न लुक भी फैंस को काफी पसंद आते हैं. हाल ही में जहां हिना खान बिकिनी लुक में नजर आईं थीं तो वहीं ब्लैक कलर की ड्रैस में वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by HK (@realhinakhan)

ये भी पढ़ें- रेड साड़ी में कहर ढातीं नजर आईं दिशा परमार, राहुल वैद्य भी हो चुके हैं फिदा

बता दें, हिना खान के लहंगे की फोटोज शेयर करते ही उनकी तुलना शाहिद कपूर की वाइफ मीरा राजपूत से कर रहे हैं. क्योंकि हाल में उन्होंने भी पर्पल कलर का लहंगा पहना था. लेकिन दोनों का लुक ही फैंस को काफी पसंद आ रहा है.

सहेलियां जब बन जाएं बेड़ियां

रंजना की आदतों से उस की बेटी अंजलि ही नहीं उस के पति रौनक भी कई सालों से परेशान हैं. रौनक तो उस दिन को कोसते हैं जब शादी के बाद वे रंजना को ले कर दिल्ली आए और एक ऐसी कालोनी में फ्लैट ले लिया, जहां हाई सोसाइटी की अमीर औरतें रहती हैं, जिन के पतियों को खूब ऊपर की कमाई होती है.

पतियों के पैसे पर ऐश करने वाली एक मुहतरमा रमा रंजना की पड़ोसिन है. उस के यहां रंजना किट्टी पार्टी के लिए जाती है. उस के साथ मौर्निंग वाक करती है, उस के गु्रप के साथ पिकनिक मनाती है, व्हाट्सऐप चैट करती है, शौपिंग करती है, फिल्में देखती है.

रौनक एक मल्टीनैशनल कंपनी में काम करते हैं. वे किसी छोटे शहर में रहते तो जितनी सैलरी उन्हें कंपनी से मिलती है, उसे देखते हुए वे उस शहर के अमीरों में शुमार होते, लेकिन दिल्ली की पौश कालोनी में रह कर इस तनख्वाह में सबकुछ मैंटेन करना मुश्किल लगता है. उस पर रंजना की अपनी पड़ोसिन रमा से इस कदर दोस्ती ने उन की मुसीबतें बढ़ा रखी हैं.

अगर रमा ने नई वाशिंग मशीन खरीदी है तो रंजना को भी उसी तरह की वाशिंग मशीन चाहिए. वह उस के लिए जिद्द पकड़ लेती है, भले ही घर में पहले से ही वाशिंग मशीन हो और अच्छी चल रही हो, लेकिन रमा ने नई खरीदी है तो उस में जरूर कुछ नए और बेहतर फीचर्स होंगे वरना वह क्यों पुरानी मशीन सिर्फ डेढ़ हजार में अपनी कामवाली को देती? उस की भी तो पुरानी मशीन काम कर ही रही थी.

रंजना के तर्क सुन कर रौनक अपना सिर थाम लेते हैं. कुछ दिन पहले ही रंजना ड्राइंगरूम के लिए नए परदे ले आई थी, जो काफी महंगे लग रहे थे. उन परदों से ड्राइंगरूम के लुक में खासा बदलाव आ गया, लेकिन नए और इतने महंगे परदों की क्या जरूरत थी, जब पुराने वाले अभी बिलकुल ठीक थे, खूबसूरत लगते थे और उन को लिए चंद महीने ही हुए थे? जब रौनक ने यह सवाल पूछा तो बेटी अंजलि तुनक कर बोली, ‘‘ऊपर रमा आंटी ने नए परदे लिए हैं, तो मम्मी कैसे पीछे रहतीं? जा कर उसी शोरूम से उसी तरह के परदे ले आईं.’’ रौनक ने यह सुना तो सिर धुन लिया.

सहेलियों की नकल

रंजना जैसी बहुत औरतें हैं, जो हर वक्त अपनी सहेलियों की नकल करती हैं. सहेली ने नई साड़ी ली है, तो मुझे भी वैसी ही साड़ी चाहिए. सहेली ने घर के लिए कोई लग्जरी आइटम ज्वैलरी, कौस्मैटिक्स की नई रेंज ली है, सैंडल लिए हैं, कोई पालतू जानवर लिया है, तो मुझे भी चाहिए. ऐसी औरतें उच्चवर्ग, मध्यवर्ग व निम्नवर्ग तीनों में ही मिल जाएंगी, जिन के लिए सहेलियां बेडि़यां बन चुकी होती हैं. वे इन बेडि़यों से खुद को मुक्त नहीं करना चाहती हैं. नकल और दिखावा उन की रगों में खून के साथ बहने लगा है. सहेलियां जब बेडि़यां बन जाएं तो उस से घर वालों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

ये भी पढ़ें- #coronavirus: Quarantine टाइम को बनाएं क्वालिटी टाइम

हर वर्ग में यह दिक्कत

सहलियों की गिरफ्त में फंसी ये आरतें हर आयुवर्ग और आयवर्ग की होती हैं. अब निशा को ही देख लीजिए. इंटरमीडिएट में उस के सब से ज्यादा अंक बायलौजी में आए थे, लेकिन अपनी सहेली कोमल की देखादेखी उस ने बीएससी में एडमिशन न ले कर बीकौम करने की ठानी. उस के मातापिता समझाते रह गए कि जिस सब्जैक्ट में तुम सब से बेहतर हो, उसी में आगे की पढ़ाई करो, लेकिन सुननी तो सहेली की ही थी, लिहाजा कौमर्स की लाइन पकड़ ली और फर्स्ट ईयर में ही फेल हो कर बैठ गई. किसी तरह 4 साल में बीकौम पूरा किया और वह भी थर्ड डिविजन में. अब निशा का कौमर्स से मन हट चुका है और आगे क्या करना है, वह तय ही नहीं कर पा रही है.

शेफाली के लिए भी उस की 2 सहेलियां बेडि़यां बन गई हैं, पहली कक्षा से ग्रैजुऐशन तक तीनों साथ रहीं. साथ खातीपीती थीं, साथ शौपिंग करती थीं, साथ ही घूमने जाती थीं. शेफाली आर्थिक रूप से इतनी सक्षम नहीं थी, जितनी उस की दोनों सहेलियां थीं, लिहाजा शेफाली के हिस्से का खर्च भी कभीकभी वे दोनों ही उठा लेती थीं, लेकिन ग्रैजुएशन के बाद जब शेफाली की नौकरी लग गई, तो दोनों चाहने लगीं कि अब शेफाली भी उन्हें खिलाएपिलाए या फिल्म दिखाए. उन का मानना है कि स्कूल टाइम में या कालेज के दिनों में जब शेफाली के पास पैसे नहीं होते थे, तो वे दोनों उस के लिए खर्च करती थीं, अब शेफाली कमा रही है तो वह भी कभीकभी उन पर खर्च कर सकती है. दोनों आएदिन उस के सामने कोई न कोई फरमाइश रख देती हैं.

शेफाली के लिए अब यह दोस्ती महंगी पड़ रही है, क्योंकि उस के पिता रिटायर हो चुके हैं. उन की थोड़ी सी पैंशन घर खर्च में ही खत्म हो जाती है. ऐसे में शेफाली की कमाई का बड़ा हिस्सा उस के छोटे भाई की ट्रेनिंग के लिए जा रहा है. बचाखुचा ही वह अपने पर खर्च करती है. ऐसे में सहेलियों को घुमानेफिराने या पिक्चर दिखाने पर वह कहां से पैसे खर्च करे. शेफाली के लिए दोनों सहेलियां बेडि़यां बन गई हैं, जिन से वह मुक्त होना चाहती है. मगर कैसे, यह उसे समझ में नहीं आ रहा है.

दोस्ती का नाजायज फायदा

हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जिन्हें हम अपना दोस्त बनाते हैं और जिन से हम अपने राज शेयर करते हैं, लेकिन जब ये लोग हमारा नाजायज फायदा उठाने लगें या जानेअनजाने में यूज करने लगें तो फिर यह रिश्ता बोझ बन जाता है. कई बार जब ऐसे रिश्ते मजबूरीवश टूटते हैं तो हमारा नुकसान भी करते हैं.

नेहा ने जब सुमन से दोस्ती तोड़ी तो नेहा के शादी से पहले के जीवन से जुड़े कुछ गहरे राज नेहा के पति को मालूम पड़ गए. किसी ने उन्हें फोन पर नेहा की तमाम बातें बता दीं. इन फोन कौल्स ने नेहा की जिंदगी बरबाद कर दी. आज वह तलाक के मुहाने पर खड़ी है. दोस्ती की बेड़ी तोड़ने की सजा भुगत रही है. उसे यकीन है कि उस की बीती जिंदगी से जुड़े प्रेमप्रसंग उस के पति को सुमन के द्वारा ही पता चले हैं, लेकिन अब वह क्या कर सकती है.

ध्यान रखें सहेलियां बनाएं, लेकिन उन्हें अपने जीवन में इतनी ज्यादा घुसपैठ न करने दें कि वे आप के और आप के परिवार के लिए मुसीबत बन जाएं. दोस्ती में इन बातों का खयाल रखना बहुत जरूरी है:

– सहेली से जीवन के राज शेयर न करें. कभी न कभी, कहीं न कहीं आप की बात उजागर हो ही जाएगी. अगर आप चाहती हैं कि आप की गुप्त बातें आप के साथ ही खत्म हों तो भूल कर भी उन्हें अपने मुंह से बाहर न आने दें, फिर चाहे आप के सामने आप की बचपन की पक्की सहेली ही क्यों न हो.

– सहेली के जीवन जीने के ढंग की नकल न करें. आप अपनी चादर देख कर ही अपने पैर फैलाएं. हर परिवार की अपनी आर्थिक स्थिति और जरूरतें होती हैं. इसलिए दूसरे की चीजों को देख कर अपनी आर्थिक स्थिति को डांवांडोल करना कोई समझदारी नहीं है.

– सहेली के विचारों को खुद पर कभी हावी न होने दें. आप सहेलियों से खूब बतियाएं, उन की सुनें, लेकिन अपनी बातों पर दृढ़ रहें. उन का कोई विचार अच्छा लगे तो अवश्य अपनाएं, लेकिन वे हमेशा ठीक बोलती हैं या उन की सारी बातें सही होती हैं, ऐसा सोचना गलत होगा. ऐसा सोच कर आप अपनी अहमियत को कम कर रही हैं, अपने कद को घटा रही हैं.

– सहेलियां टाइम पास करने के लिए होती हैं. जगह बदलते ही सहेलियां बदल जाती हैं, लेकिन परिवार जीवनभर साथ चलता है, इसलिए सहेलियों की संगत में ऐसा कोई

कदम न उठाएं, जिस से परिवार के लोगों को आघात पहुंचे.

– यदि सहेलियां अंधविश्वासी, किसी बाबा की भक्त, धार्मिक आयोजन करने वाली हैं तो उन से दूरी बना कर रखें, क्योंकि ये सहेलियां सुनसुन कर बहुत वाकपटु हो जाती हैं और आसपास सब को अपने बाबा या मंदिर का ग्राहक बनाने में लग जाती हैं. ये घरों तक को तुड़वा डालती हैं और फिर दोष भाग्य या कर्मों को देने लगती हैं.

ये भी पढ़ें- #lockdown: ब्यॉयफ्रैंड के Birthday पर मंगेतर ने दिया सरप्राइज गिफ्ट, दुनिया कर रही तारीफ

चरित्रहीन कौन: उमेश की गंदी हरकतों से क्यों परेशान थी आयुषी

Serial Story: चरित्रहीन कौन- भाग 1

पति उमेश की गंदी हरकतों से आयुषी तंग आ चुकी थी. आखिर कितनी मेड बदलेगी वह. उमेश की गंदी हरकतों से परेशान हो कर कितनी मेड काम छोड़ गईं तो कितनी को आयुषी ने खुद निकाल दिया.

आयुषी बैंक में नौकरी करती है और उमेश एलआईसी कार्यालय में है. उमेश तो घर से

10-11 बजे निकलता है, पर आयुषी को घर से जल्दी निकलना पड़ता है. उन के 2 बच्चे हैं- बेटी पावनी 11 साल की और बेटा सनी 7 साल का.

आयुषी दोनों बच्चों को स्कूल भेज उमेश का लंच पैक कर बाकी का काम बाई पर छोड़ तैयार हो कर बैंक निकल जाती. उसे हमेशा यही डर सताता है कि पता नहीं उस के पीछे उमेश और बाई कहीं कुछ…

कितनी बार आयुषी ने उमेश को अखबार की ओट से बाई को गंदी नजरों से घूरते देखा है. अब झाड़ूपोंछा लगाते वक्त किसी के भी कपड़े अस्तव्यस्त हो ही जाते हैं. इस का यह मतलब तो नहीं है कि कोई उसे गंदी नजरों से घूरे. ऐसे में कोई भी बाई असहज हो जाएगी. आयुषी ऐसे ही पति पर शक नहीं कर रही थी.

‘‘नंदा, मैं औफिस जा रही हूं. तुम काम खत्म कर के चली जाना… और हां फ्रिज में कुछ खाने का सामान रखा है उसे लेती जाना,’’ कह एक दिन आयुषी औफिस चली गई.

ये भी पढ़ें- असली चेहरा: अवंतिका से क्यों नफरत करने लगी थी उसकी दोस्त

आयुषी थोड़ी दूर ही पहुंची थी कि उसे याद आया कि वह अपनी दराज की चाबी भूल आई. उस ने तुरंत स्कूटी घर की तरफ घुमाई. घर की दूसरी चाबी आयुषी के पास रहती थी. अत: वह दरवाजा खोल कर जैसे ही अंदर गई उस के पैर वहीं ठिठक गए. उमेश और नंदा दोनों आयुषी के बैड पर एकदूसरे से लिपटे थे.

आयुषी को अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था. बाई तो भाग गई… उमेश हकलाते हुए कहने लगा, ‘‘आयुषी मैं नहीं वही जबरदस्ती करने…’’

आयुषी ने बिना उमेश की पूरी बात सुने एक जोरदार थप्पड़ उस के गाल पर दे मारा और फिर कहने लगी, ‘‘शर्म नहीं आती तुम्हें झूठ बोलते हुए… बिना तुम्हारी मरजी के वह और तुम… छि… छि:…,’’ कह आयुषी अपने आंसू पोंछते हुए आगे बोली, ‘‘उस दिन को कोसती हूं मैं, जिस दिन मेरी तुम से शादी हुई थी.’’

आयुषी औफिस तो चली गई, पर अपनी तबीयत खराब होने का बहाना कर तुरंत घर आ गई. पूरा दिन और रात वह सिसकती रही. किसी से कुछ नहीं कहा. न ही अपने बच्चों को इस बारे में कुछ पता लगने दिया. वह सोचने लगी कि कभी बच्चों को अपने पापा की इन गंदी हरकतों का पता चला, तो दोनों नफरत करेंगे उन से… उमेश की तो अब हिम्मत ही नहीं थी कि वह आयुषी के सामने जाए.

आयुषी बच्चों को सुबह स्कूल भेज कर घर का सारा काम खत्म कर औफिस चली जाती थी. कोई भी कामवाली सुबह आने को तैयार नहीं थी. सब यही कहतीं कि 9 बजे के बाद ही आ सकती हैं. आयुषी का मन तो करता कि नौकरी छोड़ दे, पर बच्चों के स्कूल और पढ़ाई पर जो मोटा पैसा खर्च होता है वह कहां से आएगा. आसमान छूती महंगाई के युग में एक की कमाई से घर चलाना संभव नहीं था.

एक बाई आई भी, पर कुछ दिन काम कर के छोड़ गई. वही बात सुबह 8 बजे नहीं आ सकती. आयुषी की तो कमर जवाब देने लगी थी. आखिर वह घरबाहर कितना करेगी.

आयुषी ने अपनी सहेली वैशाली से बाई के बारे में पूछने के लिए फोन किया, तो उस ने बताया, ‘‘हां एक बाई आती तो है मेरे घर काम करने, पर वह थोड़ी बूढ़ी है. अगर तुम कहो तो भेज देती हूं.’’

वैशाली की बात सुन कर आयुषी खुश हो गई, उसे यही तो चाहिए था. वह मन ही मन मुसकराई कि उमेश अब बूढ़ी औरत को क्या घूरेगा.

कांता बाई दूसरे दिन से ही काम पर आने लगी. अब आयुषी को कोई फिक्र नहीं थी. सब कुछ सुचारु रूप से चल रहा था.

कांता बाई 2-3 दिनों से नहीं आ रही थी, वैशाली से पता चला कि उस की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए कुछ दिनों बाद आएगी. सुन कर आयुषी के पसीने छूट गए.

ये भी पढ़ें- थैंक्यू अंजलि: क्यों अपनी सास के लिए फिक्रमंद हो गई अंजलि

कांता बाई एक रोज किसी और को ले कर आई और कहने लगी, ‘‘मैडमजी, यह मेरी बहू है रूपा. अब से यही आप के घर काम करेगी.’’

‘‘कांता बाई जब आप की तबीयत ठीक हो जाएगी तब तो आओगी न काम पर?’’ आयुषी ने पूछा.

‘‘मैडमजी अब मुझ से काम नहीं होता है… गठिया की शिकायत है मुझे. काम करती हूं तो दर्द और बढ़ जाता है. मगर आप चिंता न करो मेरी बहू मुझ से भी अच्छा काम करेगी,’’ कांता बाई ने कहा.

आयुषी ने हां तो कह दी पर फिर वही शर्त कि सुबह 8 बजे आना पड़ेगा. रूपा मान गई.

रूपा काम तो अच्छा करती थी, पर आयुषी को डर लगा रहता था कि उमेश की गंदी नजर कहीं रूपा पर भी न पड़ जाए. रूपा थी भी बहुत खूबसूरत और फिर उम्र भी ज्यादा नहीं थी. यही कोई 22-23 साल. आयुषी के सामने ही वह काम कर के चली जाती थी.

आयुषी रविवार के दिन रूपा से खाना बनाने में भी मदद ले लिया करती थी. रूपा का व्यवहार भी अच्छा था. आयुषी हमेशा उसे कुछ न कुछ दे देती थी. जैसे पुराने सलवारसूट, चूडि़यां, बिंदी, लिपस्टिक आदि. रूपा भी बहुत खुश रहती थी. आयुषी को वह अब मैडमजी नहीं, दीदी कह कर बुलाने लगी थी.

आयुषी ने जब एक दिन रूपा से पूछा कि तुम्हारा पति क्या करता है, तो बोली, ‘‘दीदी, मेरा मर्द मजदूरी करता है. हमारी शादी के अभी 2 साल ही हुए हैं.’’

रूपा अपने मायके, ससुराल, नातेरिश्तेदारों सब के बारे में बताती रहती थी. आयुषी अब रूपा पर भरोसा करने लगी थी, परंतु उसे अपने पति पर कतई भरोसा न था.

रूपा को आयुषी के घर काम करते हुए करीब 7 महीने हो चुके थे. अब तो रूपा कभीकभार लेट भी आती, तो आयुषी कुछ नहीं कहती थी. उसे लगता था कि अगर रूपा ठीक है, तो उमेश कुछ नहीं कर सकता है.

रूपा अब बड़े सलीके से सजधज कर रहने लगी थी. आयुषी ने एक दिन पूछ ही लिया, ‘‘रूपा, आज तो तुम बहुत अच्छी लग रही हो और यह तुम्हारा सलवारसूट भी. कहां से खरीदा? बहुत ही सुंदर रंग है.’’

रूपा कहने लगी, ‘‘दीदी, मेरी मां ने दिया था.’’

रूपा का चेहरा कुछ दिनों से बड़ा ही खिलाखिला सा लगने लगा था. आयुषी ने पूछा भी, ‘‘रूपा आजकल बड़ी खुश नजर आ रही है… कोई बात है क्या?’’ तब रूपा ने मुसकरा कर कहा, ‘‘नहीं दीदी.’’

रूपा कुछ महीनों से काम करने लेट से आने लगी थी. पूछने पर कहने लगी ‘‘मेरी सास बीमार हैं, इस कारण देर हो जाती है,’’

आगे पढ़ें- आयुषी कुछ नहीं कहती, उस पर घर…

ये भी पढ़ें- Valentine Special: एक थी इवा

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें